महाराष्ट्र में शनिवार को शिवसेना (यूबीटी) के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे के काफिले पर राज ठाकरे की पार्टी मनसे के कार्यकर्ताओं ने गोबर, नारियल और चूड़ियां फेंकीं. इसके बाद राज ठाकरे ने सभी कार्यकर्ताओं को वीडियो कॉल कर उन्हें शाबाशी दी और अभिनंदन किया.
दूसरी तरफ मनसे ने उद्धव ठाकरे के काफिले पर गोबर और नारियल से हमला करने की जिम्मेदारी ली. मनसे का कहना है कि यह घटना पहले हुई थी, जब शिवसेना के सदस्यों ने राज ठाकरे के वाहन पर सुपारी फेंकी थी. मनसे नेता अविनाश जाधव ने आगे किसी भी उकसावे पर कड़ी प्रतिक्रिया की चेतावनी दी है.
‘कानून व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त’
उद्धव ठाकरे के काफिले पर हमले को लेकर शिवसेना (UBT) नेता आनंद दुबे की भी प्रतिक्रिया आई है. उन्होंने अब हमें पता चल गया कि राज ठाकरे और उनकी पार्टी को ‘सुपारीबाज’ क्यों कहा जाता है, ठाणे में उद्धव ठाकरे के काफिले पर हमला हुआ. उद्धव ठाकरे जो महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री रह चुके हैं, उन्हें Z श्रेणी की सुरक्षा मिली हुई है और वे बालासाहेब ठाकरे के बेटे हैं, अगर वे राज्य में सुरक्षित नहीं हैं तो वे आम लोगों की सुरक्षा कैसे करेंगे. यह हमला राज्य सरकार की विफलता है. यहां कानून व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो चुकी है, गृह मंत्री को इस्तीफा दे देना चाहिए.
आनंद दुबे ने कहा कि देवेंद्र फडणवीस की पुलिस, एकनाथ शिंदे की कथित शिवसेना और उनका ठाणे नगर जिला, वहां ऐसे हमले हो रहे हैं. इसका मतलब ये सुपारी नहीं तो क्या है. पहले हम सुनते थे कि राज ठाकरे और उनकी पार्टी सुपारियां लेते हैं. लेकिन, अब तो स्पष्ट हो गया कि आप हमारे एरिये में आइये और हम आप ऊपर हमले करवाएंगे, पूरी की पूरी सरकार महायुति की फिर भी पुलिस की फैलीयर है, खुफिया एंजेसी की फैलीयर है तो किसपर विश्वास किया जाए, आम इंसान कहां जाएगा. अगर उद्धव ठाकरे जैसे बड़े नेता राज्य में सुरक्षित नहीं तो हम और आप कहां जाएं. क्या इसके लिए महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना को आप सत्ता देना चाहते हैं.