Devendra Fadnavis Reply to Rahul Gandhi: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने एक अंग्रेजी अखबार में लेख लिखकर राहुल गांधी के महाराष्ट्र चुनाव में धांधली के आरोपों का विस्तार से जवाब दिया है. उन्होंने कांग्रेस नेता पर सीधा हमला करते हुए कहा कि जो नेता हार स्वीकार नहीं कर पा रहे हैं, वे लोकतंत्र की भावना का अपमान कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि जनता ने भाजपा को विकास और पारदर्शिता के आधार पर जनादेश दिया है और इसे चुनौती देना विपक्ष की हताशा को दर्शाता है.
SC खारिज कर चुका है EVM को लेकर दायर याचिकाएं- CM फडणवीस
फडणवीस ने राहुल गांधी के EVM और चुनाव आयोग पर लगाए गए आरोपों को सिरे से खारिज किया. उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट पहले ही EVM को लेकर दायर याचिकाएं खारिज कर चुका है और यह तथ्य चुनाव की निष्पक्षता का प्रमाण है. उन्होंने यह भी कहा कि अंतिम घंटे में 74 लाख वोट पड़ना कोई असामान्य बात नहीं है, बल्कि मतदान केंद्रों पर आखिरी समय की भीड़ इसका कारण रही है. ईवीएम की तकनीकी कार्यप्रणाली को लेकर जो भ्रम फैलाया जा रहा है, वह केवल अफवाह है.
राहुल गांधी के आरोप ‘फेक न्यूज’ और ‘भ्रामक प्रचार’- CM फडणवीस
मुख्यमंत्री ने लेख में राहुल गांधी द्वारा फैलाए गए तथ्यों को ‘फेक न्यूज’ और ‘भ्रामक प्रचार’ बताया. उन्होंने कहा कि विपक्ष सोशल मीडिया और लेखों के जरिए लोकतंत्र को बदनाम करने की कोशिश कर रहा है, जबकि बीजेपी ने जनता के लिए योजनाएं, आधारभूत ढांचे का विकास, किसानों और युवाओं के हित में काम किया है. यही वजह है कि जनता ने भाजपा पर भरोसा जताया है और साफ जनादेश दिया है.
लेख के अंत में फडणवीस ने विपक्ष को लोकतांत्रिक मर्यादा का पालन करने की सलाह दी. उन्होंने कहा कि चुनाव प्रक्रिया पर बार-बार सवाल उठाना लोकतंत्र की नींव को कमजोर करता है. विपक्ष को आत्ममंथन करना चाहिए, न कि हार का ठीकरा प्रणाली पर फोड़ना. उन्होंने लोकसत्ता और अन्य विश्वसनीय स्रोतों का हवाला देते हुए यह भी बताया कि सरकार के पास अपने दावों के स्पष्ट प्रमाण हैं.
राहुल गांधी का क्या आरोप लगाया?
द इंडियन एक्सप्रेस में छपे लेख के अनुसार, राहुल गांधी ने कहा था कि नवंबर 2024 में हुए महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में बड़े पैमाने पर धांधली हुई है, जो लोकतंत्र के लिए बेहद खतरनाक है. उन्होंने आरोप लगाया कि यह कोई मामूली गड़बड़ी नहीं, बल्कि “औद्योगिक स्तर” की धांधली है, जिसमें चुनाव आयोग और संस्थाओं का दुरुपयोग हुआ.
उन्होंने कहा कि मतदाता सूची में फर्जी नाम जोड़े गए, वोटिंग प्रतिशत को गलत तरीके से बढ़ाया गया और खास बूथों पर टारगेटेड वोटिंग करवाई गई, जिससे बीजेपी को भारी फायदा मिला. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि इस पूरे खेल को छिपाने के लिए सरकार ने रिकॉर्ड्स तक पहुंच रोक दी और चुनाव नियमों में संशोधन तक कर डाला. राहुल गांधी ने इसे लोकतंत्र के लिए मैच फिक्सिंग जैसा जहर बताया.