मुंबई: महाराष्ट्र के CM एकनाथ शिंदे ने खास बातचीत के दौरान उन्होंने उद्धव ठाकरे पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा, ‘उद्धव ठाकरे 1997 से सीएम बनना चाहते थे। मनोहर-नारायण के वक्त से सीएम पद की लालसा थी। उद्धव ठाकरे महागद्दार हैं, उन्होंने गठबंधन तोड़ा। उद्धव ने असेंबली में बाला साहेब की फोटो नहीं लगाई। उद्धव ठाकरे ने मुझे पॉलिटिकली खत्म करना चाहा।’
मुझे जेल भेजना चाहते हैं उद्धव: शिंदे
शिंदे ने कहा, ‘उद्धव ठाकरे पहले से ही मुझे जेल भेजना चाहते हैं। उद्धव ने प्लानिंग कर शरद पवार से अपना नाम बुलवाया। BMC के जरिए उद्धव ठाकरे भ्रष्टाचार में लिप्त हैं। राहुल गांधी से बाला साहेब को हिंदू हृदय सम्राट कहलवाएं उद्धव। उद्धव ठाकरे के चलते एक-एक कर दिग्गजों ने पार्टी छोड़ी।’
शिंदे ने कहा, ‘बंटेंगे तो कटेंगे बयान का गलत अर्थ निकाला जा रहा है। बंटेंगे तो कटेंगे बयान में हिंदू-मुसलमान की बात नहीं है। कई मौलाना MVA के फेवर में हमने तो कुछ नहीं कहा। लोकसभा चुनाव में MVA ने फेक नैरेटिव फैलाया। बिना किसी को डैमेज किए मराठा आरक्षण हमने दिया।’
उद्धव ठाकरे ने बिना बिजनेस इतनी प्रॉपर्टी कैसे बनाई?
शिंदे ने कहा, ‘उद्धव ठाकरे हिंदुत्व को अपने हिसाब से मोड़ते हैं। उद्धव ठाकरे ने बिना बिजनेस इतनी प्रॉपर्टी कैसे बनाई? अपने बेटे के लिए उद्धव मुझे हटाना चाहते थे। नाम-सिंबल खिलौना नहीं, संविधान के तहत हमें मिला है। महायुति में सीएम रेस नहीं बहुमत की सरकार लाना टारगेट है।’
शिंदे ने कहा कि जब मैं पार्टी संभालता था तो उद्धव को बुरा लगता था। उद्धव ठाकरे बड़े डाकू हैं। वह पहले अपने गिरेबां में झांकें। वह सिर्फ मुझे खत्म करना चाहते थे। मुझे सीएम नहीं बनना था, मैं बस बीजेपी से अलायंस चाहता था। शिंदे ने कहा कि उद्धव ठाकरे में मेरी आंख में आंख डालकर बात करने की हिम्मत नहीं है।
उद्धव दूसरों को नौकर समझते हैं: शिंदे
शिंदे ने कहा कि पीएम मोदी ने कभी कुछ गलत नहीं कहा। एमवीए के मैनिफेस्टो में हमारे वादे चुराए गए। उद्धव दूसरों को नौकर समझते हैं।