प्रयागराज महाकुंभ से वायरल होने वाली हर्षा रिछारिया इस समय तीर्थ नगरी मथुरा के वृंदावन में हैं. यहां उन्होंने ठाकुर बांके बिहारी महाराज के दर्शन किए और उनका आशीर्वाद लिया. उन्होंने यह दर्शन बुधवार की शाम को किए थे और उसके बाद गुरुवार दोपहर को पत्रकार वार्ता का आयोजन किया गया. पत्रकार वार्ता में उन्होंने कई सवालों के जवाब दिए. साथ ही एक सबसे बड़ा ऐलान भी कर दिया.
14 अप्रैल को वृंदावन से शुरू होगी यात्रा
हर्षा रिछारिया ने यह भी बताया कि उनकी पदयात्रा 14 अप्रैल को श्रीधाम वृंदावन से प्रारंभ होगी, जो कि वह खुद वृंदावन के श्री राम मंदिर अटला चुंगी से स्वयं प्रारंभ करेंगी और अलीगढ़ के रास्ते होते हुए संभल पहुंचेंगी. इस 175 किलोमीटर की पदयात्रा में एक हफ्ते का समय लगेगा. साथ उन्होंने यह भी बताया कि इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य युवाओं को सनातन के प्रति जोड़ना है.
इसमें कोई शक नहीं है कि सनातन के लिए युवा आगे आ रहे हैं और वह धर्म को समझ भी रहे हैं. अपने जीवन में उतार भी रहे हैं, लेकिन अभी भी उनको जागरूक करने की आवश्यकता है, जिसको लेकर धार्मिक कार्यक्रम होना काफी जरूरी है. हर्षा ने यह भी कहा कि मथुरा भगवान श्रीकृष्ण की जन्मभूमि है. संभल में भगवान विष्णु का कल्कि अवतार होगा. ऐसे में वृंदावन से संभल तक पदयात्रा होगी तो यह एक अच्छा संदेश समाज को जाएगा.