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मध्य प्रदेश: धार्मिक नगरी उज्जैन बाबा महाकाल की नगरी में ठगी के कारण शहर चर्चा में, ठगी के आरोप लगने के बाद महिला महामंडलेश्वर ने जहरीला पदार्थ पी लिया

मध्य प्रदेश की धार्मिक नगरी उज्जैन को बाबा महाकाल की नगरी के नाम से जाना जाता है. वहीं, अब यहां होने वाली ठगी के कारण भी यह शहर चर्चाओं में रहने लगा है. महाकाल लोक बनने के बाद इस शहर में कभी भक्तों से भस्म आरती टिकट के नाम पर ठगी की जा रही है. तो कभी अन्य तरीके से भोले-भाले लोगों को ठगी का शिकार बनाया जा रहा है. अब शहर में ठगी का एक और मामला सामने आया है. शहर की महिला महामंडलेश्वर मंदाकिनी पुरी ने एक महंत को महामंडलेश्वर की पदवी दिलाने के नाम पर उसे 7.50 लाख रुपए ठग लिए हैं.

इस ठगी के मामले का खुलासा तब समय हुआ, जब महामंडलेश्वर नया नहीं बनाए जाने पर महंत ने महिला महामंडलेश्वर मंदाकिनी पुरी पर दबाव बनाया. महिला महामंडलेश्वर ने लाखों रुपये देने से साफ इनकार कर दिया. इस पर ठगी के शिकार महंत ने थाना चमनगंज में शिकायत दर्ज कराई है. पुलिस ने महामंडलेश्वर मंदाकिनी पुरी और उत्तराखंड के रहने वाले अश्विनी के खिलाफ 420 की धारा में केस दर्ज कर लिया है. ठगी का आरोप लगने के बाद महिला महामंडलेश्वर ने जहरीला पदार्ध पी लिया और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है.

लाखों रुपये लेने के बाद भी नहीं दिला पाए पदवी

इस पूरे ठगी के मामले की जानकारी देते हुए चिमनगंज थाना पुलिस ने बताया कि महामाया आश्रम के महंत सुरेश्वरवेदपुरी महाराज से महिला महामंडलेश्वर मंदाकिनी पुरी ने पंचायती निरंजनी अखाड़े में महामंडलेश्वर की पदवी दिलाने के नाम पर 7.50 लाख रुपये लिए थे. यह रुपए लेने के बाद भी महामंडलेश्वर मंदाकिनी पुरी उर्फ ममता जोशी और अश्विन उन्हें यह पदवी नहीं दिला पाए.

हरिद्वार किया फोन तो खुली पोल

चिमनगंज थाना पुलिस ने बताया कि सुरेश्वरवेदपुरी महाराज ने थाने में शिकायत दर्ज कराई थी. इसमें बताया गया कि मंदाकिनी पुरी ने पंचायती निरंजनी अखाड़े में महामंडलेश्वर की पदवी दिलाने के नाम पर 7.50 लाख रुपये लिये थे. इसका भुगतान ऑनलाइन और कैश किया गया था. रुपये लेने के बाद भी मंदाकिनी पुरी ने पदवी नहीं दिलाई है. तब उन्होंने हरिद्वार स्थित निरंजनी अखाड़े में संपर्क किया. जहां से जानकारी मिली कि अखाड़े द्वारा किसी भी पदवी या उपाधि के लिये रुपये नहीं लिये जाते हैं. न ही आपका नाम प्रस्तावित है.

ऑनलाइन और कैश में लाखों रुपये

इस पर सुरेश्वरनंदपुरी ने मंदाकिनी पुरी से अपने रुपये वापस मांगे तो उन्होंने रुपये देने से इंकार करते हुए झूठे केस में फंसाने की धमकी दी. सुरेश्वरवेदपुरी महाराज ने पुलिस को बताया कि उन्होंने महामंडलेश्वर की उपाधि के लिये मंदाकिनी पुरी उर्फ ममता जोशी को जो रुपये ऑनलाइन ट्रांसफर किए थे. उसका रिकार्ड मेरे पास सुरक्षित है. इसके अलावा मंदाकिनी द्वारा रुपयों की मांग किये जाने व झूठे केस में फंसाने की धमकी देने की मोबाइल रिकार्डिंग भी मेने संभाल कर रख रखी है.

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