मध्य प्रदेश के शहडोल से एक डॉक्टर और पुलिसकर्मी के बीच मारपीट का वीडियो सामने आया है। इस घटना को लेकर दोनों पक्षों की तरफ से शिकायत भी दर्ज कराई गई है। पुलिसकर्मी ने खुद ही एफआईआर लिखी है, जबकि डॉक्टरों के एक समूह ने घटना को लेकर ज्ञापन सौंपा है। हालांकि, डॉक्टर की तरफ से पुलिसकर्मी के खिलाफ मामला दर्ज नहीं कराया गया है। मामला सोहागपुर थाने का है, जहां डॉक्टर और पुलिस कर्मियों के बीच झड़प और मारपीट की घटना सामने आई है, जिसका वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है।
बताया जा रहा है कि मारपीट के दौरान बीच-बचाव करने पहुंचे डॉक्टर के परिजन और पुलिस के बीच भी झड़प हो गई। वहीं, डॉक्टर के अनुसार पहले पुलिस ने मारपीट की। घटना शनिवार रात हुई।
डॉक्टर के घर के बाहर हुई घटना
जिला चिकित्सालय के एसएनसीयू वार्ड में पदस्थ डॉक्टर कौशलेंद्र द्विवेदी और रात में गस्त कर रहे पुलिस वालों के बीच झड़प और मारपीट का मामला सामने आया है। पुलिस के अनुसार डॉक्टर नशे में धुत था। बीती रात ड्यूटी से लौट रहे डाक्टर देर रात सड़क में खड़े थे। गस्त के दौरान पुलिस वाले निकले और देर रात खड़े होने का कारण पूंछा। इसको लेकर पुलिस और डॉक्टर के बीच विवाद होने लगा। डॉक्टर ने पुलिस वाले की कॉलर पकड़ ली और देखते-देखते मारपीट शुरू हो गई। इस बीच डॉक्टर के परिजन भी पहुंचे और पुलिस वालों के साथ मारपीट होने लगी। एक आरक्षक ने डॉक्टर की जमकर पिटाई कर दी। घटना के बाद डॉक्टर और पुलिस कर्मियों का मेडिकल कराया गया। डॉक्टर का आरोप है कि उसके साथ मारपीट हुई है। डॉक्टर मेडिकल कालेज में भर्ती है।
पुलिस का बयान
इस मामले में पुलिस का कहना कि देर रात डॉक्टर सड़क में खड़े थे, जब उनसे पूछा गया तो विवाद करने लगे। पुलिस ने समझाने का प्रयास किया, लेकिन नशे में धुत डॉक्टर और पुलिस का विवाद मारपीट में बदल गया। पुलिस और डॉक्टर का मेडिकल कराया गया है। पूरे मामले में पुलिस के आलाधिकारी जांच कर रहे हैं। वहीं, डॉक्टरों की टीम ने इस पूरे मामले को लेकर शहडोल कमिश्नर सुरभि गुप्ता से निवास स्थान पर जाकर मुलाकात कर घटना की जानकारी दी।
डॉक्टर का बयान
अस्पताल में भर्ती डॉक्टर ने बताया कि वह अस्पताल से घर लौटने के बाद बाहर खड़े थे और गेट खुलने का इंतजार कर रहे थे। तभी दो पुलिसकर्मी आए और उनके साथ बदतमीजी करने लगे। विरोध करने पर पुलिसकर्मियों ने उनके साथ मारपीट की। बाद में उन्हें थाने ले जाकर लॉकउप में बंद करके डंडे और लात-घूसों से मारपीट की गई। डॉक्टर ने आरोप लगाया कि विवाद शुरू करने वाला पुलिसकर्मी नशे में था।