मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने शनिवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आस्था, श्रद्धा और धार्मिक पर्यटन के लिए किए गए आग्रह की वजह से सभी धार्मिक पर्व और उत्सव, उल्लास एवं उत्साह के साथ मनाए जा रहे हैं. महाकुंभ के साथ-साथ मध्यप्रदेश के चित्रकूट धाम, उज्जैन, ओरछा, दतिया जैसे धार्मिक स्थानों पर भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं
सीएम मोहन यादव ने कहा कि धार्मिक पर्यटन की इन गतिविधियों से प्रदेश की अर्थव्यवस्था को भी प्रोत्साहन मिला है. उज्जैन में ही पिछले साल 6 करोड़ से अधिक श्रद्धालु पधारे थे.
महाशिवरात्रि पर उमड़ेगी भक्तों की भीड़
वहीं 26 फरवरी को महाशिवरात्रि का पर्व आ रहा है, जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के आगमन की संभावनाएं हैं. उन्होंने कहा कि महाकाल लोक में श्रद्धालुओं के बढ़ रहे आवागमन को देखते हुए राज्य सरकार उनकी सुविधा के लिए हर संभव प्रयास कर रही है. इसी के अंतर्गत महाकाल लोक में आवागमन और दर्शन की सुगम व्यवस्था के लिए 6 द्वार विकसित किए जा रहे हैं
हमें हमारी विरासत पर गर्व: मोहन यादव
मोहन यादव ने कहा कि ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट से युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराने और प्रदेश की क्षमता का उपयोग देश की अर्थव्यवस्था को बेहतर बनाने की दिशा में कार्य हो रहा है. प्रदेश में आस्था, श्रद्धा से जुड़े कार्यों का भी क्रियान्वयन किया जा रहा है, जिससे हमें हमारी विरासत पर गर्व करने का अवसर मिले. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा प्रदेशवासियों को विकास गतिविधियों की सौगात निरंतर जारी रहेगी.
नवाचार का नया युग शुरू होगा
मोहन यादव ने कहा कि राज्य सरकार ने ‘मध्यप्रदेश वैश्विक क्षमता केंद्र (जीसीसी) नीति 2025’ शुरू की है. उन्होंने बताया कि यह नीति बहुराष्ट्रीय कंपनियों को आकर्षित करने और राज्य को एक डिजिटल एवं तकनीकी केंद्र के रूप में स्थापित करने की दिशा में बड़ा कदम है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत और ‘डिजिटल इंडिया’ कार्यक्रमों को गति देने में यह नीति एक मील का पत्थर साबित होगी.
राज्य का आर्थिक विकास
भोपाल में होने वाले वैश्विक निवेशक सम्मेलन-2025 से इस नीति को वैश्विक स्तर पर पेश करने का सबसे बड़ा मंच मिलेगा. एक बयान में कहा गया कि प्रधानमंत्री मोदी निवेशक सम्मेलन का 24 फरवरी को शुभारंभ करेंगे, जिससे मध्यप्रदेश का निवेश परिदृश्य और भी मजबूत होगा. बयान के मुताबिक दुनिया भर के निवेशकों, उद्योगपतियों और नीति-निर्माताओं के समक्ष मोहन यादव इस नीति को पेश करेंगे. इस सम्मेलन से जीसीसी के लिये बड़ी संख्या में निवेश प्रस्तावों की उम्मीद है, जिससे राज्य का आर्थिक विकास होगा.