लुधियाना की एक अदालत ने धोखाधड़ी के एक मामले में सोनू सूद के खिलाफ गैर-जमानती गिरफ्तारी वारंट जारी किया है। इसके बाद अभिनेता सोनू सूद ने आधिकारिक तौर पर इस मामले पर खुलकर बात की है और सच्चाई बताई है। लुधियाना की न्यायिक मजिस्ट्रेट रमनप्रीत कौर ने वारंट जारी किया था। धोखाधड़ी के मामले में शुक्रवार सुबह सोनू ने अपने एक्स अकाउंट पर एक नोट शेयर करते हुए कहा कि उन्हें इस मामले में ‘गवाह’ बनने के लिए बुलाया गया था, जिससे मेरा कोई लेना-देना नहीं है। उन्होंने इस मामले में सख्त कार्रवाई की भी मांग की।
धोखाधड़ी मामले में सोनू सूद ने दी सफाई
एक्स पर एक्टर ने धोखाधड़ी मामले में गिरफ्तारी वारंट मिलने की खबर के बाद लिखा, ‘हमें यह स्पष्ट करना है कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर वायरल हो रही खबर मेरे लिए सनसनीखेज है। मामले को सीधे शब्दों में कहें तो हमें माननीय न्यायालय ने तीसरे पक्ष से जुड़े एक मामले में गवाह के तौर पर बुलाया था, जिससे हमारा कोई लेना-देना नहीं है। हमारे वकीलों ने जवाब दिया है और 10 फरवरी 2025 को हम एक और बयान देंगे, जिसमें मैं इस मामले में अपनी बेगुनाही के सबूत भी आपके सामने पेश करूंगा।’
ध्यान खींचने के लिए बदनाम किया गया
बयान के अंत में सोनू ने कहा, ‘हम न तो ब्रांड एंबेसडर हैं और न ही हम किसी भी तरह से इस मामले से जुड़े हैं। यह सिर्फ मीडिया का ध्यान खींचने के लिए किया गया है। यह दुखद है कि सेलेब्स को आसानी से निशाना बनाया जाता है। हम इस मामले में सख्त कार्रवाई करेंगे।’ जानकारी के लिए बता दें कि इस मामले की अगली सुनवाई 10 फरवरी को होनी है।
सोनू सूद पर धोखाधड़ी का आरोप
यह वारंट लुधियाना की न्यायिक मजिस्ट्रेट रमनप्रीत कौर ने जारी किया था। वहां के वकील राजेश खन्ना ने 10 लाख रुपये की धोखाधड़ी का मामला दर्ज कराया था। उनका आरोप है कि मुख्य आरोपी मोहित शुक्ला ने उन्हें रिजिका कॉइन में निवेश करने का लालच दिया था। इस मामले में कोर्ट ने सोनू सूद को गवाही के लिए तलब किया था, जिसके बाद वह कोर्ट में पेश नहीं हुए और उनके नाम पर गिरफ्तारी वारंट जारी कर दिया गया। मुंबई के अंधेरी वेस्ट में ओशिवारा पुलिस स्टेशन के प्रभारी अधिकारी को सोनू सूद को गिरफ्तार करने का निर्देश दिया गया था। काम की बात करें तो सोनू आखिरी बार एक्शन थ्रिलर फिल्म ‘फतेह’ में नजर आए थे। इस फिल्म से उन्होंने बतौर डायरेक्टर भी डेब्यू किया था।