लखनऊः उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को लखनऊ में मुख्यमंत्री युवा कॉन्क्लेव और एक्सपो-2025 का उद्घाटन किया। मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास अभियान के तहत शुरू की गई मुख्यमंत्री युवा योजना को एक परिवर्तनकारी पहल बताते हुए उन्होंने कहा कि यह राज्य भर के लाखों युवाओं को स्व-रोज़गार से आत्मनिर्भरता की ओर ले जा रही है।
यूपी में युवाओं के लिए है असीमित संभावनाएं
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के युवाओं में असीमित संभावनाएं हैं। सीएम युवा योजना से इन युवाओं को मंच और मार्गदर्शन मिल रहा है जिससे उनका भविष्य उज्ज्वल हो सके। उन्होंने कहा कि यूपी के हस्तशिल्प, कुटीर और एमएसएमई उद्योगों को पुनर्जीवित करने के लिए कई योजनाएं शुरू की गई हैं। आज उत्तर प्रदेश में कोई भी नया उद्यम शुरू करने पर पहले 1000 दिन तक किसी प्रकार की लाइसेंस बाध्यता नहीं है। उन्हें पांच लाख रुपये का बीमा कवर भी दिया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने हर जिले से कम-से-कम 50 युवाओं को यह प्रदर्शनी दिखाने का निर्देश भी दिया ताकि उन्हें योजनाओं, स्टार्टअप संसाधनों और बाजार पहुंच की सही जानकारी मिल सके। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने फ्रेंचाइजी व्यवसाय, बिजनेस ऑन व्हील्स व अन्य नवाचारी व्यवसायों के ब्रांड्स/मशीनरी की प्रदर्शनी का उद्घाटन करने के साथ मशीनरी आपूर्तिकर्ताओं के पोर्टल ‘यूपी मार्ट’ को पेश भी किया।
मुख्यमंत्री युवा सम्मेलन में सीएम योगी ने कही ये बात
मुख्यमंत्री युवा सम्मेलन में विश्वविद्यालयों के कुलपतियों और युवाओं को संबोधित करते हुए, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शैक्षणिक संस्थानों और समाज के बीच बढ़ते अलगाव पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा, “हमारे संस्थान अलग-थलग द्वीप बनते जा रहे हैं, लोगों और सरकारी योजनाओं से तेज़ी से कटते जा रहे हैं। यह अलगाव खतरनाक है।”
मुख्यमंत्री योगी ने हस्तशिल्प, कुटीर उद्योग और एमएसएमई क्षेत्र सहित उत्तर प्रदेश के पारंपरिक उद्योगों को पुनर्जीवित करने के लिए शुरू की गई कई पहलों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा, “आज, राज्य में कोई नया उद्यम शुरू करने के पहले 1,000 दिनों के लिए लाइसेंस की कोई आवश्यकता नहीं है। हम युवा उद्यमियों को सहयोग देने के लिए ₹5 लाख का बीमा कवर भी प्रदान कर रहे हैं।”