आज हम चांद पर पहुंच गए हैं मंगल पर पहुंच गए हैं जिस तरह हम टेक्नोलॉजी का उपयोग करके दिन प्रतिदिन दुनिया में तरक्की कर रहे हैं ठीक उसी तरह इंसानियत दम तोड़ती जा रही है।
आज एक इंसान दूसरे इंसान पर भरोसा कर सके ऐसा असंभव होता जा रहा है क्योंकि आज इंसान नही सिर्फ जातिवादी व मजहबी लोग रह गए हैं।
कुछ कट्टर हिंदू कहते हैं कि मुस्लिम लडकी फसाओ और उसका शोषण करो तो वही कुछ चरमपंथी मुस्लिम कहते है कि हिंदू लडकी फसाओ और उसका शोषण करके धर्म परिवर्तन करो, अगर लडकी न माने तो उसे मार दो और बोरे में या सुतकेश में या फ्रिज में भर दो।
हिंदू धर्म में भी जातिवाद चरम सीमा पर पहुंच गया है। ब्राम्हण लोग क्षत्रिय, वैश्य व शुद्र को नीचा दिखाते है तो कही कुछ क्षत्रिय लोग ब्राह्मण, वैश्य व शूद्र को नीचा दिखाते हैं तो कही वैश्य लोग ब्राह्मणों, क्षत्रियों व शुद्रो को नीचा दिखाते है ठीक उसी प्रकार शुद्र भी ब्राह्मणों क्षत्रियों व वैश्यो को नीचा दिखाते हैं। ये ये लोग यही नहीं रुकते हैं नीचा दिखाने के साथ साथ एक दूसरे को जातिगत टिप्पडी करते हुए भद्दी भद्दी गालियां भी देते हैं।
जाति कोई भी हो धर्म कोई भी हो बचपन में मां बाप व अध्यापक बच्चो में सत्य बोलने व इंसानियत व ईमानदार रहने की आदत डालते हैं और जब बच्चे बड़े होते हैं और जातिवाद छोड़कर एक दूसरे से नजदीकियां बढ़ाते हैं तब मां बाप बच्चो को जातिवाद सिखाते है छुआछूत सिखाते है।
बच्चे यानी नवयुवक नवयुवतियां पढ़ाई करते है साथ दोस्ती, भाईचारा व प्यार भी अपनाते हैं।
कुछ लोग जिनके धर्म में प्यार को धंधा बनाया गया है धंधा समझ कर प्यार करते है और कुछ शख्स इंसान बने रहते हुए ही प्यार करते हैं। पर जो लोग धंधा समझ कर प्यार करते हैं लड़कियों को फसाना और उनका शोषण करके छोड़ देना या प्यार करके शादी करके धर्म परिवर्तन कराना या ब्लैकमेल करके लड़कियों से जिस्मफरोसी कराने का काम करते है उनकी लाइफ स्टाइल ईमानदार लोगो की अपेक्षा काफी बेहतर होती है। पर जो लोग ईमानदारी से जातिवाद छोड़कर धर्मवाद छोड़कर प्यार करते हैं और शादी करना चाहते हैं तो उनके घर वाले उनकी मरजी के खिलाफ़ होते हैं और जब घरवाले खिलाफ़ होते हैं तब या तो लडका या लडकी या दोनो आत्महत्या कर लेते है या भाग कर शादी कर लेते हैं यानी कोर्ट मैरिज या लव मैरिज। जब लडका या लडकी मर जाते है तब मां बाप कहते कि मरने से अच्छा तो शादी करके जिंदा रहते कम से कम आंखो के सामने होते पर जब शादी कर लेते है तो कहते है कि तलाक कराओ नही तो हम आत्महत्या कर लेंगे इस तरह से ब्लैकमेल करते है।
एक प्रेम कहानी
एक गरीब ब्राम्हण लड़के (जो कि प्राइवेट स्कूल में पढ़ाकर 800/- प्रतिमाह कमाता है, व कोचिंग पढ़ाकर 2000- 2500 कमाता है।)को एक ओबीसी लड़की से प्यार हो जाता है और जब उसे प्यार हो जाता है तो वो काफी खुश रहने लगता है लडकी से कॉल पर बातचीत करता रहता है। लडका लडकी से शादी को कहता है लडकी मान जाती है पर घरवाले नही मानेंगे ये सोचकर फिल्मी स्टाइल में मंदिर में शादी करते हैं। और अपनी लाइफ स्टाइल आगे बढ़ाते हैं अभी वो दोनो अपने अपने घर में ही रहते हैं पर बातचीत अब पहले से बेहतर होती है। गर्मी की छुट्टियों में कोचिंग का किराया भी देना मुश्किल हो जायेगा ये सोचकर वो कोचिंग की दो एससी लड़कियों (सगी बहनों) से प्यार का नाटक करता है ताकि वो लड़कियां कोचिंग छोड़कर न जाए नही तो इसकी कोचिंग का किराया भी नही निकल पाएगा।
लड़कियां मान जाती है कुछ समय पश्चात लड़के को लगता है कि उसे यह नाटक भारी पड़ सकता है तो उसे डायरेक्टली अपनी कहानी के बारे में न बता कर अपने दोस्त का नाम देते हुए अपनी हकीकत बताया और बारी बारी से पूछा कि बताओ लडकी क्या करेंगी तो जवाब आया कि लडकी आत्महत्या कर लेगी लडका डर गया सहम गया। अब उसने सोचा कि जो होगा देखा जायेगा अब कुछ भी तीनो को खुश रखेगा। अब वो अगर कुछ भी छोटा मोटा गिफ्ट लाता तो तीनो के लिए लाता।
अब इन दोनो बहनो को पहले प्यार का पता चल जाता है तो लडका दोनो से बारी बारी से झूठ बोलता है कि नही हम सिर्फ दोस्त हैं। लड़का डरता था कि कही उसकी वजह से कोई आत्महत्या न कर ले जो उसे जेल हो जाय कुछ सालो के बाद पहले प्यार की उसके घर वाले शादी तय कर देते हैं तो लडका परेशान हो जाता है लडका मजाक मजाक में अपने घर वालो को अपने पहले प्यार के बारे में बता देता है और कहता कि वो उसके साथ शादी करना चाहता है पर घर वाले मना कर देते हैं जाति का वास्ता देकर कि अन्य जाति में नहीं करना है अब लडका दुःखी रहने लगा और उस ओबीसी लड़की की शादी हो जाती है उसकी शादी के बाद लडका खुद को तरह तरह से मारने की कोशिश करने लगा जैसे हाथ काटना, हेयर डाई पीना, 30-40 टेबलेट एक बार में खाना, मच्छर मारने की दवा पीना, चूहे मारने की दवा खाना पर लडका मरा नहीं और अंततः एक दिन वो बीमार पड़ गया विद्यालय में लडके के सहयोगी अध्यापक ने उसे अपने घर ले जाकर आराम करने को कहा और डॉक्टर को बुलाकर चेकअप कराया।
इधर लडके की खराब हालत देखकर दोनो एससी लड़किया (सगी बहनें) परेशान रहने लगी।
लडका अब सिगरेट पीने लगा और कभी कभी बीयर भी सिगरेट तो डेली पीने लगा पर उन दोनो का लगाव व प्यार देखकर लडके ने फैसला किया कि वो अब इन दोनो के साथ खुश रहने की कोशिश करेगा।
लडका छोटी बहन के साथ एक अच्छे व सच्चे दोस्त की तरह रहने लगा और बड़ी बहन के साथ केवल दिखावा प्यार करता रहा लडके ने छोटी बहन को जिससे अब वो सबसे ज्यादा प्यार करता था उसे अपने जीवन की हर सच्चाई बता दिया यहां तक कि उसने अपनी और उसके बडी बहन के बारे में भी बता दिया और उसके सर पर हाथ रख कर कहा कि वो तुम्हे कभी भी नही खोना चाहता है पर तुम्हारी बहन को कैसे मना करे कही उसने कूछ कर दिया तो आफत आ जायेगी। फिर वो अधिकतर समय छोटी के साथ व कुछ समय बडी के साथ रहकर खुश रहने लगा लडका अब अपने बारे में हर सच्चाई हर सिक्रेट छोटी को बताने लगा और उसे अच्छे से पढ़ाने लगा ताकि उसे आईएएस की जॉब मिल सकें।
कुछ समय बाद बड़ी बहन को फेसबुक के एक लडके से प्यार हो जाता है वो उसके साथ समय व्यतीत करती और पहले लडके के साथ भी। जब लड़के को फेसबुक के प्यार का पता चला तो लडका डर गया क्योंकि फेसबुक पर फर्जी आईडी बनाकर लड़कियो का शिकार करने वाले काफी लोग होते हैं और उस समय तो लव जिहाद भी काफी चल रहा था तो उसने लडकी को समझाया पर लडकी नही मानी लड़के ने मार कर समझाया पर नहीं मानी तो लड़के ने लड़की से एक राजी नामा लिखवाकर साइन कराया कि यदि लडकी के जीवन में कोई लडका आता है तो उस लड़के से मतलब नहीं और ठीक उसी प्रकार अगर लडके के जीवन में कोई लड़की आती है तो उसे मतलब नहीं। लड़के ने छोटी बहन को सारी बात बता दी और कहा अब जो भी दोस्त यार प्यार पत्नी सब तुम हो अब खुश रहो। कुछ समय पश्चात बडी बहन की तबियत खराब तो लड़की ने उसका जिम्मेदार लड़के को ठहराया जबकि लड़के का अब उससे कोई लेना देना नही था पर लड़के ने अपनी ईमानदारी दिखाते हुए गलती मान कर क्षमा मांगी और वहा से निकल गया अब लड़के को टेंशन होने लगी और तीसरी लड़की यानी लड़के की अंतिम प्रेमिका को कि बातचीत कैसे होगी। क्योंकि घर वाले नाराज हो गए थे लड़की के। कुछ दिनों तक लड़की चुप चुप कर बातचीत करती रहीं और उन दिनों दोनो कई मंदिरों में भी घूमे और साथ जीने मरने की कसमें खाई और शादी करने व ईमानदारी से साथ देने का वादा किया।
कुछ समय पश्चात अब लड़के के घरवालों को दोनो के प्यार के बारे में शक हुआ या कही से पता चला तो उन्होंने लड़के के लिए रिश्ते बुलाने शुरू किया जब जब रिश्ते वाले आते लडका दुःखी होता और रोता रहता कि उससे वादा किया है अब पुरा करना है और जब लडका लडकी को रिश्ते वाले के बारे में जानकारी देता तो लड़की भी रोती .
फिर ल़डके व लङकी ने फैसला किया कि चलो एक दूसरे के साथ कोर्ट मैरिज करते हैं वो भी रजिस्टर मैरिज ताकि हमारे परिवार वाले हम दोनो को अलग न कर सकें। लड़की राजी हो जाती है फिर लडका कहता है कि एक बात याद रखना मुझसे अगर तुम टाइम पास कर रहे हो तो अभी साथ छोड़ दो मैं एक बुरा हादसा समझ लूंगा और ये भी मान लूंगा कि मेरी किस्मत में प्यार है ही नही, पर अगर शादी रजिस्टर हुई तो मैं जान दे दूंगा पर तलाक नहीं दूंगा और न ही तुम्हे किसी और के पास जाने दूंगा अभी वक्त है सोच लो दो चार दिन दो चार हफ्ते दो चार महीने क्योंकि शादी कोई खेल नहीं है आज इसके साथ कल उसके साथ तब लङकी बोली ठीक है फिर लड़के ने लङकी के साथ रहने के लिए परिवार को बिना बताए एक जगह खरीदी और उस जगह को खरीदने से पहले ल़डके ने उस लङकी को भी दिखाया और कहा बोलो तो इसकी रजिस्ट्री तुम्हारे नाम करवा देपर लङकी ने कहा नही इसे अपने नाम रखो अभी शादी के बाद मेरे नाम कर देना।
जमीन खरीदने के बाद लडका वकील से मिला और रूपये दिए शादी की डेट निकलवाया और पहुंच गए कोर्ट में शादी रजिस्टर कराने। ल़डके ने लङकी के लिए कुछ गहने बनवाए उसे पहनाने के लिए अपनी यथास्थिति अनुसार।
ल़डके ने उसको गहने पहनाए और उसकी मांग में टीका लगाया तो पहले लडकी रोई उसे रोता देखा तो लडका भी रो पड़ा दोनो ही रो पड़े, लडका बोला अगर मन न हो तो शादी मत करों पर रो मत अभी से रो रही हो तो आगे कैसे मैनेज करोगी जो रूपये खर्च हुए उसकी टेंशन मत लो हम मैनेज कर लेंगे पर लडकी ने कहा आज ही करेंगे शादी और उस दिन दोनो ने रजिस्ट्रार के सामने वकील की मदद से शादी रजिस्टर कराई.
अब दोनो खुश रहने लगे ल़डके ने सिगरेट पीना कम कर दी लगभग छोड़ दी।
ल़डके के घरवाले अभी भी उसकी शादी के लिऐ रिश्ते मंगवाते रहे तो ल़डके ने लङकी से कहा हम दोनो भाग कर दर दर नहीं भटकना चाहते हैं ऐसा करते हैं कि घरवालों को सच बता देते है और तब तक दूर रहते हैं जब तक ल़डके के छोटे भाई वा लङकी की बडी बहन की शादी नही हो जाती है और ल़डके ने ये भी कहा की उसके घर वाले जात पात बहुत मानते तो इसके घरवाले कभी तुम्हे बहु के रूप में स्वीकार नहीं करेगें और एक बात याद रखना कि अगर तुम्हारे पापा तुमसे किसी भी पेपर पर साइन कराए तो करना मत वरना वो हमे जेल भिजवा देंगे और हम पर एससी एसटी एक्ट लगवा देंगे। जिस दिन उन दोनो के मिलने का आखिरी दिन था यानी बिछड़ने का दिन था दोनो खूब रोए और सोच सोच कर परेशान हुए कि आगे क्या होगा।
उस दिन लड़के ने कहा कि अब वो फिर से सिगरेट पिएगा गुस्सा मत होना जिस दिन फिर से हम दोनो साथ रहने लगेंगे सिगरेट छोड़ देंगे ऐसा उसके सर पर हाथ रख कर कसम खाया और ये भी कहा कि अब तक मैं कई लोगो की लाइफ के साथ खिलवाड़ कर चुका हू पर तुम्हारी कसम खाकर कहता हू कि अब से सिर्फ तुम्ही मेरी पत्नी हो मेरी अर्धांगनी हो अब हम किसी भी अन्य लङकी के साथ संपर्क नहीं बनायेंगे केवल एक अच्छे दोस्त तक ही सीमित रहेंगे उसके मन मे कुछ मेरे लिए आए उससे पहले ही उसे हम बता देंगे की हमने तुमसे शादी कर रखी है।
फिर उसी दिन लड़के ने अपने घर वालो के लिऐ डायरी लिखी और लङकी के घरवालों के लिऐ लेटर लिखा क्योंकि डायरेक्ट घरवालों से बात करने की हिम्मत नही थी
(आगे की कहानी अगले part में, इंतजार कीजिये part-2 का )
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