Related Articles
आज 16 राज्य और 5 केन्द्र शासित प्रदेशों में 102 लोकसभा सीटों के लिए वोट डाले जा रहे हैं। साथ ही अरुणाचल प्रदेश और सिक्किम विधानसभा के लिए भी आज वोट डाले जा रहे हैं। सुबह 7 बजे से शाम 5 बजे तक वोटिंग होगी। चुनाव आयोग के मुताबिक, पहले फेज में कुल 1,625 कैंडिडेट्स मैदान में हैं जिनमें 1,491 पुरुष और 134 महिला कैंडिडेट्स हैं तो पहले चरण में 16.63 करोड़ से ज्यादा वोटर्स हैं। इनमें 8.4 करोड़ पुरुष और 8.23 करोड़ महिला मतदाता हैं। खास बात ये है कि इस बार 35 लाख 67 हज़ार से ज्यादा युवा ऐसे हैं जो पहली बार वोट करेंगे। इतने बड़े पैमाने पर चुनाव के लिए पहले चरण में ही 1 लाख 87 हज़ार पोलिंग बूथ बनाए गए हैं। तमिलनाडु और उत्तराखंड समेत 10 राज्य ऐसे हैं जहां सभी सीटों पर एक साथ वोट डाले जा रहे हैं।
2024 के रण का पहला चरण आज
आज जिन 102 सीटों पर वोटिंग हो रही है उनमें बीजेपी का पलड़ा भारी है क्योंकि 2019 में इन सीटों पर सबसे ज्यादा बीजेपी ने 40, DMK ने 24, कांग्रेस ने 15 सीटें जीती थीं जबकि अन्य को 23 सीटें मिली थीं। पहले चरण में आज तमिलनाडु की सभी 39 सीटें, राजस्थान की 12, उत्तर प्रदेश की 8, मध्य प्रदेश की 6, महाराष्ट्र की 5, बिहार की 4, उत्तराखंड की सभी 5, असम की 5, पश्चिम बंगाल की तीन, मणिपुर, मेघालय और अरुणाचल की 2-2 सीटें, छत्तीसगढ़, मिजोरम और नागालैंड की एक एक सीट, सिक्किम, त्रिपुरा, अंडमान-निकोबार की एक-एक सीट तो जम्मू-कश्मीर, लक्षद्वीप और पुडुचेरी की भी एक एक सीट पर वोटिंग है।
पहले चरण की हॉट सीट और दिग्गज कैंडिडेट-
- उत्तर प्रदेश की मुजफ्फरनगर सीट से बीजेपी के संजीव कुमार बालियान, पीलीभीत से बीजेपी के जितिन प्रसाद।
- सहारनपुर से कांग्रेस के इमरान मसूद, कैराना सीट से एसपी की इकरा हसन मैदान में हैं।
- महाराष्ट्र की नागपुर सीट से केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, अरुणाचल पश्चिम से किरेन रिजिजू, त्रिपुरा वेस्ट से बीजेपी के पूर्व सीएम विप्लव देव मैदान में हैं
- बिहार की गया सीट से पूर्व सीएम और HAM चीफ जीतनराम मांझी की किस्मत का भी आज फैसला है।
- वहीं उत्तराखंड में हरिद्वार सीट से बीजेपी के पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत, पौड़ी गढ़वाल से बीजेपी नेता अनिल बलूनी।
- नैनीताल सीट से बीजेपी के अजय भट्ट और अल्मोड़ा-पिथौरागढ़ सीट से बीजेपी के अजय टम्टा मैदान में हैं।
- मध्य प्रदेश की छिंदवाड़ा सीट से कमलनाथ के बेटे नकुलनाथ मैदान में हैं तो बीजेपी नेता फग्गन सिंह कुलस्ते मंडला सीट से ताल ठोंक रहे हैं।
- एमपी की शहडोल सीट से बीजेपी की हिमाद्री सिंह मैदान में हैं।
- राजस्थान के बीकानेर से बीजेपी नेता अर्जुन राम मेघवाल की किस्मत के फैसले का दिन है।
- जयपुर शहर सीट से गहलोत सरकार में मंत्री रहे प्रताप सिंह खाचरियावास मैदान में हैं तो अलवर सीट से भूपेंद्र यादव मैदान में हैं।
उत्तर से दक्षिण तक आज जिन 102 सीटों पर वोटिंग है उनमें तमिलनाडु की नीलगिरी सीट से डीएमके के ए राजा तो कोयंबटूर सीट से बीजेपी नेता के. अन्नामलाई की किस्मत दांव पर है। वहीं पू्र्व गवर्नर तमिलिसाई सौंदर्यराजन को बीजेपी ने चेन्नई साउथ से मैदान में उतारा है। इनके अलावा DMK के दयानिधि मारन चेन्नई सेंट्रल सीट से मैदान में हैं। DMK की ही कनिमोझी करुणानिधि पर थूथुकुडी की जनता फैसला सुनाने वाली है। तमिलनाडु की शिवगंगा सीट पर कांग्रेस के कार्ति चिदंबरम ताल ठोक रहे हैं।
असम की जोरहट सीट पर गौरव गोगोई के मुकाबले बीजेपी ने तपन गोगोई को उतारा है जबकी डिब्रूगढ़ सीट पर असम के पूर्व सीएम और केंद्रीय मंत्री सर्बानंद सोनोवाल बीजेपी उम्मीदवार हैं।
वापसी की उम्मीद में है I.N.D.I.A. गठबंधन
इन चुनावों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बीजेपी की अगुवाई वाला NDA और ज्यादा सीटें जीतने के लिए प्रयास कर रहा है वहीं विपक्षी गठबंधन ‘I.N.D.I.A.’ के घटक दल 2014 और 2019 के चुनावों में लगातार हार के बाद वापसी की उम्मीद कर रहे हैं।
पहले चरण में उत्तर प्रदेश के नौ जिलों की आठ लोकसभा सीट पर आज वोट डाले जा रहे हैं. पहले चरण में जिन सीटों पर वोट डाले जा रहे हैं, उनमें सभी सीटें पश्चिमी यूपी की हैं, जिसमें सहारनपुर, बिजनौर, कैराना, मुजफ्फरनगर, नगीना, मुरादाबाद, रामपुर और पीलीभीत लोकसभा सीट शामिल हैं. इन सीट पर चुनाव प्रचार के दौरान सभी पार्टियों ने अपनी पूरी ताकत लगाई थी.
प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा ने बताया कि पहले चरण में कुल 1.44 करोड़ मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकेंगे. मतदान के लिए 7,693 मतदान केंद्र और 14,845 पोलिंग बूथ बनाए गए हैं. इनमें से 3,571 पोलिंग बूथों को संवेदनशील श्रेणी में रखा गया है. 1.44 करोड़ मतदाताओं में 76.23 लाख पुरुष, 67.14 लाख महिला और 824 ट्रांसजेंडर हैं.
220 कंपनी पैरामिलिट्री फोर्स की तैनाती
पहले चरण में नौ जिलों की आठ लोकसभा सीटों पर मतदान सकुशल संपन्न कराने हेतु 1272 सेक्टर मजिस्ट्रेट, 150 जोनल मजिस्ट्रेट, 103 स्ट्रेटिक मजिस्ट्रेट औक 1,861 माइक्रो ऑब्जर्वर तैनात किए गए हैं. वहीं 6,018 इंस्पेक्टर और सब इंस्पेक्टर, 35,750 हेड कॉन्स्टेबल और कॉन्स्टेबल, 24,992 होमगार्ड, 60 कंपनी PAC और 220 कंपनी पैरा मिलिट्री फोर्स की तैनाती पोलिंग बूथों पर की गई है. इसके अतिरिक्त 6,764 ग्राम चौकीदार और 155 PRD जवान भी तैनात किए गए हैं. सभी 9 जिलों में 348 फ्लाइंग स्क्वायड टीम, 459 स्टैटिक सर्विलांस टीम और 55 QRT टीम का गठन कर जांच-पड़ताल की जा रही है.
8 सीटों पर कुल 80 उम्मीदवार
पहले चरण के चुनाव में विभिन्न दलों से कुल 80 उम्मीदवार मैदान में हैं, जिनमें 73 पुरुष और सात महिलाएं हैं. मुरादाबाद से 12, कैराना से 14, मुजफ्फरनगर और बिजनौर से 11-11, सहारनपुर और पीलीभीत से 10-10, नगीना और रामपुर से छह-छह उम्मीदवार मैदान में हैं. चुनाव आयोग के मुताबिक, पहले चरण में कुल 1.43 करोड़ मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर सकेंगे.
पहले चरण में ये प्रमुख चेहरे चुनावी मैदान में
पहले चरण के प्रमुख उम्मीदवारों में पीलीभीत से जितिन प्रसाद, मुजफ्फरनगर से केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान और नगीना से आजाद समाज पार्टी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद शामिल हैं. वहीं रामपुर में समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता व प्रमुख मुस्लिम चेहरा आजम खान की गैरमौजूदगी रहेगी. आजम खान इस समय सीतापुर जेल में बंद हैं. उनकी जगह सपा ने नई दिल्ली की जामा मस्जिद के इमाम मौलाना मुहिबुल्लाह नदवी को मैदान में उतारा है.
2019 में इन 8 सीटों पर किस-किस पार्टी ने दर्ज की थी जीत
पहले चरण में जिन आठ लोकसभा सीट पर मतदान होना है, उनमें से 2019 के चुनाव में बीजेपी ने तीन मुजफ्फरनगर, कैराना और पीलीभीत लोकसभा सीट पर जीत दर्ज की थी. वहीं समाजवादी पार्टी ने दो मुरादाबाद और रामपुर लोकसभा सीट पर जीत दर्ज की थी, जबकि बसपा ने तीन सहारनपुर, नगीना और बिजनौर लोकसभा सीट पर जीत दर्ज की थी. हालांकि आजम खान के सांसद पद से इस्तीफा देने के बाद हुए उपचुनाव में बीजेपी ने रामपुर सीट पर जीत हासिल की थी.
तमिलनाडु में हम सभी 39 सीटें जीतेंगे: चिदंबरम
अपना वोट डालने के बाद कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम ने कहा कि तमिलनाडु में हम सभी 39 संसदीय सीटें जीतेंगे. आज पूरे तमिलनाडु में मतदान हो रहा है और मुझे पूरा विश्वास है कि हम सभी सीटें जीतेंगे.
लोकसभा चुनाव के पहले चरण का मतदान शुरू
नागपुर, महाराष्ट्र: आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत पहले चरण में वोट डालने के बाद अपनी स्याही लगी उंगली दिखाते हुए.
अहमदाबाद में आज नामांकन दाखिल करेंगे केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह
गुजरात के अहमदाबाद में आज केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह नामांकन दाखिल करेंगे.
भाजपा जानती है कि वह हारने वाली है: गोपाल राय
आप नेता गोपाल राय ने कहा कि आप विधायकों और मंत्रियों को लगातार गिरफ्तार किया जा रहा है और ईडी को एक उपकरण के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है. मैंने हमेशा कहा है कि बीजेपी ईडी है और इसके विपरीत आज पूरा देश देख रहा है कि एमसीसी कब और कैसे हो गई है. निर्वाचित प्रतिनिधियों को चुनाव प्रचार करने और निर्वाचित होने से रोका जा रहा है. भाजपा जानती है कि वह हारने वाली है और इसीलिए वह घबरा गई है.
कई सीटों पर हार-जीत का अंतर 10 फीसदी से भी कम
2019 के लोकसभा चुनाव में 27 सीटें ऐसी थीं जहां पर हार-जीत का अंतर 10 फीसदी से भी कम वोटों का था, जिसमें 8 लोकसभा सीटों पर जीत का अंतर 2 फीसदी वोटों से भी कम था. इसके अलावा 26 लोकसभा सीटों पर 10-20 फीसदी तो 29 सीटों पर 20-30 फीसदी था. इसके अलावा 15 लोकसभा सीटों पर जो जीत का अंतर 30 से 40 फीसदी था तो 5 सीटों पर 40 फीसदी का अंतर रहा था.
पिछले चुनाव में जिन 8 सीटों पर जीत-हार का अंतर 2 फीसदी से कम था. वह सीटें लक्षद्वीप, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, मिजोरम, नागालैंड, तमिलनाडु की वेल्लोर और चिदंबरम सीट और उत्तर प्रदेश की मुजफ्फरनगर सीट थी. लक्षद्वीप में एनसीपी के मोहम्मद फैज़ल ने कांग्रेस के हमदुल्ला सईद को केवल 823 वोटों के अंतर से हराया था. इस तरह से जीत का अंतर सिर्फ 1.8 प्रतिशत था. ऐसे ही अंडमान और निकोबार सीट पर कांग्रेस के कुलदीप राय शर्मा ने बीजेपी के विशाल जॉली को महज 1407 वोट यानी 0.7 फीसदी के अंतर से हराया था.
पहले चरण की 102 लोकसभा सीटों में से 53 सीटों पर 2019 के चुनाव में जीत-हार का अंतर 20 फीसदी के कम वोटों का रहा था. 2024 के चुनाव में इन 53 सीटों पर कांग्रेस और बीजेपी दोनों के गठबंधनों की धड़कने बढ़ी हैं, जिसमें कुछ वोटों के उलटफेर होने पर सारे सियासी खेल बिगड़ जाएंगे. इसीलिए कोई भी राजनीतिक दल किसी तरह की कोई कोर-कसर नहीं छोड़ना चाहती है. पीएम मोदी से लेकर बीजेपी के तमाम दिग्गजों ने पूरी ताकत लगा रखी थी तो विपक्षी खेमे से राहुल गांधी से लेकर मल्लिकार्जुन खरगे तक ने जमकर पसीना बहाया है.
बीजेपी के लिए क्यों अहम है पहला चरण?
बीजेपी के लिए पहला चरण काफी अहम माना जा रहा है. बीजेपी अरुणाचल की दो और उत्तराखंड की सभी पांचों सीटें जीतने में कामयाब रही थी. राजस्थान की जिन 12 सीटों पर चुनाव है, उनमें से 11 सीटों पर बीजेपी का कब्जा है और एक सीट आरएलपी को मिली थी. इस तरह बीजेपी को इन दोनों राज्यों के साथ-साथ यूपी में भी अपनी सीटें बढ़ाने की चुनौती होगी. इस बार बीजेपी को तीनों ही राज्यों में कड़ी चुनौती मिल रही है, जिसके चलते पिछले चुनाव के नतीजे को दोहराने आसान नहीं है.
उत्तर प्रदेश की आठ सीटों पर मतदान
उत्तर प्रदेश में पहले चरण की आठ सीटें है, जिसमें कैराना, सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, बिजनौर, नगीना, मुरादाबाद, रामपुर और पीलीभीत सीट है. 2019 में बीजेपी को आठ सीटों में से उसे पांच पर हार का सामना करना पड़ा था. वह तीन सीटें पर ही जीत सकी थी. 2019 में बसपा और सपा के गठबंधन का सबसे अधिक असर यहीं देखने को मिला था. लेकिन इस बार समीकरण बदल चुके हैं. सपा के साथ रहने वालीआरएलडी इस बार बीजेपी के साथ है.
पश्चिमी उत्तर प्रदेश में चुनावी समीकरण 2019 से अलग हैं, लेकिन सपा-बसपा ने जिस तरह का तानाबाना बुना है उससे बीजेपी के लिए कड़ी चुनौती है. क्षत्रिय समुदाय की नाराजगी अगर ऐसी ही बरकरार रही है तो बीजेपी के लिए अपनी सीटें बचाए रखना मुश्किल होगा, वहीं, मुसलमानों का कन्फ्यूजन उसके लिए राहत का सबब बनी हुई है. रामपुर, पीलीभीत, सहारनपुर, बिजनौर और नगीना सीट पर मुस्लिम वोटों में बिखराव दिख रहा है जबकि कैराना, मुजफ्फरनगर और मुरादाबाद सीट पर एकजुट है.
मध्य प्रदेश की 6 सीटों का समीकरण
मध्य प्रदेश की 6 लोकसभा सीट पर चुनाव है, जिसमें बीजेपी 2019 में पांच सीटें जीतने में कामयाब रही थी जबकि कांग्रेस सिर्फ छिंदवाड़ा सीट ही जीत सकी थी. इस बार बीजेपी छिंदवाड़ा सीट पर कब्जा जमाना चाहती है. कमलनाथ के करीबियों के पाला बदलकर बीजेपी खेमे में आने से इस बार कांग्रेस के लिए छिंदवाड़ा में मुकाबला उतना आसान नहीं रहा है. इसी तरह महाराष्ट्र की जिन पांच सीटों पर मतदान हैं, वहां बीजेपी चार सीटों पर 2019 में जीती थी. शिवसेना और एनसीपी में टूट और अजित पवार और एकनाथ शिंदे के बीजेपी के पाले में जाने, शरद पवार और उद्धव ठाकरे के कांग्रेस से साथ रहने के बाद सियासी समीकरण उलझा है.
पहले चरण में पूर्वोत्तर के सात राज्यों की 13 लोकसभा सीटों पर चुनाव है. अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, नागालैंड और सिक्किम में वोटिंग होगी. इसके अलावा असम की चार लोकसभा सीट पर पहले ही चरण में चुनाव है और त्रिपुरा की एक सीट पर भी पहले चरण में चुनाव है, जहां पर बीजेपी का कब्जा है. पूर्वोत्तर भारत में कांग्रेस को 2019 में केवल चार सीटें मिली थीं. अब दोनों खेमों के बीच अपनी-अपनी सीटें बढ़ाने की चुनौती है. असम में परिसीमन के बाद सभी सीटों के चुनावी समीकरण बदल गए हैं और पुरानी की जगह कई नई सीटें बन गई हैं.
पहले फेज में बीजेपी नेतृत्व वाले एनडीए और कांग्रेस के अगुवाई वाले इंडिया गठबंधन के साथ कई दिग्गज नेताओं की किस्मत दांव पर लगी है. मोदी सरकार के आठ केंद्रीय मंत्री, दो पूर्व मुख्यमंत्री और एक पूर्व राज्यपाल की अग्निपरीक्षा पहले चरण में होनी है. केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी भूपेंद्र यादव, किरेन रिजिजू, अर्जुन राम मेघवाल, जितेंद्र सिंह, संजीव बालियान, सर्बानंद सोनोवाल और एल मुरुगन जैसे नेताओं की साख दांव पर लगी है. इसके अलावा कई दिग्गजों नेताओं पर सभी की निगाहें लगी हुई है, जिनकी सीटों पर पहले चरण में वोटिंग होनी है.