लोकसभा चुनाव 2024 की सरगर्मी के बीच राजनीतिक दलों में उथल-पुथल का सिलसिला लगातार जारी है. कई नेता अपनी-अपनी पार्टियों को छोड़ दूसरे दलों का दामन थाम रहे हैं. इसी क्रम में झारखंड में कांग्रेस को एक बड़ा झटका लगा है. यहां सिंहभूम से कांग्रेस सांसद और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा की पत्नी गीता कोड़ा ने कांग्रेस का साथ छोड़ दिया और बीजेपी में शामिल हो गईं. झारखण्ड के बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने गीता कोड़ा को भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता दिलवाई.
इससे दो दिन पहले दक्षिण तमिलनाडु में कांग्रेस को बड़ा झटका लगा था. विलावनकोड निर्वाचन क्षेत्र से तीन बार की कांग्रेस विधायक विजयाधरानी ने पार्टी को अलविदा कहते हुए बीजेपी का दामन थाम लिया. उन्हें लेकर पिछले कुछ दिनों से लगातार अटकलें लग रहीं थी. वह राज्य सरकार के चालू बजट सत्र के दौरान भी विधानसभा में नहीं आईं और पार्टी नेताओं का उनसे संपर्क हो पाया. उनके कांग्रेस छोड़ने का एक मुख्य कारण पार्टी के आंतरिक मतभेद रहे. वह कथित तौर पर वरिष्ठ नेता सेल्वापेरुन्थागई से नाराज थीं, जो कुछ समय पहले तक सीएलपी नेता थे और कुछ समय पहले ही उन्हें तमिलनाडु कांग्रेस अध्यक्ष के रूप में पदोन्नत किया गया था.
उससे पहले महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण ने कांग्रेस छोड़ने के एक दिन बाद मंगलवार को बीजेपी ज्वाइन कर ली थी. उनका उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और राज्य पार्टी प्रमुख चंद्रशेखर बावनकुले ने बीजेपी में स्वागत किया. बीजेपी में शामिल होने के बाद भी अशोक चव्हाण ने कहा कि मैं आज बीजेपी में शामिल हुआ हूं. मुझे मौका देने के लिए पीएम मोदी, अमित शाह, जेपी नड्डा और देवेंद्र फडणवीस सहित सभी का आभार मानता हूं.
नॉर्थ ईस्ट में भी कांग्रेस को झटका
अरुणाचल प्रदेश में भी कांग्रेस को झटका लगा है. कांग्रेस विधायक निनॉन्ग एरिंग और वांगलिन लोवांगडोंग पार्टी छोड़ बीजेपी में शामिल हो गए. इसके अलावा नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) के मुत्चू मिथि और गोकर बसर भी बीजेपी में शामिल हुए. अरुणाचल प्रदेश के सीएम पेमा खांडू ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर जानकारी शेयर करते हुए कहा, “माननीय कांग्रेस विधायकों – निनॉन्ग एरिंग और वांगलिन लोवांगडोंग और 2 एनपीपी विधायकों मुच्चू मिथि और गोकर बसर का भाजपा में गर्मजोशी से स्वागत किया गया.” इन चार विधायकों के बीजेपी में आने के बाद अब पार्टी के पास सदन में 53 विधायक हो जाएंगे. इसके अलावा 3 विधायक बाहर से समर्थन दे रहे हैं.
कमलनाथ के कांग्रेस छोड़ने की खबरें
वहीं, मध्य प्रदेश में भी कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व सीएम कमलनाथ के पार्टी से इस्तीफा देने की खबरें सामने आई थीं. कहा जा रहा था कि कमलनाथ कांग्रेस से इस्तीफा दे देंगे. साथ ही उनके बेटे और छिंदवाड़ा से सांसद नकुलदेव भी कांग्रेस से इस्तीफा दे देंगे. हालांकि, अभी तक ऐसा हुआ नहीं है. पूर्व सीएम कमलनाथ के कांग्रेस छोड़ देने की खबरों के बीच उन्होंने खुद सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर किया. जिसे लेकर अब लग रहा है जैसे कमलनाथ फिलहाल कांग्रेस छोड़ने के मूड में नहीं हैं. उन्होंने लिखा कि वह मध्य प्रदेश की जनता और कांग्रेस के कार्यकर्ता राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा की अगवानी के लिए उत्साहित हैं. उन्होंने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर इसे लेकर पोस्ट किया.
कमलनाथ ने लिखा, ”अन्याय, अत्याचार और शोषण के खिलाफ हम सबके नेता राहुल गांधी पूरे देश में सड़कों पर उतरकर एक निर्णायक लड़ाई का ऐलान कर चुके हैं. मैं मध्यप्रदेश की जनता और कांग्रेस के जांबाज कार्यकर्ताओं से आग्रह करता हूं कि भारत जोड़ो न्याय यात्रा में अधिक से अधिक संख्या में शामिल होकर राहुल गांधी का संबल और साहस बनें. हम और आप मिलकर अन्याय के खिलाफ जारी इस महाअभियान को अंजाम तक पहुंचाएंगे.”