भारतीय वायु सेना (IAF) का एक विशेष विमान 45 भारतीयों के पार्थिव शरीर को लेकर कुवैत से रवाना हो गया है। यह विमान केरल के कोच्चि पहुंचेगा। इस विमान में केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह भी हैं।
कीर्ति वर्धन सिंह गुरुवार को कुवैत पहुंचे और वहां भारतीयों के शवों को जल्द सौंपे जाने के लिए कुवैत के अधिकारियों के साथ समन्वय किया। बता दें कि कुवैत की एक बहुमंजिला इमारत में आग लगने की वजह से 45 भारतीय कामगारों की मौत हो गई।
घटना के समय 176 भारतीय सो रहे थे
रिपोर्टों के मुताबिक इस बहुमंजिला इमारत में जिस समय आग लगी उस समय वहां पर 176 भारतीय कामगार सो रहे थे। इस हादसे में जहां 45 की मौत हो गई, वहीं 33 मजदूरों का इलाज अलग-अलग अस्पतालों में हो रहा है। बाकी भारतीय कामगार सुरक्षित हैं। घायल भारतीयों का इलाज अदन, मुबारक अल कबीर, जाबेर, फरवानिया और जाहरा अस्पताल में हो रहा है। इस विमान के शुक्रवार सुबह पहुंचने की उम्मीद है।
विमान पहले कोच्चि फिर दिल्ली आएगा
मृतकों में 23 केरल के, सात तमिलनाडु के, तीन आंध्र प्रदेश के, तीन यूपी के, दो ओडिशा और बिहार, पंजाब, कर्नाटक, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, झारखंड और हरियाणा के एक-एक कामगार हैं। इन पार्थिव शरीरों को कोच्चि एवं दिल्ली में संबंधित राज्यों के प्रतिनिधियों को सौंपा जाएगा।
शॉर्ट सर्किट से आग लगी
यह हादसा बुधवार सुबह करीब 4:30 बजे हुआ। कुवैती फायर फोर्स के मुताबिक यह आग इलेक्ट्रिकल सर्किट के चलते लगी। उस वक्त सभी कामगार सो रहे थे। आग लगने की वजह से मची भगदड़ के बीच कई लोगों ने घबराकर बिल्डिंग की खिड़कियों से छलांग लगा दी। कई लोग इमारत के अंदर ही फंसे रह गए और धुएं में दम घुटने से उनकी मौत हो गई। घायल भारतीयों की हालत अब पहले से बेहतर है। कुवैत में भारतीय दूतावास ने इस घटना के बाद एक हेल्पलाइन नंबर +965-65505246 भी जारी किया है। मृतकों की उम्र 20 से 50 साल के बीच है।
घटना पर पीएम मोदी ने दुख जताया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस त्रासदी पर गहरा दुख जताया। उन्होंने विदेश मंत्री एस. जयशंकर, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, विदेश सचिव विनय क्वात्रा, प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव पीके मिश्रा और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक में इस घटना के बाद स्थिति की समीक्षा की। इस घटना पर उन्होंने दुख जताते हुए मृतक भारतीय नागरिकों के परिवारों के लिए प्रधानमंत्री राहत कोष से दो-दो लाख रुपये की अनुग्रह राशि घोषित की।