ट्रेन को डिरेल करने की लगातार साजिशें की जा रही हैं. ट्रेन को पटरी से उतारने की साजिश का नया मामला उत्तर प्रदेश के कानपुर से सामने आया है. 22 सितंबर को JTTN गुड्स ट्रेन जब कानपुर में प्रेमपुर स्टेशन के पास लूप लाइन पर आकर रुकने वाली थी, उसके पहले ही लोको पायलट देवेंद्र गुप्ता ने ट्रैक पर एक सिलेंडर रखा हुआ देखा. ट्रैक पर सिलेंडर रखा हुआ देख लोको पायलट ने ट्रेन की स्पीड को कंट्रोल किया और तुरंत ही ट्रेन को रोक दिया. मालगाड़ी चला रहे लोको पायलट की सूझबूझ से बड़ा हादसा होने से टल गया. इसके पहले कानपुर में ही 8 सितंबर को ट्रैक पर भरा सिलेंडर रख दिया गया था.
लोको पायलट ने ट्रैक पर सिलेंडर देखकर इमरजेंसी ब्रेक का इस्तेमाल किया. सिलेंडर रखे होने की सूचना मिलने पर रेलवे ट्रैक के पास रेलवे विभाग के कई कर्मचारी और अधिकारी पहुंच गए. ट्रैक पर सिलेंडर किसने रखा ये तो जांच का विषय है. रेलवे अधिकारी की तरफ से इसके जांच के निर्देश दे दिए गए हैं.
स्टार्टर के पास रखा था सिलेंडर
कानपुर के प्रेमपुर स्टेशन के पास दिल्ली हावड़ा रूट पर ट्रैक पर रखा हुआ सिलेंडर स्टार्टर के पास पड़ा हुआ मिला है. जब सिलेंडर में गैस की जांच की गई तो वो खाली पाया गया. सिलेंडर का कुल वजन 5 किलोग्राम का था.ये मालगाड़ी ट्रेन कानपुर और फतेहपुर स्टेशन के बीच की है.पिछले कुछ समय से इस तरह ट्रेन को पटरी से उतारने की साजिश लगातार की जा रही है.
रेलवे अधिकारियों की तरफ से समय-समय पर ट्रैक की चेकिंग भी की जा रही है. कभी ट्रैक पर फिश प्लेट रखकर ट्रेन को डीरेल करने का प्लान बनाया जा रहा है तो कभी सिलेडर की मदद से ऐसी योजना बनाई जा रही है.
21 सितंबर को सूरत में भी रेलवे ट्रैक पर फिश प्लेट रख दिया गया था. इसके साथ ही वहां चाबियां भी फेंक दी गई थीं. फिलहाल, वहां पर कुछ अज्ञात लोगों की तरफ से इसके रखे होने की सूचना दे दी गई थी, जिससे वहां बड़ी दुर्घटना को होने से रोक दिया गया.