जम्मू-कश्मीर में भारी बारिश की वजह से झेलम नदी समेत कई कई नदी और नाले उफान पर हैं। झेलम नदी अनंतनाग और पंपोर के संगम पर खतरे के निशान को पार कर गई। अधिकारियों ने बाढ़ की चेतावनी जारी करते हुए लोगों को सुरक्षित जगहों पर जाने की सलाह दी है। संगम में झेलम का जलस्तर कुछ और फीट बढ़ने की उम्मीद है। राम मुंशी बाग में बाढ़ की चेतावनी जारी की गई है। देर रात/कल सुबह तक जलस्तर में वृद्धि जारी रह सकती है। वहीं, भारी बारिश के कारण एहतियात के तौर पर कश्मीर में सभी शैक्षणिक संस्थान चार सितंबर को बंद रहेंगे।
इन जिलों में बाढ़ की चेतावनी
अधिकारियों ने बताया कि झेलम नदी का जलस्तर 25 फीट को पार कर गया है, जबकि पंपोर में नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है, जिससे कई निचले इलाकों में बाढ़ की आशंका बढ़ गई है। श्रीनगर शहर में, राम मुंशीबाग में नदी का जलस्तर 18 फीट के चेतावनी निशान के करीब पहुंच गया है। जम्मू में मंगलवार शाम से हो रही बारिश ने बाढ़ जैसे हालात पैदा कर दिए हैं। प्रशासन ने बाढ़ की चेतावनी जारी की है और लोगों को किसी भी जलाशय के पास न जाने की सलाह दी है।
भारी बारिश के कारण पुलवामा, शोपियां और कुलगाम सहित दक्षिण कश्मीर के कई जिलों में बाढ़ आ गई है। पुलिस और आपदा प्रबंधन टीमों ने बचाव अभियान शुरू कर दिया है, जबकि संवेदनशील इलाकों में आपातकालीन हेल्पलाइन सक्रिय कर दी गई हैं।
गरखल गांव में कई लोग फंसे
राजौरी के सुंदरबनी में भारी बारिश के बाद एक घर ढहने से एक महिला और उसकी बेटी की मौत हो गई। अखनूर में, चिनाब नदी का जलस्तर निकासी स्तर से चार फीट ऊपर उठने के बाद गरखल गांव में कम से कम 40 लोग फंस गए। उन्हें निकालने के लिए एसडीआरएफ और पुलिस की टीमें भेजी गई हैं। एक अन्य घटना में, पक्का डांगा इलाके के काली झानी मोहल्ले में एक पुराना घर ढह गया, जिसमें घर के अंदर फंसे लोगों को निकाला जा रहा है।
सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग के अनुसार, क्षेत्र में जल स्तर बढ़ रहा है और अगर बारिश जारी रही तो यह और भी बढ़ जाएगा। विभाग ने कहा कि सभी संबंधित अधिकारियों से सतर्क रहने और आवश्यक कदम उठाने का अनुरोध है। बाढ़ ड्यूटी पर तैनात सभी अधिकारी तुरंत अपने पदों पर रिपोर्ट करें।