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JDS Joined Congress: जनता दल सेक्युलर (JDS) को कर्नाटक में बड़ा झटका लगा, चन्नपटना सिटी म्युनिसिपल काउंसिल में जेडीएस के 16 में से 13 पार्षद कांग्रेस में शामिल

JDS 13 Councillors Joined Congress: जनता दल सेक्युलर (JDS) को कर्नाटक में बड़ा झटका लगा है. चन्नपटना सिटी म्युनिसिपल काउंसिल में जेडीएस के 16 में से 13 पार्षद कांग्रेस में शामिल हो गए हैं. इस तरह वे दलबदल विरोधी कानून से बच गए हैं, क्योंकि एक साथ दो-तिहाई पार्षदों ने पाला बदला है.

इतनी बड़ी संख्या में पार्षदों को एक साथ पार्टी में शामिल कराने को उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार की ओर से जेडीएस को कमजोर करने और चन्नपटना में कांग्रेस की संभावनाओं को मजबूत करने के कदम के रूप में देखा जा रहा है. चन्नपटना एक वोक्कालिगा बहुल तालुक है, जहां दोनों पार्टियां एक-दूसरे की धुर विरोधी हैं.

एचडी कुमारस्वामी के सांसद बनने के बाद खाली हुई सीट

यह सामूहिक दलबदल चन्नपटना विधानसभा क्षेत्र के लिए होने वाले उपचुनाव से ठीक पहले हुआ है. दरअसल, चन्नपटना विधानसभा सीट एचडी कुमारस्वामी के मांड्या लोकसभा सीट से सांसद के रूप में चुने जाने के बाद खाली हुआ था. शिवकुमार, जो कर्नाटक कांग्रेस के अध्यक्ष भी हैं, ने चन्नपटना उपचुनाव को व्यक्तिगत रूप से लिया है और वे अपने भाई डीके सुरेश की बेंगलुरु ग्रामीण लोकसभा क्षेत्र में भाजपा-जेडीएस गठबंधन के हाथों हार का ‘बदला’ लेना चाहते हैं. 31 सदस्यीय चन्नपटना सिटी म्युनिसिपल काउंसिल के लिए 2021 में हुए चुनाव में जेडीएस के 16, कांग्रेस और भाजपा के सात-सात और एक निर्दलीय उम्मीदवार पार्षद चुने गए थे. अब जेडीएस के 13 और एक निर्दलीय उमा के कांग्रेस में शामिल होने से पूरा समीकरण बदला नजर आ रहा है.

कांग्रेस ने डीईओ से की मांग, इन पर लागू न हो दलृबदल

रामनगर कांग्रेस के अध्यक्ष गंगाधर एस ने डिप्टी कमिश्नर, जो जिला चुनाव अधिकारी (डीईओ) भी हैं, से याचिका दायर की कि वे दलबदलुओं को नगर निकाय में उनकी पार्टी के सदस्यों के रूप में आधिकारिक रूप से मान्यता दें. उन्होंने यह भी बताया कि जेडीएस के सदस्य अपनी मर्जी से कांग्रेस में शामिल हुए हैं.

कांग्रेस के लिए प्लस पॉइंट, बाकी निराश

इस बड़े खेल का चन्नपटना उपचुनाव पर असर पड़ना तय माना जा रहा है और इसे कांग्रेस के लिए प्लस पॉइंट माना जा रहा है. वहीं दूसरी तरफ भाजपा और जेडीएस इस बात पर संघर्ष कर रहे हैं कि उम्मीदवार कौन होना चाहिए. भाजपा के पूर्व मंत्री सीपी योगेश्वर यहां से टिकट के लिए जोर लगा रहे हैं, जबकि जेडीएस अपने किसी उम्मीदवार को यहां से उतारना चाहता है. कांग्रेस की बात करें तो यहां अटकलें लगाई जा रही हैं कि बैंगलोर टीचर्स एमएलसी पुट्टन्ना को मैदान में उतारा जा सकता है.

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