दुनिया में सबसे ज्यादा भूकंप प्रभावित देश जापान माना जाता है. गुरुवार को एक बार फिर से देश ने 7.1 तीव्रता का भूकंप झेला. भूकंप का केंद्र जापान का क्यूशू द्वीप बना. भूकंप के झटकों के बाद मियाजाकी, कोची, ओएटा समेत कई अन्य शहरों में सुनामी की एडवाइजरी जारी की गई है. भूकंप के झटके इतनी जोर महसूस किए गए कि कई जगह जमीन फट गई. ऑफिस और घरों में रह रहे लोग खुद को बचाने के लिए भागने लगे. कुछ स्थानों पर, झटका न झेल पाने के कारण घर भी तबाह हो गए हैं.
जिस समय जापान में भूकंप आया, सड़कों पर चल रही गाड़ियां भी ठहर गई. ऊंची-ऊंची इमारतें जोर-जोर से हिलने लगीं. इससे पहले 1 जनवरी को भी जापान में 7.6 तीव्रता का भूकंप आया था. इस भूकंप में 318 लोगों की मौत हुई थी और 1300 लोग घायल हुए थे. इशिकावा में भूकंप से कई जगहों पर आग भी लग गई थी. इसके अलावा तकरीबन 200 इमारतें जलकर खाक हो गई थीं.
देखिए जापान में कैसे आए भूकंप के झटके
भूकंप के झटके इतने तेज थे कि शॉपिंग मॉल का समान, कुर्सियां, पंखे और टेबल झोले की तरह हिलने लगे. सुनामी की चेतावनी के बाद पूरे जापान में खौफ का माहौल पैदा हो गया है. दावा किया जा रहा है कि दावा किया जा रहा है कि थोड़े समय के दरमियान 2 बड़े भूकंप आए हैं. जिसमें एक 6.9 तीव्रता का भूकंप समुद्र तट से दूर आया और 7.1 तीव्रता का भूकंप दक्षिणी जापान के तट के ठीक पास आया है.
अभी खतरा टला नहीं
जापान के मौसम विभाग ने कहा है कि अभी खतरा टला नहीं है. विभाग ने चेतावनी दी है कि भूकंप की और लहर आ सकती है. वहीं भूकंप के बाद अधिकारियों ने सुनामी की चेतावनी जारी की है. ऐसा दावा किया जा रहा है कि दो बड़े भूकंप पहली बार एक साथ आए हैं. जापान अकसर भूकंप के झटकों का केंद्र रहा है. माना जाता है कि जापानी द्वीपसमूह ऐसे इलाके में हैं जहां कई महाद्वीपीय और महासागरीय प्लेट आपस में मिलती हैं. इसी के कारण अक्सर भूकंप आते हैं