राजस्थान के जयपुर में महिला पॉलिटेक्निक कॉलेज के प्रधानाचार्य पर यौन उत्पीड़न के गंभीर आरोप लगे हैं. पुलिस ने छात्राओं के बयान दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेजा है. सांगानेर स्थित महिला पॉलिटेक्निक कॉलेज में कार्यरत सैयद मश्कूर अली प्रधानाचार्य के खिलाफ 50 से अधिक छात्राओं ने यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था. कार्रवाई को लेकर छात्राओं ने सड़कों पर प्रदर्शन भी किया था.
कॉलेज के बाहर सड़क पर प्रदर्शन कर छात्राओं ने आरोपी प्रधानाचार्य को फांसी देने की मांग की है. छात्राओं का आरोप है कि प्रधानाचार्य मश्कूर अली उनका यौन उत्पीड़न करता है. पुलिस ने उस पर लगाए गए आरोपों की पुष्टि की है. जयपुर पुलिस ने छात्राओं के आरोपों की शुरुआती जांच के बाद मश्कूर अली को गिरफ्तार कर लिया है. उसके खिलाफ एसआईटी जांच की गई थी. इसमें आरोप सही पाए गए थे. इस मामले में छात्राओं ने भी बयान दर्ज करवाए थे.
छात्राओं ने बताया था कि मश्कूर अली ने वॉशरूम में कैमरा लगा रखा था. उन्होंने बताया था कि इससे वीडियो भी बनाई गई थी. छात्राओं ने कहा कि मश्कूर अली को साल 2023 में प्रिंसिपल नियुक्त किया गया था. इसके बाद से ही वो छात्राओं से अभद्रता करता था.
छात्राओं ने प्रिंसिपल पर लगाए आरोप
दरअसल, इस मामले में छात्राओं और कॉलेज के स्टाफ ने 3 फरवरी, 2025 को तकनीकी शिक्षा विभाग के सचिव से शिकायत की थी. जांच में दोषी पाए जाने पर मश्कूर को सेवा से निलंबित कर दिया गया था. आरोपी पर कई गंभीर आरोप हैं. प्रिंसिपल खुद को छात्राओं के पर्सनल व्हाट्सएप ग्रुप में जुड़वा रखा था. वह लड़कियों को अश्लील मैसेज भी करता था. छात्राओं ने आरोप लगाया था कि मश्कूर अली उन्हें धमकी देता था कि अगर किसी ने पुलिस या परिजनों से शिकायत की तो वह उनका वीडियो वायरल कर देगा. छात्राओं ने कहा कि वीडियो वायरल होने के डर से किसी ने थाने में रिपोर्ट दर्ज नहीं करवाई थी.
‘ये गंभीर विषय है’
गृह राज्य मंत्री जवाहर सिंह बेड़म ने कहा कि सरकार के संज्ञान में यह मामला है. उन्होंने इसे गंभीर विषय बताया है. उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों की जगह सलाखों के पीछे हैं और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
पुलिस अब आरोपी के मोबाइल की जांच करवाएगी और आरोपी के मोबाइल से कई खुलासे होंगे. क्या आरोपी के मोबाइल में कोई अश्लील वीडियो है या आरोपी मोबाइल में कुछ अश्लील कंटेंट भी रखता है. वहीं छात्राओं ने अभी तक अपने बयान दर्ज कराए हैं. माना जा रहा है कि अभी और लड़कियां प्रिंसिपल के खिलाफ बयान दर्ज करवा सकती हैं.