Israel Gaza War: गाजा में विस्थापित हुए बेघर लोगों के आवास वाले स्कूल पर इजरायल के एक भीषण हवाई हमले में 100 से ज्यादा लोगों के चीथड़े उड़ गए. जहां इस हमले में दर्जनों लोग घायल हो गए हैं. इसरायली डिफेंस फोर्सेज का कहना है कि उसने स्कूल में संचालित किए जा रहे हमास के कमांड और कंट्रोल सेंटर को निशाना बनाकर हमला किया है.
अल जजीरा की रिपोर्ट के मुताबिक, गाजा की सिविल डिफेंस एजेंसी का कहना है कि सुबह की नमाज के दौरान हुए इस हमले में मारे गए 100 से ज़्यादा लोगों के शव बरामद कर लिए गए हैं. लेकिन 35 शव इतने ज़्यादा क्षतिग्रस्त या कटे-फटे हुए हैं कि उनकी पहचान नहीं की जा सकती. हालांकि, बमबारी वाले स्कूल की जगह से लोगों को अभी भी निकाला जा रहा है, जिसमें से अब तक 80 शवों की पहचान हो चुकी है. जबकि, 20 शवों की पहचान नहीं हो पाई है.
गाजा में ऐसे जिंदा जले 35 लोग कि पहचानना मुश्किल
सिविल डिफेंस एजेंसी का कहना है कि 35 शव ऐसे हैं जिनके चीथड़े उड़ गए हैं, लाशों के टुकड़े होने के कारण इन शवों को पहचान तक नहीं हो पाई है. ये सभी शव अस्पताल में टुकड़ों में पहुंचे हैं. इन शवों को अस्पताल में या तो प्लास्टिक की थैलियों में या कंबल में लिपटे हुए पहुंचे थे. हालांकि, इन शवों की पहचान नहीं हो पाई हैं. वहीं, मृतकों के परिजन अपनों की पहचान करने के लिए तरीके तलाश कर रहे हैं. परिजन अपनें मृतकों की पहचान या तो शरीर के निशान या अन्य कोई निशानी देखकर तलाश कर रहे हैं.
नुसेरात मस्जिद के पास हुए हमले में 4 लोगों की मौत
इसके अलावा इजरायल की सेना ने शिविर की एक मस्जिद के पास हमला किया है, जिसमें कम से कम तीन लोग मारे गए हैं. गाजा के नागरिक सुरक्षा विभाग के अनुसार, ये हमला शुक्रवार को शिविर के पश्चिम में एक परिवार के घर पर हुए एक अन्य इजरायली हमले के बाद हुआ है, जिसमें 4 लोगों की मौत हो गई थी.
IDF ने गाजा में हुए अटैक पर दिया ये जवाब
इज़रायली सेना ने शनिवार (10 अगस्त) को दावा किया कि उसकी वायु सेना ने अल-तबीन स्कूल में एक “कमांड और कंट्रोल सेंटर” पर हमला किया जो “हमास आतंकवादियों और कमांडरों के लिए एक ठिकाने के रूप में काम करता था. वहीं, इजरायल ने बिना किसी सबूत के दावा किया है कि स्कूल का इस्तेमाल हमास और फिलिस्तीनी इस्लामिक जिहाद के तौर पर किया जा रहा था, जबकि खुफिया जानकारी से पता चला है कि उनके 20 लड़ाके वहां मौजूद थे.