मसूद पेजेश्कियान ने हार्डलाइनर नेता सईद जलीली को लगभग 30 लाख वोटो के बड़े अंतर से हराया है. ईरान में किसी सुधारवादी नेता की जीत अरब दुनिया के लिए एक नई उम्मीद लेकर आई है. उनकी जीत के बाद सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने बधाई दी है. सऊदी ही नहीं कुवैत, कतर, संयुक्त अरब अमीरात, बहरीन और ओमान आदि देशों ने भी नए राष्ट्रपति पेजेश्कियान को उनकी चुनावी जीत पर बधाई दी है. इसके अलावा लेबनान के रेसिस्टेंस ग्रुप हिजबुल्लाह ने भी पेजेश्कियान के कार्यकाल में क्षेत्र की सभी प्रॉक्सी के लिए ईरानी समर्थन की उम्मीद जताई है.
सऊदी की सरकारी मीडिया के मुताबिक सऊदी प्रिंस ने अपने संदेश में कहा, हम आपको हार्दिक बधाई और सफलता की शुभकामनाएं देते हैं और उम्मीद करते हैं कि दोनों देशों के भाईचारे वाले संबंधों का विकास जारी रहेगा. 2016 से सऊदी अरब और ईरान के बीच 7 साल तक रिश्ते खराब रहे. चीन की मध्यस्थता के बाद मार्च 2023 में इसे बहाल किया गया था. गाजा युद्ध के बाद से ही सऊदी और ईरान के रिश्तों पर सबकी नजर बनी हुई है, क्योंकि ईरान लगातार सऊदी के दुश्मन समझे जाने वाले हूती विद्रोहियों की मदद कर रहा है.
हिजबुल्लाह चीफ ने भी दी बधाई
ईरान समर्थित मिलिशिया ग्रुप हिजबुल्लाह के चीफ नसरल्लाह ने शनिवार को ईरान के नए राष्ट्रपति मसूद पेजेश्कियान को उनकी जीत पर बधाई दी. नसरल्लाह जोर दिया कि क्षेत्र के रेसिस्टेंस संगठनों जो लंबे समय से अमेरिका और इजराइल से लड़ रहे हैं. वे ईरान को अपने हिमायती की तरह देखते हैं और उससे भविष्य की लड़ाई में मदद की उम्मीद करते हैं.
सुन्नी नेताओं ने भी दी बधाई सऊदी
अरब देशों के कई नेताओं ने पेजेश्कियान को बधाई दी है. कुवैत के अमीर मेशल अल-अहमद अल-सबाह ने बधाई देते हुए, पेजेश्कियान के दौर में ईरान की प्रगति और समृद्धि की कामना की है. कतर के नेता शेख तमीम ने दोनों देशों के बीच संबंधों को विकसित और मजबूत करने की इच्छा व्यक्त की.
वहीं UAE के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद ने अपने एक्स पर लिखा, “मैं दोनों देशों के हितों के लिए मसूद पेजेशकियन के साथ काम करने के लिए उत्सुक हूं.”