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Iran Israel war: ईरान और इजराइल के बीच युद्ध शुरू, ईरान ने कहा इजराइल ने जो हमला किया था उसी का जवाब है, ईरान के साथ यमन, सीरिया और इराक के हमदर्दों ने भी किया इजरायल पर हमला, इजरायल ने अपने हाईटेक सिस्टम से अधिकतर मिसाइलों को रोक दिया

ईरान और इजराइल के बीच जंग शुरू हो गई है. ईरान ने आधी रात को इजराइल पर 200 बैलिस्टिक और क्रूज मिसाइलें दागीं हैं. हमले के बाद इजराइली सेना हाई अलर्ट है. ईरान ने कहा है कि इजराइल ने जो हमला किया था ये उसी का जवाब है. इजराइली सेना ने कहा कि वह हाई अलर्ट पर है और सभी लक्ष्यों पर नजर रख रही है. ईरान के विध्वंसक हमले के बाद इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने तेल अवीव में वॉर मीटिंग बुलाई. उधर, अमेरिका ने कहा है कि वह इस जंग में इजराइल के साथ खड़ा है. अमेरिका ने कहा कि वह इजराइल की रक्षा के प्रतिबद्ध है. ईरान को इसका जवाब मिलेगा.

 इजरायल और ईरान के बीच कई महीनों से चला आ रहा तनाव आखिरकार युद्ध की स्थिति में पहुंच गया है. ईरान ने आखिरकार अपने दूतावास पर हुए हवाई हमले की जवाबी कार्रवाई की आशंका के बीच शनिवार (13 अप्रैल, 2024) देर रात इजरायल पर कई हमलावर ड्रोन और मिसाइलें लॉन्च कीं. ईरान के सर्वोच्च नेता अली खामेनेई ने कहा कि दुर्भावनापूर्ण जायोनी शासन को दंडित किया जाएगा.

दशकों की दुश्मनी और युद्ध की बात के बाद यह पहली बार है कि ईरान ने सीधे अपने क्षेत्र से इजरायल पर हमला किया है. हालांकि इजरायल ने अपने हाईटेक सिस्टम से अधिकतर मिसाइलों को रोक दिया. देश के दक्षिण में इजरायल सैन्य अड्डे पर मामूली नुकसान पहुंचा है. फिलहाल इन हमलों से किसी इजरायली के मौत की सूचना नहीं है.इजरायल पर आज तड़के ईरान के हमले ने तीसरे विश्वयुद्ध की घंटी बजा दी है। ईरान ने एक अप्रत्याशित कदम उठाते हुए रविवार तड़के इजरायल पर भीषण हमला कर दिया। इस दौरान ईरान ने इजरायल पर सैंकड़ों ड्रोन, बैलेस्टिक मिसाइल और क्रूज मिसाइलें दागकर खलबली मचा दी। ‘‘आज तड़के ईरान के साथ ही साथ यमन, सीरिया और इराक के ईरानी हमदर्दों ने भी इजरायल में सैन्य प्रतिष्ठानों को निशाना बनाते हुए अप्रत्याशित हमला किया। चौतरफा हमलों से इजरायल बौखला गया। हालांकि इजरायली सेना ने इनमें से ज्यादातर हमलों को नाकाम कर दिया। अमेरिका ने भी ईरान समेत अन्य देशों के ड्रोन और मिसाइलों को मार गिराने में इजरायल की मदद की।

ईरान के इस हमले ने अब पूरे पश्चिम एशिया को क्षेत्रव्यापी युद्ध के करीब धकेल दिया है। इजरायली सेना के प्रवक्ता रियर एडमिरल डैनियल हैगारी ने कहा कि ईरान ने कई ड्रोन, क्रूज मिसाइल और बैलेस्टिक मिसाइल दागीं, जिनमें से अधिकतर को इजरायल की सीमाओं के बाहर नष्ट कर दिया गया। उन्होंने कहा कि युद्धक विमानों ने इजरायली हवाई क्षेत्र के बाहर 10 से अधिक क्रूज मिसाइलों को तबाह कर दिया, लेकिन कुछ मिसाइल इजरायल में गिरीं। बचावकर्ताओं ने बताया कि एक हमले में दक्षिणी इजरायल के बदूइन अरब शहर में 10 वर्षीय लड़की गंभीर रूप से घायल हो गई। हैगारी ने कहा कि एक अन्य मिसाइल सैन्य अड्डे पर गिरी, जिससे वहां मामूली नुकसान हुआ है। हैगारी ने कहा, ‘‘ईरान ने बड़े पैमाने पर हमला किया है और तनाव बढ़ाया है।

इजराइल की सुरक्षा के लिए अमेरिका प्रतिबद्ध- ब्लिंकन

अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने बाइडेन प्रशासन इजराइल की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है. अमेरिका इजराइल पर ईरान के हमले की निंदा करता है.

ईरान का हमला विश्वशांति के लिए बड़ा खतरा- इजराइल
ईरान के हमले के बाद इजराइल ने बड़ा बयान दिया है. इजराइल ने कहा कि ईरान का हमला विश्वशांति के लिए बड़ा खतरा है. इजाराइल ने संयुक्त राष्ट्र से IRG को आतंकी संगठन घोषित करने की मांग की है. इजराइल ने यूएन से ईरान के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने को कहा है.

इजराइल में रहने वाले भारतीयों के लिए एडवाइजरी जारी
इजराइल पर ईरान के अटैक के बाद भारत ने अपने नागरिकों के लिए एडवाइजरी जारी है. भारत ने इजराइल में रह रहे अपने नागरिकों से प्रोटोकॉल का पूरा ध्यान रखने को कहा है. भारत ने इसके लिए हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया है.

Advisory For Indian Nationals In Israel

इजराइल ने 7 घंटे बाद फिर से खोला अपना एयरबेस
इजराइल ने 7 घंटे बाद अपना एयरबेस फिर से ओपन कर दिया है. ईरानी हमले को देखते हुए इजराइल ने इसे बंदर दिया था. एयरपोर्ट ऑथरिटी ने कहा कि ईरान ने रातभर ड्रोन और मिसाइल से ताबड़तोड़ हमले किए हैं. ऑथरिटी ने कहा कि तेलअवीव से जो फ्लाइट शेड्यूल थी, उसे प्रभावित होने की आशंका है.

ईरान ने इजराइल के 2 एयरबेस को कर दिया तबाह
ईरानी सेना के चीफ ऑफ स्टाफ ने बड़ा दावा किया है. चीफ ऑफ स्टाफ ने कहा है कि ईरान ने इजराइल के 2 एयरबेस को तबाह कर दिया है. इस ऑपरेशन की योजना उस हवाई अड्डे को निशाना बनाने के लिए बनाई गई थी, जहां से हमारे वाणिज्य दूतावास पर हमला करने वाले इजराइली विमानों को लॉन्च किया गया था.

जिस एयरबेस से इजराइल ने दमिश्क में किया था हमला, उसे ईरान ने किया तबाह
नेगेव रेगिस्तान में एक इजराइली एयरबेस को आज रात ईरानी मिसाइलों से तबाह कर दिया गया. तेहरान ने कहा कि इसी अड्डे से लड़ाकू विमानों ने उड़ान भरी और दमिश्क में ईरानी दूतावास पर मिसाइलें दागीं.

ईरानी हमले के बाद इजराइल में स्कूल, कॉलेज और अन्य शिक्षण संस्थान बंद
ईरान के हमले के बाद इजराइल में स्कूल, कॉलेज और अन्य शिक्षण संस्थानों को अगले कुछ दिनों के लिए बंद कर दिया गया है. इसके साथ ही किसी भी तरह के प्रोग्राम, पहले से तय यात्रा पर भीर रोक लगा दी गई है. पब्लिक इवेंट पर रोक है, अगर होगी भी तो इसमें 1000 से ज्यादा लोग शामिल नहीं होंगे.

इजरायल कर सकता है जवाबी हमला

ईरान के इस हमले के बाद अब इजरायल भी जवाबी कार्रवाई कर सकता है। इससे यूरोप से लेकर मध्य-पूर्व के देशों में तनाव और बढ़ेगा। हैगारी ने कहा इजरायल की रक्षा के लिए जो भी आवश्यक है, सेना वह करेगी। बता दें कि सीरिया में एक अप्रैल को ईरानी वाणिज्य दूतावास पर हवाई हमला हुआ था। इसमें दो ईरानी जनरल समेत 7 कर्मियों के मारे जाने के बाद ईरान ने बदला लेने का प्रण किया था। ईरान ने इस हमले के पीछे इजरायल का हाथ होने का आरोप लगाया था। हालांकि इजरायल ने इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी थी। यह पहली बार है जब ईरान ने 1979 की इस्लामी क्रांति के बाद शुरू हुई दशकों की दुश्मनी के बाद इजरायल पर सीधे तौर पर हमला किया है।

अमेरिका और यूएन समेत इन देशों ने की निंदा

इजरायल पर ईरानी हमले के बाद अमेरिका, संयुक्त राष्ट्र , फ्रांस, ब्रिटेन आदि देशों ने ईरान के हमले की निंदा की है। भारत ने इजरायल और ईरान दोनों देशों से शांति बनाए रखने की अपील की है। युद्ध बढ़ने की आशंका के मद्देनजर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने तत्काल जी-7 देशों की बैठक बुलाई है। उधर ईरान ने यूएन को पत्र लिखकर कहा है कि अगर अब इजरायल ने हमला किया तो वह घातक प्रहार करेगा।

तीसरे विश्व युद्ध की बज गई घंटी

विशेषज्ञों के अनुसार इजरायल पर ईरान के सीधे हमले ने तीसरे विश्व युद्ध की आशंका को बढ़ा दिया है। जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के स्कूल ऑफ इंटरनेशनल स्टडीज में में डिप्लोमेसी के असिस्टेंट प्रो. डा. अभिषेक श्रीवास्तव का कहना है कि जब अक्टूबर में इजरायल-हमास युद्ध की शुरुआत हुई थी, तभी से यह आशंका बढ़ गई थी कि इसमें अन्य देशों की भी एंट्री होगी। बाद में वही हुआ। इस युद्ध में लेबनान, यमन, सीरिया और ईरान के चरमपंथी गुटों (हिजबुल्ला, हूतिये) जैसे संगठनों ने सीधे इजरायल से युद्ध छेड़ा। अब इजरायल और ईरान में भिड़ंत हो गई है। ऐसा लग रहा है कि इजरायल भी बदला जरूर लेगा। वह इस हमले के बाद चुप नहीं बैठने वाला है। प्रो. अभिषेक श्रीवास्तव ने कहा कि इजरायल अमेरिका का स्ट्रैटेजिक पार्टनर है। ऐसे में वह इजरायल की इसमें पूरी मदद करेगा। हालांकि बीच में भले अमेरिका इजरायल पर सख्त हुआ था, मगर इस क्षेत्र में अपनी मजबूती बनाए रखने के लिए अब वह इजरायल को पूरा समर्थन देगा।

रूस और चीन करेंगे ईरान की मदद

प्रो. अभिषेक ने कहा कि ऐसे हालात में इधर रूस और चीन ईरान की मदद करेंगे। वहीं उत्तर कोरिया भी रूस और चीन के साथ है। ऐसे में यह तनाव कोई भी खतरनाक रुख अख्तियार कर सकता है। रूस और यूक्रेन युद्ध पहले से ही चल रहा है। उन्होंने कहा कि जहां तक भारत का सवाल है तो इजरायल और ईरान दोनों ही देशों से हमारे संबंध काफी अच्छे हैं। इसलिए भारत ने दोनों पक्षों से शांति बनाए रखने की अपील की है। भारत यह प्रयास भी करेगा कि दोनों पक्षों में शांति कायम हो। साथ ही भारत की प्राथमिकता इजरायल-ईरान में फंसे भारतीयों की सुरक्षा सुनिश्चित करने और उन्हें वहां से बाहर निकालने को लेकर भी रहेगी। मध्य-पूर्व के अन्य देश भी इस युद्ध की चपेट में आएंगे। ऐसे में इसका असर भारत की ऊर्जा जरूरतों पर भी पड़ेगा। ऊर्जा सप्लाई चेन बाधित हो सकती है। मध्य-पूर्व में यह संघर्ष अभी क्या मोड़ लेगा, इस पर भारत-अमेरिका समेत सभी देशों की नजर है।

‘ईरानी हमले से निपटने में फ्रांस ने भी की मदद’

इजरायली सेना का कहना है कि फ्रांस ने ईरानी हमले के से बचने में उनकी काफी मदद की. इजराइल के मुख्य सैन्य प्रवक्ता ने रविवार (14 अप्रैल 2024) को कहा कि फ्रांस उन देशों में शामिल था जो इजराइल पर ईरान के रातोंरात हमले के खिलाफ बचाव में शामिल था. उन्होंने कहा कि फ्रांस के पास जेट रडार नाम की बहुत अच्छी तकनीक है.

कनाडा के पीएम ने भी की निंदा

कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने ओटावा में रविवार (14 अप्रैल, 2024) को मीडिया से बातचीत में ईरान के इजरायल पर हवाई हमलों की निंदा की. उन्होंने कहा, “हम इजरायल के साथ खड़े हैं. 7 अक्टूबर को हुए हमास के क्रूर हमले का समर्थन करने के बाद ईरानी शासन की नई कार्रवाई इस क्षेत्र को और अस्थिर कर देगी और स्थायी शांति को और अधिक कठिन बना देगी.”

अमेरिकी रक्षा सचिव ने की स्थिति सामान्य करने की मांग

अमेरिकी रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिन ने ईरान से स्थिति को सामान्य करने का आह्वान किया है और कहा है कि अमेरिका ईरान के साथ युद्ध नहीं चाहता है. हम ईरान और उसके प्रतिनिधियों की ओर से किए गए हमलों की निंदा करते हैं और ईरान से आगे के हमलों को तुरंत रोकने का आह्वान करते हैं. हम ईरान के साथ संघर्ष नहीं चाहते हैं लेकिन हम अपनी सेनाओं की रक्षा के लिए कार्रवाई करने और इजरायल की रक्षा का समर्थन करने में संकोच नहीं करेंगे.”

जापान ने भी की ईरान की निंदा

जापान के विदेश मंत्री योको कामिकावा ने रविवार (14 अप्रैल) को इजरायल पर ईरान के हमले की निंदा की. उन्होंने कहा, “इजरायल पर ईरान के हमले ने मध्य पूर्व की मौजूदा स्थिति को खराब कर दिया है और इस हमले की जापान सरकार निंदा करती है

डेनिस फ्रांसिस ने की संयम बरतने की अपील

इजरायल के खिलाफ ईरान के हमलों पर संयुक्त राष्ट्र महासभा के अध्यक्ष डेनिस फ्रांसिस ने प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा है कि मैं मध्य पूर्व में उभरती मौजूदा स्थिति के बारे में गहराई से चिंतित हू. इमें ईरान की ओर से इजरायल के खिलाफ ड्रोन और मिसाइलों का हमला शामिल है. मैं दृढ़ता से क्षेत्र में तनाव को और बढ़ने से रोकने के लिए सभी पक्षों से अत्यधिक संयम बरतने का आह्वान किया. उन्होंने कहा, “यह एक ऐसा क्षण है जो बुद्धिमानी और विवेकपूर्ण निर्णय की मांग करता है, जिसमें जोखिमों और विस्तारित जोखिमों पर बहुत सावधानी से विचार करने की जरूरत है. मुझे उम्मीद है कि ईरानी अधिकारी अपनी कही बात का पालन करेंगे और इस कार्रवाई से मामले को समाप्त माना जा सकता है.”

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