चैंपियंस ट्रॉफी फाइनल में भारतीय क्रिकेट टीम की जीत के बाद मध्यप्रदेश के इंदौर जिले के महू शहर में हिंसा फैल गई थी। भारत की जीत के बाद जश्न मनाने निकले लोगों पर एक समुदाय की ओर से जमकर पथराव किया गया था और कई गाड़ियों और दुकानों को आग के हवाले कर दिया गया था। अब इस मामले में पुलिस की कार्रवाई भी शुरू हो गई है। भारतीय क्रिकेट टीम की जीत के बाद हुई हिंसा के मामले में दो लोगों पर रासुका लगाया गया है। आइए जानते है इस मामले के बारे में विस्तार से।
किन पर हुई कार्रवाई?
इंदौर कलेक्टर एवं जिला दंडाधिकारी आशीष सिंह ने ये बड़ी कार्रवाई की है। उन्होंने महू में उपद्रव के दो आरोपियों पर रासुका लगायी है। थाना महू क्षेत्र के अपराधी सोहेल (पिता- शाहिद कुरेशी) और एजाज़ (पिता- मोहम्मद रफीक) पर रासुका लगायी गई है। ये दोनों ही चैम्पियन्स ट्रॉफी में भारत की जीत के जुलूस के बाद सांप्रदायिक उन्माद पैदा करने के आरोपी हैं।
क्यों की गई कार्रवाई?
प्रशासन की ओर से जारी की गई विज्ञप्ति में कहा गया है कि चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में भारत की जीत के बाद महू में जनता मोटरसाइकिलों पर तिरंगा लेकर विजय जुलूस निकाल रही था जिसमें बच्चे और युवा सभी शामिल थे। तभी आरोपियों ने अपने साथियों के साथ मिलकर मोती महल चौराहे पर सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने की साजिश रची और जुलूस को रोकने के लिए पत्थर और ईंट फेंके। इससे लोगों को चोट लगी और सांप्रदायिक सौहार्द बिगड़ा। प्रशासन ने कहा है कि दोनों आरोपी आपराधिक गतिविधियों में शामिल थे और उनके खिलाफ लोगों को गाली देने, जान से मारने की धमकी देने, मारपीट करने, तोड़फोड़ करने, सांप्रदायिक उन्माद पैदा करने, दंगा करने और सार्वजनिक व्यवस्था को बाधित करने जैसे विभिन्न आरोपों के तहत मामले दर्ज किए गए हैं।
अब तक 13 लोग गिरफ्तार
पुलिस ने बताया है कि इन दो आरोपियों के कृत्यों से सार्वजनिक व्यवस्था प्रभावित होने की प्रबल संभावना है। ऐसे में जिले में शांति एवं कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए इनके खिलाफ रासुका की कार्रवाई की गई है। पुलिस के मुताबिक, पुलिस ने दोनों समूहों की शिकायतों पर सात प्राथमिकी दर्ज की हैं और 13 लोगों को गिरफ्तार किया है।