जकार्ता: इंडोनेशिया में राष्ट्रपति का चुनाव जीतने वाले पूर्व जनरल प्रबोवो सुबियांतो शपथ ग्रहण से पहले ही जनता के निशाने पर आ गए हैं। राजधानी जकार्ता में प्रदर्शनकारियों ने शुक्रवार को उनके खिलाफ बड़ा मार्च निकाला और शीर्ष चुनाव निकाय से बड़े पैमाने पर चुनावों में धांधली के मद्देनजर प्रबोवो सुबियांतो को अगले राष्ट्रपति का कार्यभार ग्रहण करने से रोकने की मांग की। पूर्व में मानवाधिकार हनन के आरोपों से घिरे रहे पूर्व जनरल सुबियांतो ने बुधवार को राष्ट्रपति चुनाव में जीत का दावा किया है।
अनौपचारिक आंकड़ों के अनुसार उन्हें तीन-तरफा चुनाव में 58 प्रतिशत से अधिक मत मिले हैं। सुबियांतो की जीत की अभी तक औपचारिक घोषणा नहीं की गई है, क्योंकि आधिकारिक परिणाम सामने आने में एक महीने तक का समय लग सकता है। उनके दो प्रतिद्वंद्वियों, पूर्व गवर्नर अनीस बासवेदन और गंजर प्रणोवो ने हार मानने से इनकार कर दिया और चुनाव में बड़े पैमाने पर धांधली का आरोप लगाया। अधिकारियों ने भारी सुरक्षा वाले निर्वाचन आयोग के भवन की ओर जाने वाली सड़कों को अवरुद्ध कर दिया था, जिसे कंटीजे तार से बंद कर दिया गया है।
पूर्व राष्ट्रपति जोको को भी लोगों ने कोसा
दर्जनों प्रदर्शनकारियों ने बैनर ले रखे थे जिनमें सुबियांतो का समर्थन करने के लिए राष्ट्रपति जोको विडोडो की आलोचना की गई थी। सुबियांतों ने विडोडो के बेटे को अपने उपराष्ट्रपति के तौर पर चुना था। प्रदर्शनकारियों में शामिल सिति ऐसयाह ने कहा, ‘‘हम न्याय की मांग कर रहे हैं, हम पारदर्शी मतगणना की मांग कर रहे हैं। धोखाधड़ी से जीतने नहीं दें, वे हमारे देश के लोकतंत्र को फिर से बर्बाद कर देंगे।’’ बासवेदन और प्रणोवो के प्रचार टीम ने कहा कि वे धोखाधड़ी के अपने आरोपों का सबूत देंगे।