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स्वतंत्रता दिवस: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 78वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लाल किले पर आयोजित समारोहका नेतृत्व किया, लगातार 11वीं बार राष्ट्रीय ध्वज फहराया और प्रतिष्ठित स्मारक की प्राचीर से राष्ट्र को संबोधित किया…

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरुवार को 78वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लाल किले पर आयोजित समारोह में सफेद कुर्ता एवं चूड़ीदार पायजामे के साथ लहरिया प्रिंट का बहुरंगी साफा पहना। आजादी की वर्षगांठ के मौके पर प्रधानमंत्री ने लाल किले से 78वें स्वतंत्रता दिवस समारोह का नेतृत्व किया। प्रधानमंत्री मोदी ने लगातार 11वीं बार राष्ट्रीय ध्वज फहराया और प्रतिष्ठित स्मारक की प्राचीर से राष्ट्र को संबोधित किया। मोदी ने इस अवसर पर आसमानी रंग की बंद गला जैकेट भी पहनी।

प्रधानमंत्री मोदी 2014 से हर स्वतंत्रता दिवस पर रंगीन साफा पहनते रहे हैं। उन्होंने इस बार भी इस परंपरा को बरकरार रखा और केसरिया, पीले एवं हरे रंग का साफा पहना। मोदी 77वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लाल किले पर आयोजित समारोह में सफेद कुर्ता और चूड़ीदार पायजामे के साथ बहुरंगी राजस्थानी बांधनी प्रिंट का साफा पहने नजर आए थे।

पिछले साल पहना था तीन रंग का साफा

प्रधानमंत्री के रूप में अपने 10वें स्वतंत्रता दिवस के भाषण में मोदी ने काले रंग की वी-नेक जैकेट पहनी थी। उनके साफे में पीले, हरे और लाल रंग का मिश्रण था। उन्होंने 76वें स्वतंत्रता दिवस पर तिरंगे की धारियों वाला सफेद रंग का साफा पहना था। पारंपरिक कुर्ता और चूड़ीदार पायजामे के ऊपर नीले रंग का जैकेट तथा काले रंग के जूते पहने, प्रधानमंत्री ने लाल किले की प्राचीर से राष्ट्रीय ध्वज फहराया और लगातार नौवीं बार देश को संबोधित किया था।

75वें स्वतंत्रता दिवस पर पहना था भगवा साफा

75वें स्वतंत्रता दिवस पर मोदी ने धारीदार केसरिया साफा पहना था। 74वें स्वतंत्रता दिवस पर ऐतिहासिक लाल किले पर आयोजित समारोह में मोदी ने केसरिया और क्रीम रंग का साफा पहना था। प्रधानमंत्री ने इसके साथ आधी बाजू वाला कुर्ता और चूड़ीदार पायजामा पहना था। उन्होंने केसरिया किनारी वाला सफेद गमछा भी डाल रखा था, जिसे उन्होंने कोविड-19 से बचाव के उपायों के तहत इस्तेमाल किया। वर्ष 2019 में लगातार दूसरी बार सत्ता में आने के बाद लाल किले से अपने पहले संबोधन में प्रधानमंत्री ने कई रंगों से बना साफा पहना था। यह लाल किले से उनका लगातार छठा संबोधन था।

 

 

2014 में पहना था जोधपुर बंधेज साफा

पहली बार देश की कमान संभालने के बाद जब ऐतिहासिक लाल किले से प्रधानमंत्री ने पहली बार देश को 2014 में संबोधित किया था तब उन्होंने गहरे लाल और हरे रंग का जोधपुरी बंधेज साफा पहना था। प्रधानमंत्री मोदी ने 2015 में पीले रंग का साफा पहना था, जिस पर बहुरंगी धारियां थीं, जबकि 2016 में उन्होंने गुलाबी और पीले रंग का लहरिया ‘टाई एंड डाई’ साफा चुना था। उन्होंने 2017 में सुनहरी धारियों वाला चटकीले लाल रंग का साफा पहना था। उन्होंने 2018 में केसरिया साफा पहना था।

मनमोहन सिंह को पीछे छोड़ा

गणतंत्र दिवस समारोहों में भी कच्छ के लाल बांधनी साफे से लेकर पीले राजस्थानी साफे तक, मोदी के साफे लोगों का ध्यान आकर्षित करते रहे हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने आज स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर लगातार 11वीं बार लाल किले पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया। स्वतंत्रता दिवस पर, अपने तीसरे कार्यकाल के पहले संबोधन के साथ ही उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को पीछे छोड़ दिया। मनमोहन सिंह ने 2004 से 2014 के दौरान लाल किले की प्राचीर से 10 बार तिरंगा फहराया था।

लाल किले से बताई ये बात

PM Modi- India TV Hindi

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले से तिरंगा फहराने के बाद अपने संबोधन में रिफॉर्म्स पर भी जोर दिया। पीएम मोदी ने कहा कि देश ने देखा है कि आजादी के बाद भी दशकों तक स्टेटेस को का माहौल बना रहा। हमने बड़े रिफॉर्म्स जमीन पर उतारे। लोगों के जीवन में बदलाव लाने के लिए हमने रिफॉर्म्स का मार्ग चुना। हमने इस मानसिकता को तोड़ा है।

पीएम मोदी ने कहा, ‘मेरी अपील है कि हर विभाग चाहे राज्य सरकार हो या केंद्र का कोई विभाग, एक साल में दो रिफॉर्म करें और उसे जमीन पर उतारें तो 25 से 30 लाख रिफॉर्म करें तो कितना बदलाव होगा। जनमानस का विश्वास बढ़ेगा।’

‘यथास्थिति’ वाली मानसिकता को खत्म किया

पिछले 10 वर्षों के दौरान उठाए गए कदमों तथा प्रमुख योजनाओं का उल्लेख करते हुए कहा कि उनकी सरकार ने ‘यथास्थिति’ वाली मानसिकता को खत्म किया है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘‘यह देश आजादी के बाद उन परिस्थितियों में दशकों तक रहा, जब यह कहा जाता था कि होता है, चलता है ।देश में यथास्थिति का एक माहौल बन गया था। लोग कहते थे कि कुछ होने वाला नहीं है। हमें इस मानसिकता को तोड़ना था और हमने तोड़ा ।’’

हमने बड़े सुधार किए

पीएम मोदी ने कहा, ‘‘देश का सामान्य नागरिक बदलाव चाहता था। हमने बड़े सुधार किए हैं। सुधारों को लेकर हमारी प्रतिबद्धता चार दिन की वाहवाही के लिए नहीं है, किसी मजबूरी में नहीं है बल्कि देश को मजबूती देने के इरादे से है।’’ उन्होंने जोर देते हुए कहा, ‘‘हम जो कुछ भी करते हैं वह राजनीतिक गुण-भाग के बारे में सोचकर नहीं करते‘राष्ट्र हित सर्वोपरि’, हमारा राष्ट्र महान बने, हम इस संकल्प को लेकर कदम उठाते हैं।’’

आज सरकार लाभार्थी के घर खुद पहुंचती है

प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘हमने शासन के मॉडल को बदला है। आज सरकार लाभार्थी के घर खुद पहुंचती है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हमारी सरकार बड़े सुधारों के लिए प्रतिबद्ध है।’’ मोदी ने कहा, ‘‘आज जो महानुभाव राष्ट्र रक्षा के लिए पूरी लगन से, पूरी प्रतिबद्धता के साथ देश की रक्षा भी कर रहे हैं और देश को नई ऊंचाई पर ले जाने का प्रयास भी कर रहे हैं, वे हमारे किसान हैं, हमारे जवान हैं, दलित-शोषित-वंचित-पीड़ित हैं, हमारे नौजवानों का हौसला है, हमारी माताओं-बहनों का योगदान है।’’

कहा- अपराधियों में डर पैदा करना जरूरी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में बढ़ रहे महिला अपराध पर चिंता व्यक्त की है। देश को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि मैं आज लाल किले से अपनी पीड़ा व्यक्त करना चाहता हूं। हमें गंभीरता से सोचना होगा। हमारी माताओं, बहनों, बेटियों के प्रति जो अत्याचार हो रहे हैं, उसके प्रति जन सामान्य का आक्रोश है। इसे देश को, समाज को, हमारी राज्य सरकारों को गंभीरता से लेना होगा। महिलाओं के खिलाफ अपराधों की जल्द से जल्द जांच हो।

पीएम मोदी ने रेप करने वालों को बताया राक्षस

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि समाज से मैं यह भी कहना चाहूंगा कि जब महिलाओं पर बलात्कार और अत्याचार की घटनाएं होती हैं तो उस पर व्यापक चर्चा होती है, लेकिन जब ऐसी राक्षसी प्रवृत्ति के व्यक्ति को सजा दी जाती है तो वह खबरों में नहीं दिखती, बल्कि एक कोने तक ही सीमित रहती है समय की मांग है कि सजा पाने वालों पर व्यापक चर्चा की जाए ताकि यह पाप करने वाले समझें कि इससे फांसी होती है, मुझे लगता है कि यह डर पैदा करना बहुत जरूरी है।

 

 

महिलाओं के लिए सरकार ने किए कई काम

लाल किले से राष्ट्र को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि बीते वर्षों में महिलाओं के नेतृत्व में विकास मॉडल पर हमने काम किया है। हर क्षेत्र में महिलाओं के कदम बढ़ते जा रहे हैं, महिलाएं नेतृत्व दे रही हैं। हमारी वायुसेना हो, आर्मी हो, नौसेना हो या हमारा स्पेस सेक्टर हो, हर जगह हम महिलाओं का दमखम देख रहे हैं।

महिला सशक्तीकरण की सराहना

प्रधानमंत्री मोदी ने 78वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर लाल किले की प्राचीर से राष्ट्र को संबोधित करते हुए महिला सशक्तीकरण की सराहना की। उन्होंने कहा कि करीब 10 करोड़ नई महिलाएं स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी हैं और परिवार के फैसले लेने की प्रक्रिया का अभिन्न अंग बन गई हैं और व्यापक सामाजिक बदलाव लाने में योगदान दे रही हैं। पीएम मोदी ने कहा कि हमें यह देखकर गर्व हो रहा है कि महिलाएं आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर हो रही हैं। उन्होंने कहा कि जब महिलाएं आत्मनिर्भर हो जाती हैं तो वे परिवार के निर्णय लेने की प्रक्रिया में भाग लेती हैं और यह महत्वपूर्ण सामाजिक परिवर्तन सुनिश्चित करेगा।

महिलाएं बन रही हैं लखपति दीदी 

पीएम मोदी ने भारतीय मुख्य कार्यकारी अधिकारियों (सीईओ) की वैश्विक सफलता और इन स्वयं सहायता समूहों में महिलाओं की उपलब्धियों के बीच एक समानता को रेखांकित करते हुए कहा कि जहां हमारे सीईओ वैश्विक मान्यता प्राप्त कर रहे हैं, वहीं एक करोड़ महिलाएं लखपति दीदी बन रही हैं। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार ने इन समूहों को 10 लाख से 20 लाख रुपये आवंटित करने का फैसला किया है। मोदी ने कहा कि हमारे महिला स्वयं सहायता समूहों को मदद देने के लिए अब तक नौ लाख करोड़ रुपये उपलब्ध कराए जा चुके हैं। इस मदद से वे अपने अनेक वित्तीय कामों को बढ़ा रहे हैं।

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