राजधानी दिल्ली समेत देश के कई शहरों में वायु प्रदूषण के बढ़ते खतरे को देखते हुए, स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्य सरकारों से तेजी से कदम उठाने की अपील की है ताकि इसके गंभीर स्वास्थ्य प्रभावों से बचा जा सके. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के सचिव पुण्य सलिला श्रीवास्तव ने पत्र जारी करते हुए कहा देश में वायु प्रदूषण के वजह से स्वास्थ्य पर बढ़ते पर गंभीर चिंता व्यक्त की.
पत्र में कहा गया कि वायु प्रदूषण के चलते हाल के वर्षों में कई गंभीर समस्यायों को जन्म दिया है.सर्दियों में देश में वायु गुणवत्ता सूचकांक अक्सर खराब से लेकर गंभीर स्तर तक पहुंचता है. जिससे यह सांस, हृदय और दिमाग को प्रभावित करने वाले पुरानी बीमारियों का कारण बन सकता है.
मंत्रालय का दिशा-निर्देश
स्वास्थ्य सेवा महानिदेशक अतुल गोयल ने 19 अक्टूबर को जारी पत्र में राज्यों से जन जागरूकता अभियान तेज करने, स्वास्थ्य कर्मचारियों की क्षमता को मजबूत करने और वायु प्रदूषण से संबंधित बीमारियों के लिए निगरानी प्रणाली में भागीदारी बढ़ाने की अपील की गई थी.
स्वास्थ्य मंत्रालय की तैयार रहने की सलाह
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने इस मुद्दे को लेकर सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को एक निर्देश जारी की है, जिसमें मौजूदा स्वास्थ्य सिस्टम को मजबूत करने और कमजोर समूहों के बीच जागरूकता फैलाने के लिए कदम उठाने की सिफारिश की गई है.
पत्र में कहा गया है कि इस समस्या से बच्चे, गर्भवती महिलाएं, बुजुर्ग और पहले से बीमार लोग वायु प्रदूषण के प्रभाव से विशेष रूप से प्रभावित होते हैं. इसलिए इन समूहों के लिए जागरूकता बढ़ाने के उपायों को प्राथमिकता दी जाए.