सीतापुर: यूपी के सीतापुर से SIR को लेकर बड़ी खबर है। SIR को लेकर BSA सीतापुर ने रविवार को विद्यालय खोलने का आदेश जारी किया है। डीएम के निर्देश पर BSA अखिलेश प्रताप सिंह ने सभी स्टाफ को विद्यालय में उपस्थित रह कर मतदाता पुनर्निरीक्षण 2025 को पूरा करने के लिए निर्देश दिए हैं।
दरअसल यूपी एक बड़ा राज्य है और यहां SIR प्रक्रिया को पूरी करने के लिए अधिकारी और वर्कर्स पूरी दमखम के साथ जुटे हुए हैं। राज्य में मतदाता सूची को पूरी तरह से साफ सुथरा बनाने के लिए समय कम ना पड़े, इसलिए सीतापुर में रविवार को भी SIR का काम करने के लिए कहा गया है।
गौरतलब है कि देश में 12 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में SIR का काम तेजी से चल रहा है। SIR का उद्देश्य मृत मतदाताओं के नाम हटाना, एक ही व्यक्ति के डुप्लिकेट नाम हटाना, जो लोग अपना घर बदल चुके हैं, उनका नाम सही जगह ट्रांसफर करना, 18 साल पूरा कर चुके नए मतदाताओं को जोड़ना, गलत/फर्जी वोटरों को पूरी तरह साफ करना और BLO द्वारा घर-घर जाकर फिजिकल वेरिफिकेशन करना है।
SIR में ये राज्य सबसे आगे
वर्तमान में SIR के मामले में राजस्थान सभी से आगे है। यहां 100 फीसदी डिजिटाइजेशन का काम पूरा हो गया है। यहां 97 फीसदी से ज्यादा मतदाता मैपिंग का काम भी पूरा हो गया है। ऐसे में SIR के काम में लगे लोगों और अधिकारियों ने राहत की सांस ली है। यह अपने आप में एक बड़ी उपलब्धि है।
SIR से क्या फायदा होगा?
SIR से न केवल आम नागरिक को फायदा होगा, बल्कि चुनाव प्रक्रिया और देश की सरकार को चुनने संबंधी चीजें काफी साफ हो जाएंगी। इससे लाखों-करोड़ों फर्जी नाम हटेंगे। जिससे ये पता लग सकेगा कि देश में वर्तमान में कितने वोटर हैं। इसके अलावा पहले एक ही व्यक्ति 3-4 जगह वोट डाल लेता था। अब ये चीजें नहीं होंगी। इसके अलावा मृत/बाहरी लोगों के नाम हटने से बूथ पर नकली वोटिंग नहीं होगी। कुल मिलाकर चुनाव प्रक्रिया ज्यादा पारदर्शी हो सकेगी।
RB News World Latest News