उत्तर प्रदेश के सीतापुर में 12 साल की बच्ची को बहलाकर गुजरात के सूरत ले जाकर गैंगरेप करने के बाद उसका धर्मांतरण कराने की कोशिश की गई. करीब 8 दिन बाद मासूम ने घर लौटकर अपने परिजनों को आपबीती सुनाई. पीड़ित बच्ची ने कहा, उसे चाय में नींद की गोलियां देकर बार-बार उसके साथ गैंगरेप करते थे, वो लोग कहते थे कि इस्लाम धर्म अपना लो, तुम्हे कोई परेशानी नहीं होगी.
पूरा मामला राम मथुरा थाना इलाके का है, जहां का बांसुरा गांव का ये मामला बेहद चर्चा में है. क्योंकि धर्म विशेष की 15 साल की नाबालिग युवती अपने ही साथ पढ़ने वाली 12 साल की हिंदू लड़की को नकाब पहनाकर अपने साथ भगा ले गई. 14 जुलाई को ग्राम बांसुरा की रहने वाली मुस्लिम समाज की 15 वर्षीय नाबालिग किशोरी अपने साथ गांव की 12 वर्षीय हिंदू लड़की को लेकर कही चली गई थी. जानकारी के मुताबिक, 14 जुलाई से लापता दोनों किशोरियों का मामला थाने पहुंचा था. इंस्पेक्टर ने गुमशुदगी तक लिखने की जहमत नहीं उठाई. उधर इस मामले में हिंदू पक्ष गंभीर आरोप लगा रहा है.
12 वर्षीय बालिका के परिजनों का कहना है कि मुस्लिम समाज की लड़की उनकी बेटी के साथ पढ़ती थी और वे दोनों सहेलियां हैं. आरोप है कि आठ दिन पहले मुस्लिम किशोरी अपने पिता जमाल के सहयोग से गांव की ही अपनी सहेली को अपने साथ नकाब पहना कर गुजरात के सूरत शहर ले गई. आरोप यह भी है कि रास्ते में मुस्लिम किशोरी का मामा शाहरूख मिला, जिसने अपने अज्ञात साथी के साथ मिलकर 12 वर्षीय किशोरी को चाय में नशीला पदार्थ पिलाकर उसके साथ बारी-बारी से दुष्कर्म किया.
परिजनों ने दर्ज कराया केस
किशोरी के परिजनों ने आरोप लगाया कि शाहरूख किशोरी पर मुस्लिम धर्म अपनाने का दबाव बना रहा था. परिजनों ने चौकी इंचार्ज अशोक सोनकर पर अपशब्द कहते हुए गला दबाने और जबरन सुलह करने का भी आरोप लगाया है. इस मामले में हिंदू संगठन के लोगों ने पीड़ित पक्ष के साथ थाने का घेराव किया. पीड़ित पक्ष ने पुलिस को इस मामले की तहरीर दे दी है. अपर पुलिस अधीक्षक दक्षिणी दुर्गेश सिंह ने कहा कि तहरीर मिली है. 5 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया हैं. मामले में आवश्यक विधिक कार्रवाई की जा रही हैं. वहीं इस मामले में लापरवाही बरतने पर एसएचओ रामपुर मथुरा कृष्ण नंदन तिवारी को लाइन हाजिर कर दिया है.