बनासकांठा के मशहूर तीर्थस्थल अंबाजी के पास गब्बर रोड पर पत्थरबाजी की एक गंभीर घटना सामने आई है। अंबाजी के पडलिया गांव में फॉरेस्ट की जमीन को लेकर स्थानीय लोगों और फॉरेस्ट डिपार्टमेंट के बीच तनाव पैदा हो गया, जो बाद में हिंसक हो गया। स्थानीय लोगों के फॉरेस्ट अधिकारियों पर पत्थरबाजी करने से हालात तनावपूर्ण हो गए। फॉरेस्ट अधिकारियों पर पत्थरबाजी के बाद भगदड़ मच गई।
घटना की खबर मिलते ही अंबाजी पुलिस और दूसरी पुलिस फोर्स मौके पर पहुंच गई। पत्थरबाजी में फॉरेस्ट डिपार्टमेंट और पुलिस के कई कर्मचारी घायल हो गए और उन्हें तुरंत इलाज के लिए पास के हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया।
कान में तीर लगने से पुलिस इंस्पेक्टर घायल
पडलिया गांव में फॉरेस्ट डिपार्टमेंट के कर्मचारियों पर हमले की खबर फॉरेस्ट अधिकारियों ने पुलिस को दी। सूचना मिलने पर अंबाजी पुलिस इंस्पेक्टर आरबी गोहिल पुलिस स्टाफ के साथ मौके पर पहुंचे। इस दौरान स्थानीय लोगों ने पुलिस इंस्पेक्टर आरबी गोहिल पर तीरों से हमला कर दिया। कान में तीर लगने से वह बेहोश हो गए। उनकी हालत फिलहाल गंभीर बताई जा रही है। हमले में घायल लोगों को पालमपुर सिविल अस्पताल में और प्राइवेट हॉस्पिटल में भी लाया गया है। जहां पालमपुर विधायक अनिकेत ठाकर ने घायलों की खबर पूछी ओर उचित इलाज के लिए मेडिकल टीम से बात की।
1000 से ज्यादा लोगों ने किया हमला
पाडालिया गांव के लोगों ने वन भूमि पर वृक्षारोपण के विरोध में पत्थरबाजी की। इसके बाद वन अधिकारियों और सुरक्षा के लिए पहुंचे पुलिसकर्मियों पर 1000 से अधिक लोगों ने पत्थर और तीरों से हमला कर दिया। कई पुलिसकर्मी घायल हो गए। एक पुलिसकर्मी को तीर लगा। वन विभाग के वाहनों में आग लगा दी गई और सरकारी वाहनों के टायर काट दिए गए। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए 50 से अधिक राउंड फायरिंग और लगभग 20 आंसू गैस के गोले दागे गए। घायल पुलिसकर्मियों को गंभीर हालत में अंबाजी सिविल अस्पताल और पालनपुर अस्पताल में भर्ती कराया गया। 9 लोगों को पालनपुर रेफर किया गया है।
पूर्व नियोजित था हमला
बनासकांठा कलेक्टर मिहिर पटेल अंबाजी पहुंचे और अंबाजी सिविल अस्पताल में घायल पुलिसकर्मियों से मुलाकात की। जिला कलेक्टर ने कहा कि यह हमला पूर्व नियोजित था। हमला पत्थर और तीरों से किया गया। फिलहाल, पुलिस पूरी घटना की जांच कर रही है और हमलावरों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
RB News World Latest News