उत्तर प्रदेश में कौशांबी जिले की पुलिस ने मुठभेड़ में तीन बदमाशों को अरेस्ट किया है. इन बदमाशों ने शनिवार की देर रात सैनी कोतवाली क्षेत्र के पहाड़पुर कोदन गांव से एक मासूम बच्चे का अपहरण किया था. महज 12 घंटे के अंदर पुलिस ने आमने सामने की फायरिंग के दौरान तीनों बदमाशों के पैर में गोली मारकर उन्हें अरेस्ट किया है. पुलिस ने आरोपियों की निशानदेही पर उनके कब्जे से अपहृत मासूम को भी बरामद कर लिया है. पुलिस ने बच्चे को तो उसके परिजनों को सौंप दिया, वहीं गोली लगने से घायल आरोपियों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया है.
पुलिस के मुताबिक सैनी कोतवाली क्षेत्र के पहाड़पुर कोदन गांव में शनिवार की देर रात घर के बाहर अपने बाबा के साथ सो रहे 13 साल के प्रतीक का अपहरण हो गया था. सूचना मिलने पर एसपी, एएसपी, सीओ मौके पर पहुंचे थे और बच्चे को बरामद करने के लिए तत्काल पुलिस टीमों का गठन किया था. इसी बीच पुलिस को इनपुट मिला की बदमाश कड़ा धाम थाना क्षेत्र में मौजूद हैं. इसके बाद पुलिस टीमों ने रविवार की सुबह बदमाशों की घेराबंदी की.
तीनों बदमाशों के पैर में लगी गोली
इस दौरान बदमाशों ने खुद को घिरते देखकर पुलिस टीम पर फायरिंग कर दिया. ऐसे में पुलिस ने भी जवाबी फायरिंग की और तीनों बदमाशों के पैर में गोली मारते हुए उन्हें दबोच लिया. पुलिस के मुताबिक पकड़े गए बदमाशों की पहचान गुड्डू, शेरा और सुभाष विश्वकर्मा के रूप में हुई है. पुलिस ने आरोपी से पूछताछ की तो पता चला कि इस वारदात की साजिश फिरौती के लिए रची गई थी. दरअसल बच्चे प्रतीक के बाबा ने एक भूखंड बेचा था. ऐसे में बदमाशों ने इस पैसे को फिरौती के तौर पर हासिल करने के लिए बच्चे का अपहरण कर लिया.
बदमाश बच्चे के बाबा से 25 लाख रुपये की फिरौती मांगने वाले थे, लेकिन उससे पहले ही वह पुलिस के हत्थे चढ़ गए. एसपी बृजेश कुमार श्रीवास्तव ने घटना का खुलासा करते हुए बताया कि अपहृत मासूम बच्चे के बाबा ने जमीन बेची थी. इससे मिले रुपयों के लिए इन आरोपियों ने बच्चे का अपहरण किया था. घटना के खुलासे पर एडीजी प्रयागराज जोन ने पुलिस टीम को 50 हजार, आईजी प्रयागराज जोन ने 35 हजार और एसपी ने 25 हजार रुपए से टीम को पुरस्कृत किया है.