उत्तर प्रदेश के इटावा में यमुना नदी किनारे बुधवार सुबह उस समय हड़कंप मच गया जब गांव का एक शख्स मछली पकड़ते समय मगरमच्छ की चपेट में आ गया. देखते ही देखते नदी किनारे का सन्नाटा चीखों में बदल गया और अफरा-तफरी मच गई. पुलिस को सूचना दी गई. फिर उसका शव नदी से बरामद किया गया.
बलरई थाना क्षेत्र के गांव कीरतपुर निवासी 50 वर्षीय कप्तान सिंह पुत्र झम्मन सिंह सुबह अपने साथियों के साथ यमुना नदी में मछली पकड़ने गए थे. इसी दौरान पानी के भीतर छिपे मगरमच्छ ने अचानक उन पर झपट्टा मारा और उन्हें अपनी पकड़ में लेकर गहरे पानी में खींच लिया. साथी ग्रामीणों ने शोर मचाते हुए बचाने की कोशिश की, लेकिन कप्तान सिंह उनकी आंखों के सामने नदी की लहरों में समा गए.
परिवार में छाया मातम
घटना की सूचना पर बलरई पुलिस और गोताखोरों की टीम मौके पर पहुंची. ग्रामीणों की मदद से गोताखोर लगातार तलाशी में जुटे रहे. लगभग पांच घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद कप्तान सिंह का शव यमुना नदी से बरामद कर लिया गया. शव मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया और गांव में मातम पसर गया. मृतक की पत्नी लक्ष्मी देवी, मां रामकटोरी, बेटे सचिन (25) तथा बेटियां अर्चना (23) और सपना (21) का रो-रोकर बुरा हाल है.
प्रशासन पर लापरवाही का आरोप
ग्रामीण रविंद्र, सुनील, राजू और देवेंद्र ने बताया कि यह क्षेत्र पहले भी मगरमच्छों की मौजूदगी के लिए जाना जाता है. लेकिन न तो प्रशासन ने चेतावनी बोर्ड लगाए हैं और न ही सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं. उन्होंने कहा कि कई बार सूचना देने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई.
पुलिस के मुताबिक, वन विभाग को जानकारी दे दी गई है और नदी किनारे सुरक्षा व निगरानी बढ़ाने के निर्देश जारी किए गए हैं. गांव में इस दर्दनाक घटना के बाद लोगों में भय का माहौल है.