Himachal Scholarship Scam: हिमाचल प्रदेश में हुए पोस्ट मैट्रिक स्कॉलरशिप घोटाले के मामले में ED ने बड़ी कार्रवाई करते हुए 18.27 करोड़ रुपये की संपत्तियां अस्थायी रूप से अटैच कर दी है. ये कार्रवाई 20 फरवरी 2025 को प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत की गई.
ED ने जिन संपत्तियों को अटैच किया है, उनमें नाहन, जिला सिरमौर (हिमाचल प्रदेश) में स्थित मां सरस्वती एजुकेशनल ट्रस्ट के नाम से रजिस्टर्ड 125 बीघा भूमि और पंचकूला (हरियाणा) में स्थित दो फ्लैट शामिल है. पंचकूला स्थित ये फ्लैट प्रीति बंसल और ऋचा बंसल के नाम पर है. जो मां सरस्वती एजुकेशनल ट्रस्ट की ट्रस्टी है. ये ट्रस्ट हिमालयन ग्रुप ऑफ प्रोफेशनल इंस्टीट्यूशंस, कालाअंब, जिला सिरमौर का संचालन करता है. ED की जांच में सामने आया कि इस ट्रस्ट ने छात्रवृत्ति योजना के तहत फर्जीवाड़ा कर करोड़ों रुपये का गबन किया.
ED ने ये जांच CBI द्वारा दर्ज FIR के आधार पर शुरू की थी. ये FIR हायर एजुकेशन डायरेक्टरेट, शिमला द्वारा ओबीसी, एससी और एसटी छात्रों को दी जाने वाली पोस्ट मैट्रिक स्कॉलरशिप में गड़बड़ी को लेकर दर्ज हुई थी. जांच में यह खुलासा हुआ कि संस्थानों ने गलत तरीके से छात्रवृत्ति के फंड हासिल किए. इसके लिए ऐसे छात्रों का विवरण दिया गया जो संस्थान में पढ़ ही नहीं रहे थे. उन छात्रों का नाम भी जोड़ा गया जो कोर्स अधूरा छोड़ चुके थे. छात्रों का कोर्स बदलकर फर्जी दस्तावेज अपलोड किए गए.
छात्रों की जाति बदलकर ज्यादा स्कॉलरशिप ली गई. डे स्कॉलर छात्रों को हॉस्टलर दिखाकर ज्यादा फंड लिया गया. डिस्टेंस एजुकेशन कोर्स के लिए झूठी फीस दिखाकर पैसा लिया गया. इस घोटाले से मिले पैसे को कई लोगों ने अपने और अपने परिवार के नाम पर चल-अचल संपत्तियां खरीदने में इस्तेमाल किया. ED ने इस मामले में पहले भी कई कार्रवाई की है. जांच के दौरान 80 लाख रुपये नकद और 2.80 करोड़ रुपये बैंक खातों में जमा राशि फ्रीज की गई थी.
इसके अलावा, 10.67 करोड़ रुपये की संपत्तियां पहले ही अटैच की जा चुकी थी. अब तक कुल अटैच संपत्ति की कीमत लगभग 29 करोड़ रुपये हो गई है. ED ने इस मामले में 30 जनवरी 2025 को दो लोगों को गिरफ्तार किया था, जो फिलहाल जेल में है. इससे पहले 30 अगस्त 2023 को चार अन्य लोगों की गिरफ्तारी भी हो चुकी है. ED की जांच अभी जारी है और आने वाले समय में इस घोटाले से जुड़े और भी नाम सामने आ सकते है