हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री कमल गुप्ता ने जिला शिकायत निवारण समिति की बैठक में अधिकारियों के शामिल नहीं होने पर कड़ी आपत्ति जताई है. इसके साथ ही उन्होंने अधिकारियों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं. यही नहीं कारण बताओ नोटिस भी जारी किया है.
एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि जिन अधिकारियों के खिलाफ मंत्री ने अनुशासनात्मक कार्रवाई के निर्देश दिए हैं. उनमें फतेहाबाद के समाज कल्याण अधिकारी, टोहाना मार्केट कमेटी के सचिव, पशुपालन विभाग के उप निदेशक और जिला खेल अधिकारी शामिल हैं. स्वास्थ्य मंत्री कमल गुप्ता ने सोमवार को फतेहाबाद में जिला लोक संपर्क एवं कष्ट निवारण समिति की बैठक ली. इस दौरान उन्होंने कहा कि अधिकारियों का बैठक में शामिल न होना एक गंभीर मामला है. ऐसे अधिकारियों को बख्शा नहीं जाएगा.
स्वास्थ्य मंत्री कमल गुप्ता ने अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए कि सरकार की विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं और कार्यक्रमों का लाभ लाभार्थियों तक समयबद्ध तरीके से पहुंचे. अधिकारिक बयान के अनुसार बैठक में कुल 11 शिकायतें उठाई गई, जिसमें से सात शिकायतों का मौके पर ही समाधान कर दिया गया. शेष शिकायतों को जल्द से जल्द हल करने का निर्देश दिया गया.
डीसी को वेतन काटने का भी दिया निर्देश
वहीं स्वास्थ्य मंत्री ने डीसी को बिना बताए बैठक से गैर हाजिर रहने वाले अधिकारियों का वेतन काटने और गैर हाजिरी लगाने के निर्देश दिए. मंत्री ने अधिकारियों को सख्त लहजे में कहा कि मिटिंग का समय तब 12 बजे का है तो 12 बजे का मतलब 11 बजकर 59 मिनट और 59 सेकंड की होना चाहिए. न की 12 बजकर 1 मिनट.
बैठक में कम शिकायतकर्ताओं के पहुंचने पर भी पूर्व मंत्री ने देवेंद्र बबली ऐतराज जताया. उन्होंने कहा कि बिना शिकायतकर्ताओं के मीटिंग कैसे होगा. इसपर अधिकारियों की तरफ से कहा गया कि काफी समय बाद बैठक हो रही है इसलिए शिकायकर्ता नहीं पहुंच पाए.