उत्तराखंड के हल्द्वानी में हुई हिंसा के बाद आज भी कर्फ्यू जारी है। तो हिंसा की आग भड़काने वालों के खिलाफ NSA लगाने की तैयारी है। बनभूलपुरा हिंसा में अबतक 5 लोगों की मौत हो चुकी है तो 100 से ज्यादा पुलिसकर्मी घायल हैं जिनका इलाज अस्पतालों में जारी है। शुक्रवार को हल्द्वानी पहुंचे उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने पीड़ितों से मुलाकात की और कहा कि पुलिस ने आरोपियों को चिन्हित करने की कार्रवाही शुरू कर दी है और एक-एक चेहरे की पहचान कर उनसे नुकसान की भरपाई कराई जाएगी। इतना ही नहीं आज भी हल्द्वानी में स्कूल-कॉलेज और मार्केट सब बंद रहेंगे। दंगे के मामले में पुलिस ने 5 हजार लोगों पर मुकदमा दर्ज किया है।
करीब 6 करोड़ की संपत्ति हुई राख
जानकारी मिली है कि हिंसा प्रभावित बनभूलपूरा में आज भी किसी को जाने की इजाजत नहीं है। नगर निगम और पुलिस विभाग ने जो आंकलन लगाया है उसमें पता चला है कि इस हिंसा में करीब 6 करोड़ की संपत्ति राख हो गई। हालांकि बनभूलपुरा में हिंसा के बाद धीरे-धीरे हालात सुधर रहे हैं। किसी नई हिंसा की खबर आज नहीं आई है, लेकिन प्रशासन ने कर्फ्यू लगा रखा है।
हल्द्वानी जाएगा जमीयत उलेमा-ए-हिंद का डेलीगेशन
इस बीच आज जमीयत उलेमा-ए-हिंद का डेलीगेशन हल्द्वानी जाने वाला है। ये डेलीगेशन पीड़ित परिवारों से मुलाकात करेगा। दरअसल, हाई कोर्ट के आदेश के बाद गुरुवार को अवैध मदरसों को तोड़ने पहुंची प्रशासन की टीम पर पथराव के बाद हल्द्वानी के बनभूलपुरा में हिंसा भड़क उठी थी। भीड़ ने कई वाहनों और थाने को आग लगा दी। इसके बाद शहर में कर्फ्यू लगा दिया गया और उपद्रवियों को देखते ही गोली मारने के आदेश जारी किए गए हैं। अब इलाके में पुलिस का कड़ा पहरा है।
डेढ़ हजार से ज्यादा पुलिस जवान तैनात
उपद्रवियों पर NSA लगाने की तैयारी की जा चुकी है। एक-एक उपद्रवी की पहचान की जा रही है। पुलिस की टीमें धरपकड़ कर रही हैं। यानि शहर का ये हाल करने वालों को अब इसका अंजाम भुगतना होगा। उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने खुद हल्द्वानी पहुंचकर पीड़ितों से मुलाकात की और शहर का हाल जाना। पूरे हल्द्वानी में इस वक्त डेढ़ हजार से ज्यादा पुलिस के जवान तैनात हैं। सुरक्षा की दृष्टि से 4 कंपनी पैरा मिलिट्री फोर्स और 4 कंपनी पीएसी के जवान, सेंसिटिव इलाकों में फ्लैगमार्च कर रहे हैं। उत्तराखंड की चीफ सेक्रेट्री खुद बनभूलपुरा में उस जगह पर पहुंची जहां हिंसा हुई थी।
उत्तराखंड के हल्द्वानी में गुरुवार उपद्रवियों ने जमकर उत्पात मचाया. हिंसा की घटना में 6 लोगों की मौत हो गई है, वहीं 300 से अधिक लोग जख्मी हुए हैं. उपद्रव के बाद शहर में सुरक्षा बढ़ा दी गई है. अभी तक 19 नामजद आरोपियों सहित 5000 अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है. इस संबंध में कुल तीन एफआईआर दर्ज की गई है. 50 से ज्यादा लोगों को पुलिस ने हिरासत में लिया है, जिनसे पूछताछ की जा रही है.
शुक्रवार शाम हल्द्वानी SP सिटी ने के मुताबिक, हिंसा में 6 लोगों की मौत हुई है. इनमें पिता और पुत्र भी शामिल हैं. एक नाबालिग लड़के की भी मौत हुई है, जिसकी उम्र 16 साल थी. उसके सिर में गोली लगी है. मृतकों में फईम , जाहिद, मो. अनस, शब्बाद, प्रकाश और एक अन्य शामिल है. आरोपियों के खिलाफ रासुका के तहत कार्रवाई की जाएगी.
हल्द्वानी में हिंसा के बाद अलर्ट पर UP
हल्द्वानी में हिंसा के बाद यूपी के सभी जिले हाई अलर्ट पर हैं. बरेली में मौलाना तौकीर रजा के जेल भरो आंदोलन के ऐलान के बाद शनिवार को भी शहर में तनाव कायम हैं. हालांकि, मौलाना तौकीर रजा ने हल्द्वानी हिंसा का जिक्र करते हुए कहा था कि बरेली को हल्द्वानी नहीं बनने देंगे. इन सभी स्थितियों को देखते हुए यूपी के सभी जिलों में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करने को कहा गया है. इसके अलावा उत्तराखंड से जो भी वाहन प्रदेश में आ रहे हैं, उनको चेकिंग करने के भी निर्देश दिए गए हैं.
इलाके को 5 सुपर जोन में बांटा गया
हल्द्वानी में हिंसा के बाद भारी संख्या में पुलिसबल की तैनाती कर दी गई है. बनभूलपुरा में कानून व्यवस्था बनाये रखने के लिए मजिस्ट्रेट की तैनाती कर दी गई है. पूरे इलाके को 5 सुपर जोन में बांटा गया है, जहां पर 7 मजिस्ट्रेट तैनात किये गए हैं. पुलिस ने उपद्रव करने वाले असामाजिक तत्वों को देखते ही गोली मारने के आदेश दिए हैं. गुरुवार को हल्द्वानी में बवाल तब शुरू हो गया जब प्रशासन की टीम एक अवैध मदरसे को हटाने पहुंची थी. इस दौरान उपद्रवियों ने पुलिस को निशाना बनाया और पथराव किया.
हल्द्वानी में 10 कंपनी पैरामिलिट्री फोर्स की तैनात की गई है. बनभूलपुरा इलाके में करीब 1500 पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है. चप्पे चप्पे पर सुरक्षाकर्मी मौजूद हैं. पुलिस अधिकारी लोगों से अपील कर रहे हैं कि किसी भी तरह के अफवाह पर ध्यान न दें. कोई अफवाह फैलाता है तो उसकी सूचना दें, ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.