गुजरात में हो रहे विधानसभा उपचुनाव के लिए सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी ने दो सीटों पर उम्मीदवारों के नाम का ऐलान कर दिया है। गुजरात के कड़ी और विसावदर विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों में उपचुनाव हो रहा है। इसके लिए मतदान की तारीख 19 जून रखी गई है। उपचुनाव के लिए भाजपा ने रविवार को राजेंद्र चावड़ा और किरीटभाई पटेल की उम्मीदवारी की घोषणा की। एक विज्ञप्ति में कहा गया है कि पार्टी ने कड़ी से चावड़ा और विसावदर से पटेल को मैदान में उतारा है।
क्यों हो रहे चुनाव?
अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित मेहसाणा जिले की कड़ी सीट चार फरवरी को भाजपा विधायक करसनभाई सोलंकी के निधन के कारण रिक्त हुई थी। जूनागढ़ जिले की विसावदर सीट ‘आप’ विधायक भूपेंद्र भयानी के दिसंबर 2023 में इस्तीफा देने के बाद खाली हुई थी। बाद में, वह सत्तारूढ़ भाजपा में शामिल हो गए थे। गुजरात विधानसभा उपचुनाव में आम आदमी पार्टी भी जोर लगा रही है। हालांकि, इन चुनावों का सरकार पर कोई असर नहीं होगा, क्योंकि बीजेपी पहले ही पूर्ण बहुमत के साथ सत्ता में है।
गुजरात विधानसभा की स्थिति
गुजरात विधानसभा में कुल 182 सीटें हैं, जिनमें 13 अनुसूचित जाति और 27 अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित हैं, बाकी 142 सामान्य सीटें हैं। यहां 2022 में विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने बहुमत हासिल किया था और सरकार बनाई थी। बीजेपी को 156 सीटें मिली थीं। वहीं, कांग्रेस महज 17 सीटों पर सिमट गई थी। आम आदमी पार्टी को पांच सीटें मिली थीं और एक सीट समाजवादी पार्टी के खाते में गई थी। तीन सीटों पर निर्दलीय उम्मीदवारों ने जीत हासिल की थी। भाजपा ने 1995 से लगातार गुजरात में सत्ता बनाए रखी है और 2022 में सातवीं बार जीत हासिल की।
गुजरात के जातीय समीकरण
गुजरात की राजनीति में जातीय और सामाजिक समीकरण महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। 2017 और 2022 के चुनावों में भी जातीय समीकरण अहम थे। यहां सबसे ज्यादा आबादी कोली समुदाय के लोगों की है। इसकी संख्या 24 फीसदी है। वहीं, पाटीदारों की संख्या 15 फीसदी और मुस्लिमों की संख्या 10 फीसदी है। अनुसूचित जनजाति के मतदाताओं की संख्या 15 फीसदी है, जबकि अनुसूचित जनजाति के लोगों की संख्या 7 फीसदी है। यहां ब्राह्मण (4%), राजपूत (5%), वैश्य (3%), और अन्य समुदाय के लोग (17%) हैं।