ग्रेटर नोएडा में एक गर्लफ्रंड की फोटो को लेकर दो दोस्तों में विवाद हो गया था जिसके बाद एक दोस्त ने दूसरे दोस्त की हत्या कर दी और शव को नहर में फेंक दिया था. आज दस दिनों के बाद मृतक वैभव का शव मिल गया है. वैभव के परिजनों ने उसके शव की शिनाख्त की.
ग्रेटर नोएडा में इस हैरान कर देने वाली वारदात के बाद शव के ना मिलने से लगातार व्यापारियों में रोष था. चार दिनों से लगातार बिलासपुर कस्बे के व्यापारी बाजार बंद कर के धरने पर बैठे थे. पुलिस ने मृतक के शव की तलाश करने के लिए गोताखोरों और एनडीआरएफ की टीम के साथ जगह-जगह सर्च ऑपरेशन चलाए थे.
कई दिनों से चल रहा था सर्च ऑपरेशन
व्यापारी अरूण सिंघल के बेटे वैभव सिंघल की हत्या के मामले में नया मोड़ आ गया है. लगभग चार दिनों से चल रही शव की तलाश पूरी हुई और वैभव का रबूपुरा क्षेत्र के चाचूला में नहर से मिला गया. वैभव की हत्या का शक उसके दोस्त माज पठान पर है. कहा जा रहा है कि गर्लफ्रेंड की फोटो डिलीट करवाने को लेकर माज पठान ने दोस्त के साथ मिलकर वैभव की हत्या कर दी. हत्या के आरोप में माज पठान और उसके नाबालिक साथी को पुलिस पहले ही मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर चुकी है. बीते दस दिनों से वैभव के परिजन उसकी हत्या के विरोध में पुलिस के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे. उन्होंने आरोप लगाया था कि पुलिस भ्रष्ट है. फिलहाल वैभव का शव बरामद कर पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है.
12 फरवरी के बाद आंदोलन का अल्टीमेटम
बता दें ग्रेटर नोएडा के जगत फार्म के व्यापार मंडल के अध्यक्ष संजय अग्रवाल ने मामले को लेकर कहा था कि अगर जल्द ही पुलिस शव को तलाश नहीं कर पाती तो 12 फरवरी के बाद आंदोलन किया जाएगा. प्रदेश सरकार के औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी ने बिलासपुर में हुई घटना के संबंध में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भी अवगत कराया था. नंदी ने पीड़ित पक्ष को आश्वस्त किया था कि आरोपितों के खिलाफ सख्त कार्यवाई होगी. दरअसल, बिलासपुर के व्यापारी अरूण सिंघल के बेटे वैभव का 30 जनवरी को अपहरण कर उसके ही दोस्त माज पठान ने गला दबाकर हत्या कर दी थी. पुलिस ने दावा किया कि माज की महिला मित्र के कुछ फोटो वैभव के मोबाइल में थे। फोटो डिलीट करने को लेकर विवाद शुरू हुआ और माज ने वैभव की हत्या कर दी थी.