Gorakhpur News: यूपी में सियासी घमासान के बीच एक बार फिर पुलिस प्रताड़ना का जिन्न बाहर निकल आया है. भाजपा नेता ने पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए कठघरे में खड़ा किया है. उन्होंने आरोप लगाया है कि साल 2007 के राजनीतिक मुकदमों में पूर्व में उन्हें हिस्ट्रीशीटर बनाने के साथ उनके ऊपर गैंगस्टर भी लगाया गया था. तब सपा की सरकार रही है. वे सामाजिक रूप से अपराधी नहीं है. राजनीतिक मुकदमें दर्ज होने के बावजूद चौरीचौरा पुलिस ने उनके ऑफिस पर आकर उन्हें हिस्ट्रीशीटर बताते हुए उनके साथ दुर्व्यवहार किया है. इसकी उन्होंने मुख्यमंत्री से मिलकर शिकायत भी की है.
यूपी के गोरखपुर के चौरीचौरा से दो बार जिला पंचायत सदस्य और भाजपा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य दीपक जायसवाल ने बताया कि वे चौरीचौरा के अपने कार्यालय में 19 जुलाई की शाम 7 बजे बैठे हुए थे. इसी बीच दो पुलिसवाले उनके कार्यालय में आए और उनके साथ दुर्व्यवहार करने लगे. वे उन्हें हिस्ट्रीशीटर बताकर उनका जबरन फोटो खींचने का दबाव बनाने लगे. उन्होंने ये भी कहा कि ऊपर से कहा गया है. इसके बाद उन्होंने पुलिसवालों को बताया कि उनके ऊपर 2004 से 2007 तक सारे राजनीतिक मुकदमें दर्ज हुए हैं.
सीएम योगी ने दिया कार्रवाई की आश्वासन
उस समय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सांसद रहे हैं. उन्हें भी अच्छी तरह से मालूम हैं कि ये सारे मुकदमे आंदोलन के दौरान के हैं. उनके अलावा राकेश सिंह पहलवान और 100 से अधिक लोगों पर मुकदमा दर्ज हुआ था. उस समय सपा की सरकार थी. मुलायम सिंह यादव मुख्यमंत्री थे और बिजली कटौती को लेकर चौरीचौरा में आंदोलन हो रहा था. उसी दौरान पथराव और लाठीचार्ज हो गया. वे लोग कुछ समझ नहीं पाए. इसके बाद पुलिस ने उनके खिलाफ कई मुकदमें दर्ज कर दिए. उनके ऊपर गैंगस्टर भी लगा दिया गया. इसके बाद उन्हें साल भर जेल में भी रहना पड़ा था.
दीपक जायसवाल ने कहा कि उनका उत्पीड़न किसके इशारे पर किया गया, ये उन्हें नहीं मालूम है. इसके बाद उन्होंने भाजपा के अपने क्षेत्रीय और प्रदेशीय पदाधिकारियों को इसके बारे में अवगत कराया. इसके बाद मुख्यमंत्री कार्यालय में भी प्रार्थनापत्र दिया. आज वे गुरु पूर्णिमा पर मुख्यमंत्री से मिलकर इसके बारे में अवगत कराए हैं. उन्होंने बताया कि उन्होंने इस मामले में कार्रवाई का आश्वासन दिया है. उन्हें पूरी उम्मीद और विश्वास है कि इस मामले में कार्रवाई की जाएगी.