Firozabad: फिरोजाबाद के नारखी विकासखंड की गढ़ी सिधारी में बनाया गया, रिसोर्स रिकवरी सेंटर का टीन शेड शनिवार को चली तेज हवाओं में ही धराशाई हो गया. रिसोर्स रिकवरी सेंटर के निर्माण में भ्रष्टाचार के आरोप लग रहे हैं. आरोप है कि रिसोर्स रिकवरी सेंटर बनाने के लिए जिस सामग्री का इस्तेमाल किया गया, वह दोयम दर्जे और मानक विहीन है. जिसके चलते तेज हवाओं के झोंके में ही रिसोर्स रिकवरी सेंटर के ऊपर लगाया गया टीन शेड धराशायी हो गया है.
गढ़ी सिधारी के ग्राम पंचायत सचिव राजुल उपाध्याय के मुताबिक आरआरसी सेंटर के लिए पांच लाख रुपये का बजट आवंटित हुआ था, इसमें ई-रिक्शा और अन्य सामग्री की खरीद की गई. रिसोर्स रिकवरी सेंटर का निर्माण 3 लाख रुपये से कराया गया. यह निर्माण बीते वर्ष 2024 में ही पूरा कराया गया है. घटिया क्वालिटी के आरआरसी केंद्र बनाने के मामले में फिरोजाबाद के मुख्य विकास अधिकारी शत्रोहन वैश्य ने इस पर संज्ञान में लेते हुए जिला पंचायती राज अधिकारी जगदीश राम गौतम को इस मामले में जांच के आदेश दिए हैं.
आरआरसी सेंटर की गुणवत्ता की जांच के आदेश
जिला पंचायत राज अधिकारी जगदीश राम गौतम के मुताबिक रिसोर्स रिकवरी सेंटर की गुणवत्ता की जांच की जा रही है और इसका पुनः सत्यापन भी कराया जाएगा. हालांकि इस मामले में अधिकारी जांच की बात जरूर कर रहे हैं लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में केंद्र सरकार द्वारा स्वच्छ भारत अभियान की जो परिकल्पना की गई, वह मंशा और परिकल्पना कमीशन खोरी की भेंट चढ़ती दिखाई दे रही है. ग्रामीण क्षेत्र में कूड़े के निस्तारण के लिए केंद्र सरकार द्वारा ठोस एवं तरल अपशिष्ट पदार्थों के निस्तारण के रिसोर्स रिकवरी सेंटर बनाए गए हैं, आरआरसी सेंटर बनाने के लिए ग्राम पंचायत को आबादी के अनुसार बजट आवंटित किया गया था.