फिरोजाबाद की थाना उत्तर पुलिस ने कैला देवी मंदिर के पास मुखबिर की सूचना पर कुछ बाबाओ से आज पूछताछ शुरू की तो पुलिस की 8 साल पुरानी तलाश पूरी हो गई. मंदिर परिसर में रह रहे सचिन उर्फ बाबा सीताराम दास जिसकी तलाश पुलिस पिछले 8 साल से कर रही थी, वह मंदिर में ही मिल गया.
दरअसल सीताराम दास उर्फ सचिन 8 साल पहले फिरोजाबाद के थाना उत्तर इलाके के गांधी पार्क से स्थित अपने घर से अचानक गायब हो गया था,जिसकी गुमशुदगी अगस्त 2016 में उसके पिता अशोक अग्रवाल ने दर्ज कराई थी. तमाम खोजबीन के बाद भी सचिन अग्रवाल का कुछ पता ना चल सका.
सात साल बाद सचिन की पत्नी ने ससुर अशोक अग्रवाल और जेठ नितिन अग्रवाल पर अपने पति को गायब करने का आरोप लगाते हुए जनवरी 2024 में थाना उत्तर में उनके खिलाफ तहरीर देते हुए एक मुकदमा दर्ज करा दिया. मुकदमे के आधार पर फिरोजाबाद के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक द्वारा दीक्षित द्वारा टीम गठित करके महिला के पति की तलाश शुरू करवा दी, अपहरण के मुकदमे के लगभग 1 साल बीत जाने के बाद आज सुबह पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर कैला देवी मंदिर परिसर में पहुंचकर मौजूद बाबाओ से पूछताछ शुरू की. इस पूछताछ के दौरान वहां रह रहे सीताराम दास और सचिन अग्रवाल की हकीकत खुलकर सामने आ गई.
पारिवारिक कलह के कारण छोड़ा था घर
थाना उत्तर के प्रभारी निरीक्षक राजेश कुमार पांडे ने बताया कि, पिछले वर्ष सचिन अग्रवाल की पत्नी ने एक मुकदमा दर्ज कराया था जिसके चलते लगातार तलाश की जा रही थी. मुखबिर से सूचना मिली थी कि सचिन कैला देवी मंदिर पर रह रहा है. कैला देवी मंदिर पर रह रहे साधुओं से जब गहन पूछताछ की गई तो सचिन की हकीकत खुलकर सामने आ गई. सचिन के सकुशल बरामद होने की सूचना उनके परिजनों को दी. परिजनों ने आकर सीताराम दास उर्फ सचिन अग्रवाल से बातचीत भी की है. पारिवारिक कलह के कारण सचिन घर छोड़कर चला गया था जो कि बाबा बनकर पिछले 8 साल से कभी अयोध्या कभी काशी कभी मथुरा, गुजरात समेत तमाम तीर्थ स्थलों पर यात्रा करता रहा. फिलहाल उसे कैला देवी मंदिर से सकुशल बरामद किया गया है.
परिजनों से मिलने के बाद भी नहीं गया घर, चुना कुंभ
थाना उत्तर के पश्चिम चौकी प्रभारी और मामले के जांच अधिकारी जितेंद्र कुमार गौतम ने बताया कि, सचिन अग्रवाल और सीताराम दास की शादी 2010 में हुई थी. इनके 13 वर्ष का एक बेटा भी है, इनकी सकुशल बरामदगी के बाद परिजनों को सूचना दी गई थी. इनके पिता पत्नी और अन्य परिजन इनसे मिलने थाने पहुंचे थे लेकिन इन्होंने घर जाने से मना कर दिया है. बाबा सीताराम दास उर्फ सचिन अग्रवाल वापस कैला देवी मंदिर चले गए हैं. वहां से कुंभ में प्रवास करने की बात कर रहे हैं. बाबा सीताराम दादा सब सचिन अग्रवाल का कहना है कि उनका इस सांसारिक माया से मोहभंग हो गया है. उन्होंने सन्यासी का जीवन बिताना शुरू कर दिया है.