एमएसपी और कर्जमाफी समेत अन्य मुद्दों को लेकर किसानों ने एक बार फिर दिल्ली कूच किया है. उधर, दिल्ली पुलिस ने किसानों को रोकने के लिए राष्ट्रीय राजधानी की सभी सीमाओं को सील कर दिया है. वहीं दूसरे राज्यों से आकर दिल्ली से गुजरने वाली ट्रैफिक को डायवर्ट किया गया है. इस संबंध में दिल्ली पुलिस ने एक ट्रैफिक एडवाइजरी भी जारी की है. ऐसे हालात में दिल्ली की सभी सीमाओं पर जाम की स्थिति बन गई है. यदि आप भी दिल्ली जा रहे हैं तो ये खबर आपके काम की हो सकती है.
दिल्ली पुलिस के मुताबिक हरियाणा में रोहतक रोड से बहादुरगढ़ और दिल्ली के लिए आने वाले भारी वाहन नजफगढ़ झरोदा से नजफगढ़ नांगलोई रोड का इस्तेमाल कर सकते हैं. वहीं हल्के वाहनों को पीवीसी रेड लाइट से झरोदा नाला क्रॉसिंग-नजफगढ़ बहादुरगढ़ रोड से जाने की सुविधा होगी. इसी प्रकार हिरणकुदना गांव से नजफगढ़ फिरनी रोड होते हुए दिल्ली गेट स्टैंड के रास्ते नजफगढ़ बहादुरगढ़ सड़क से झरोदा सीमा बहादुरगढ़ की ओर निकला जा सकता है.
बहादुरगढ़ की ओर
इसी प्रकार नांगलोई से नजफगढ़ रोड की ट्रैफिक को नजफगढ़ फिरनी रोड होते हुए दिल्ली गेट स्टैंड से बहादुरगढ़ स्टैंड के रास्ते बहादुरगढ़ की ओर निकलने का विकल्प होगा. वहीं पंजाबी बाग से आने वाले हल्के वाहनों को पीरागढ़ी चौक-नजफगढ़ रोड -उत्तम नगर चौक-द्वारका मोड़-बहादुरगढ़ स्टैंड -बहादुरगढ़ के रास्ते जाने दिया जाएगा. दिल्ली पुलिस की ओर से जारी एडवाइजरी में दिल्ली के रास्ते हरियाणा की ओर जाने वाले वाहनों के लिए गाजियाबाद के डाबर चौक मोहन नगर, हापुड़ रोड- जीटी रोड दिल्ली मेरठ एक्सप्रेसवे-डासना ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेसवे के रास्ते निकलने का विकल्प होगा.
लोनी की ओर से आने के लिए
इसी प्रकार इंद्रपुरी लोनी से वाहन चालक पांच लोक मंडोला मसूरी खेकड़ा के रास्ते ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस वे के रास्ते निकल सकते हैं. वहीं दिल्ली देहरादून एक्सप्रेसवे की सर्विस लेन-पुवा से पंच लोक मंडोला मसूरी खेकड़ा पूर्व पेरीफेरल एक्सप्रेसवे का रास्ता भी विकल्प होगा. इसी प्रकार गाजियाबाद के ट्रॉनिका सिटी मार्ग से दिल्ली देहरादून एक्सप्रेसवे -मंडोला मसूरी केकड़ा ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस वे से भी निकला जा सकेगा.
सुबह सुबह लगा जाम
दिल्ली पुलिस की बैरीकेडिंग और सीमाओं के सील होने की वजह से सुबह सुबह ही जाम लग गया है. दिल्ली करनाल रोड पर देर रात तक जाम लगा रहा. यहां दिल्ली पुलिस ने सड़क के दोनों तरफ कटीले तारों के साथ लोहे के बैरिकेट्स के साथ सीमेंटेड ब्लॉक लगा दी है. इसके चलते सिंधु बॉर्डर की तरफ से आने वाले लोगों को जाम से जूझना पड़ रहा है. यही स्थिति गाजीपुर बॉर्डर और चिल्ला बार्डर पर भी है. यहां आवागमन लगभग ठप है.
किसानों के ‘दिल्ली चलो’ आह्वान को देखते हुए पुलिस ने चौकस तैयारियां की हैं. दिल्ली की सभी सीमाओं पर भारी संख्या में पुलिस बल के साथ ही पैरामिलिट्री फोर्स की तैनाती की गई है. इसके अलावा व्रज वाहन और दंगा नियंत्रण वाहनों के साथ ही वाटर कैनन भी तैनात किए गए हैं. गाजीपुर, टिकरी और चिल्ला बॉर्डर से गुजरने वाले हरेक वाहन की सघन चेकिंग की जा रही है. विधिवत जांच पड़ताल के बाद ही वाहनों को आगे जाने दिया जा रहा है.

खासतौर पर ट्रैक्टर ट्रॉली को दिल्ली की सीमा में प्रवेश वर्जित कर दिया गया है. दिल्ली पुलिस ने नोएडा और गाजियाबाद से दिल्ली जाने वाले चिल्ला बॉर्डर और गाजीपुर बॉर्डर पर लोहे की बेरीकेडिंग की है. सभी बॉर्डर पूरी तरह से सील कर दिए गए हैं. इससे पहले ही दिल्ली में एक महीने के लिए धारा 144 दिल्ली में लगा दी गई है. दिल्ली पुलिस के मुताबिक इस अवधि में दिल्ली के अंदर ना तो किसी तरह के धरना प्रदर्शन की अनुमति है और ना ही कोई रैली या अन्य सार्वजनिक कार्यक्रम आयोजित होंगे.
विफल रही बैठक
बता दें कि सोमवार को चंडीगढ़ में किसान प्रतिनिधि मंडल और केंद्रीय मंत्रियों की 5 घंटे तक चली मैराथन बैठक विफल हो गई थी. इसमें एमएसपी की गारंटी और कर्ज माफी को लेकर गहन मंथन हुआ, बावजूद इसके, दोनों पक्षों में एकराय नहीं हो सकी. इसके बाद किसानों ने भी अपने पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के मुताबिक दिल्ली चलने की हूंकार भर दी थी. इधर, दिल्ली पुलिस ने पूरी तैयारी कर ली है कि किसी हाल में किसानों को दिल्ली की सीमा में प्रवेश नहीं दिया जाएगा.
दस बजे दिल्ली के लिए कूच करेंगे किसान
बताया जा रहा है कि मंगलवार की सुबह 10:00 बजे के बाद किसान पंजाब से दिल्ली की ओर अपने-अपने वाहनों से निकल पड़ेंगे. दिल्ली पुलिस को अंदाजा है कि 20 हजार से अधिक किसान 1500 से 2000 ट्रैक्टरों पर सवार होकर दिल्ली आ सकते हैं. इन किसानों को रोकने के लिए दिल्ली पुलिस ने टिकरी बॉर्डर पर बड़े-बड़े कंटेनर लगाए हैं. इसके अलावा क्रेन की मदद से सीमेंटेड ब्लॉक और लोहे की बैरीकेड लगाकर सड़कों को ब्लाक कर दिया गया है.
किसानों को रोकने के लिए लोहे की बाड़
दिल्ली की सभी सीमाओं पर पुलिस और पैरा मिलिट्री फोर्स के जवान रात भर मुस्तैदी से तैनात रहे. उधर, उत्तर प्रदेश पुलिस से मिले इनपुट के मुताबिक बरेली, पीलीभीत, रामपुर से आने वाले किसानों को गाजियाबाद में ही रोक दिया जाएगा. इन्हें भरसक गाजीपुर बॉर्डर पर भी जाने नहीं दिया जाएगा. यदि पहुंच भी गए तो इनके लिए गाजीपुर बॉर्डर पर कटीले तारों की फेंसिंग के साथ-साथ सीमेंट बैरिकेड लगाए गए हैं. यही हाल सिंधु बॉर्डर पर भी है.