Delhi: दिल्ली के शाहदरा जिले की एएसबी सेल ने शातिर चोरों के एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया है, जो इलाके में टीएसआर (ऑटो) लेकर घूमते थे और उसमें सवारी को बिठा कर उनके कीमती सामानों एवं गहनों पर हाथ साफ कर देते थे. इन शातिर चोरों के कुख्यात गिरोह का नाम ‘ढोलबाज गैंग’ है जो ज्यादातर महिलाओं को अपना शिकार बनाते थे.
दिल्ली पुलिस ने मास्टरमाइंड समेत इस गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार करने के साथ एक ऑटो रिक्शा (TSR) भी बरामद किया है, जिसका उपयोग अपराध को अंजाम देने के लिए किया जाता था.
घटना का विवरण
डीसीपी प्रशांत गौतम ने बताया कि, 21 मार्च 2025 को विवेक विहार थाना की पुलिस को दी गई शिकायत में एक महिला शिकायतकर्ता ने बताया कि जब वह एक TSR में यात्रा कर रही थी, तब ऑटो ड्राइवर और उसके साथियों ने उसकी ज्वेलरी और कीमती सामान चोरी कर लिया. शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर छानबीन शुरू की गई.
ऐसे पहुंची पुलिस शातिर चोरों तक
इसके लिए एएसबी सेल की एक विशेष टीम बनाई गई, जिसका नेतृत्व एसआई भुमेश्वर यादव ने किया. टीम में एएसआई राजकुमार, एचसी कुमार दिव्य वत्स, एचसी सचिन, एचसी नवदीप, एचसी सोनू, एचसी अमित, एचसी मनीष, कांस्टेबल अभिषेक, कांस्टेबल अंकित और कांस्टेबल सौरव शामिल थे.
टीम ने घटनास्थल और आसपास के सीसीटीवी फुटेज का विश्लेषण कर अपराध में इस्तेमाल किए गए TSR का रजिस्ट्रेशन नंबर ट्रेस किया. जांच में पता चला कि यह TSR पहले पंकज नामक व्यक्ति के नाम पर पंजीकृत था, जिसने इसे संजय गुप्ता को बेचा था. आगे की जांच में संजय गुप्ता ने इसे शहादत नामक व्यक्ति को बेचा था, जो जनता मजदूर कॉलोनी, वेलकम इलाके में रहता था.
पुलिस टीम ने शहादत को हिरासत में लेकर पूछताछ की, जिससे TSR चालक शाहनवाज़ का नाम सामने आया. बाद में शाहनवाज़ की निशानदेही पर उसके दो अन्य साथी दानिश और वसीम को लोनी और खजूरी खास इलाके से गिरफ्तार किया गया.
गिरोह का तरीका
पूछताछ के दौरान गिरफ्तार आरोपियों ने कबूल किया कि वे ‘ढोलबाज़ गैंग’ के सक्रिय सदस्य हैं. ये विशेष रूप से अकेली महिलाओं को निशाना बनाते थे और अपने ऑटो रिक्शा में बैठाकर सफर के दौरान उनके कीमती सामान और गहने चुरा लेते थे. इस मामले में पुलिस आरोपियों को गिरफ्तार कर आगे की जांच में जुट गई है.
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