दिल्ली पुलिस ने एक 21 साल के लड़के को कोलकाता से गरिफ्तार किया है. यह लड़का बेहद कम ही उम्र में लग्जरी लाइफ जीने लगा था. शक होने पर पुलिस ने लड़के को पकड़ा. दरअसल, यह लड़का डिजिटल दुनिया को बहुत जल्दी ही समझ लिया था.
इसका नतीजा यह हुआ कि एसबीआई जैसे बड़े बैंक में नौकरी करने के बाद भी इसको पैसे कमाने की भूख नहीं मिटी. लड़का गलत संगत में पड़कर साइबर अपराधियों का दोस्त बन गया और साइबर क्राइम में शामिल हो गया. इसके बाद जो हुआ, काफी हैरान करने वाला है. यह शख्स शेयर बाजार में निवेश करने वाले ठगों के संगत में पड़कर मां-बाप के अरमानों को कत्ल कर दिया. अब दिल्ली पुलिस ने एक शख्स से 23 लाख रुपये ठगने के जुर्म में गिरफ्तार कर लिया है.
बता दें कि दिल्ली के वसंत कुंज निवासी 56 साल के श्रीनिवासन ने साइबर सेल में शिकायत दर्ज कराई थी कि उनके 23 लाख रुपये साइबर ठगों ने धोखाधड़ी कर उड़ा लिए. उन्होंने आरोप लगाया था कि इस साल साल एक अप्रैल को उन्हें व्हाट्सएप ग्रुप ‘एमएफएसएल स्टॉक चैट 40’ में जोड़ा गया, जिसमें ग्रुप एडमिन रियायती कीमतों पर स्टॉक सिफारिशें दिया करते थे. 20 मई 2014 को उन्हें https://bekrx.com पर लॉगिन करने के लिए कहा गया.
21 साल का लड़का जीता था लग्जरी लाइफ
दिल्ली पुलिस के मुताबिक, इस वेबसाइट पर लॉगइन करने के बाद शिकायतकर्ता ने 4 बार में कुल 23,00,000 रुपये का निवेश किया. इसके बाद, उन्हें “क्रोनॉक्स लैब साइंसेज” के आईपीओ में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया गया और 25,000 शेयर आवंटित भी कर दिए गए. बाद में शिकायतकर्ता को निवेश को मुनाफे के साथ 39 लाख रुपये राशि बताया गया. लेकिन, जब शिकायतकर्ता 20 लाख रुपये की निकासी करनी चाही तो उन्हें महीने के अंत में निकालने के लिए बोला गया. बाद में उनका रिफंड भी निलंबित कर दिया गया. जब उन्हें अपना लाभ वापस लेते समय कई बार मना कर दिया गया और उन्हें अपना भुगतान प्राप्त करने के लिए अधिक धनराशि जमा करने के लिए कहा गया तो शिकायतकर्ता को शक हुआ कि उसके साथ साइबर ठगी हो गई है.
दिल्ली पुलिस ने 21 साल के एक लड़के को लाखों रुपये ठगने के मामले में गिरफ्तार किया है.
लाखों रुपये एक दिन में कमाता
दिल्ली पुलिस के साइबर सेल में मामला दर्ज होने के बाद शिकायतकर्ता के मनी ट्रेल को खंगाला गया. जांच के दौरान मामले के तकनीकी पहलू का अध्ययन किया गया और कॉलिंग व्हाट्सएप नंबर का विवरण प्राप्त किया गया जो विदेश से संचालित पाया गया. जांच में पता चला कि धोखेबाज विदेश से काम कर रहे हैं. लेकिन, इस दौरान रॉय एंटरप्राइजेज के खाताधारक दिशारी रॉय के ठिकाने पर पुलिस ने छापेमारी की तो पता चला कि कि यह कंपनी पश्चिम बंगाल की एक 22 वर्षीय लड़की की है.
साइबर सेल की जांच में पता चला कि जिस बैंक खाते में पैसा गया वह अयान दास पुत्र राबिन दास ने साइबर ठग को प्रोवाइड किया था. 27 नवंबर को कोलकाता में छापेमारी की गई और आरोपी अयान दास को गिरफ्तार कर लिया गया. तलाशी के दौरान, उसके कब्जे से पांच मोबाइल फोन, एक लैपटॉप, पांच चेक बुक, एक पासबुक, 03 प्रोपराइटरशिप के टिकट बरामद किए गए. अयान कोलकाता के पार्क स्ट्रीट स्थित एसबीआई बैंक में काम करता है. वह कमीशन के आधार पर बैंक खाते उपलब्ध कराता था. कम ही उम्र में अयान दास लग्जरी लाइफ जीने लगा. लेकिन, दिल्ली पुलिस की साइबर पुलिस ने इस साइबर धोखेबाज़ को गिरफ्तार कर लिया.