Delhi Assembly Election 2025: दिल्ली विधानसभा चुनाव के मद्देनजर कांग्रेस ने बीजेपी के संकल्प पत्र को लेकर हमला बोला है. दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने बीजेपी के तीसरे संकल्प पत्र को लोगों को धोखा देने वाला पत्र बताया. उन्होंने कांग्रेस की घोषणाओं को दिल्ली वालों के लिए सबसे बेहतर विकल्प बताया.
इसके साथ ही दिल्ली कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने दावा करते हुए कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में उनकी पार्टी की सरकार बनते ही सभी योजनाएं लागू करेंगे. बीजेपी ने शनिवार 25 जनवरी को अपने संकल्प पत्र का पार्ट-3 जारी किया था. यह संकल्प पत्र गृहमंत्री अमित शाह ने दिल्ली बीजेपी दफ्तर में लॉन्च किया, जिसमें कई घोषणाएं की गई है.
देवेंद्र यादव ने बीजेपी के तीसरे संकल्प पत्र पर उठाए सवाल
कांग्रेस नेता देवेंद्र यादव ने कहा, ”बीजेपी द्वारा जारी तीसरे संकल्प पत्र में निर्माण श्रमिकों को 10,000 रुपये का टूल किट और 3 लाख का लोन का वादा किया गया है. दुर्भाग्यपूर्ण बात है कि कंस्ट्रक्शन वर्कर्स एक्ट 2005 के तहत बनाया गया कंस्ट्रक्शन वर्कर वेलफेयर बोर्ड के माध्यम से सेस लगा कर कलेक्ट किए गए 70,744 करोड़ रुपये जो श्रमिकों के हक के हैं, वो उन्हें क्यों नहीं दिए गए.”
उन्होंने आरोप लगाते हुए ये भी कहा कि यह राशि ज्यादातर बीजेपी शासित राज्यों ने हड़पी है. इतना ही नहीं कई बीजेपी शासित राज्यों में निर्माण कम बता कर सेस कम करके वसूला गया, जिससे मजदूरों को हजारों करोड़ रुपये का नुकसान हुआ.
BJP की योजनाएं ऊंट के मुंह में जीरा- देवेंद्र यादव
देवेंद्र यादव ने कहा, ”कांग्रेस पार्टी ने लोकसभा चुनावों में गिग वर्कर्स के लिए वादा किया था और राजस्थान में कांग्रेस की सरकार गिग वर्कर्स के लिए कानून लाई थी, जिसमें प्लेटफॉर्म बेस्ड गिग वर्कर बोर्ड बना कर उनकी पेंशन और सामाजिक सुरक्षा निर्धारित की थी. आज बीजेपी की गिग वर्कर्स के लिए की गई घोषणा ऊंट के मुंह में जीरे के समान हैं.
50 हजार नौकरी का वादा भी बीजेपी का जुमला- देवेंद्र यादव
दिल्ली कांग्रेस के अध्यक्ष ने आगे कहा, ”दिल्ली में युवाओं के लिए 50 हजार नौकरी का वादा वैसा ही जुमला है, जैसा 2 करोड़ नौकरियां हर साल देने का जुमला बीजेपी ने दिया था. यमुना किनारे को विकसित करने और यमुना सफाई का झांसा पूरी तरह चुनावी है, जो मां गंगा की सफाई की झूठी सौगंध खा सकते हैं वो क्या मां यमुना के साथ न्याय करेंगे.”
बहरहाल दिल्ली विधानसभा चुनाव में अपनी जीत सुनिश्चित करने के लिए कांग्रेस भी जोर लगा रही है. इसके मद्देनजर कई बड़ी घोषणाएं भी की गई हैं लेकिन पार्टी के बड़े नेता ग्राउंड पर नजर नहीं आ रहे हैं. उधर आम आदमी पार्टी और बीजेपी भी जीत का दंभ भर रही है. दिल्ली में सभी 70 सीटों पर 5 फरवरी को विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग होगी जबकि 8 फरवरी को नतीजे घोषित होंगे.