रेखा गुप्ता दिल्ली की नई मुख्यमंत्री चुनी गई हैं. आज इसके लिए पंडित दीनदयाल उपाध्याय मार्ग पर स्थित भारतीय जनता पार्टी के मुख्यालय पर भाजपा के विधायकों की बैठक हुई. इस बैठक में चुने गए सभी 48 विधायक शामिल हुए. दावा किया जा रहा था कि विजेन्द्र गुप्ता या फिर परवेश सिंह वर्मा में से कोई मुख्यमंत्री बनेगा. लेकिन ऐसा नहीं हुआ. परवेश सिंह वर्मा दिल्ली के मुख्यमंत्री रहे साहेब सिंह वर्मा के बेटे हैं. उन्होंने इस विधानसभा चुनाव में नई दिल्ली की सीट से दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल को हराया था. आइये जानें कि आजादी के बाद से दिल्ली में अब तक कौन-कौन मुख्यमंत्री बना है.
- दिल्ली के पहले मुख्यमंत्री कांग्रेस के ब्रह्म प्रकाश चुने गए थे. वह नांगलोई जाट सीट से विधायक चुने गए थे. 1952 से लेकर 1955 के बीच करीब तीन साल तक वे दिल्ली के मुख्यमंत्री रहे.
- गुरुमुख निहाल सिंह – दिल्ली के दरियागंज विधानसभा सीट से विधायक रहे गुरुमुख सिंह कांग्रेस के नेता था. वह फरवरी 1955 से नवंबर 1956 तक करीब दो साल दिल्ली के मुख्यमंत्री रहे.
- भारतीय जनता पार्टी के नेता मदन लाल खुराना मोती नगर से विधायक चुने गए थे. वो भाजपा के पहले ऐसे नेता थे जो दिल्ली के सीएम बने. करीब दो साल वह मुख्यमंत्री के पद पर रहे.
- उनके बाद दिल्ली की कमान साहिब सिंह वर्मा को मिली. वे शालीमार बाग विधानसभा सीट से विधायक थे. वर्मा फरवरी 1996 से लेकर अक्टूबर 1998 के बीच मुख्यमंत्री रहे.
- साहिब सिंह वर्मा अक्टूबर 1998 में मुख्यमंत्री चुनी गई थीं. मगर वह लंबे समय तक प्रदेश की सीएम नहीं रहीं. महज 52 दिन के कार्यकाल के बाद उनका शासन समाप्त हो गया.
- सुषमा स्वराज के बाद शीला दीक्षित दिल्ली की मुख्यमंत्री चुनी गईं. वह नई दिल्ली विधानसभा सीट से विधायक थीं. करीब 15 साल – दिसंबर 1998 से लेकर दिसंबर 2013 तक वे मुख्यमंत्री रहे.
- शीला दीक्षित के बाद अरविंद केजरीवाल दिल्ली के मुख्यमंत्री बने. वह तकरीबन 10 साल दिल्ली के मुख्यमंत्री रहे. केजरीवाल भी शीला दीक्षित ही की तरह नई दिल्ली विधानसभा से विधायक चुने जाते रहे.
- केजरीवाल के पद छोड़ने के बाद कुछ वक्त के लिए दिल्ली की मुख्यमंत्री आम आदमी पार्टी की आतिशी मार्लेना रहीं. मार्लेना कालकाजी से विधायक फिर एक बार चुनी गई हैं.
- रेखा गुप्ता शालीमार बाग विधानसभा सीट से विधायक हैं. वह भारतीय जनता पार्टी की तरफ से मुख्यमंत्री बनने वाली चौथी नेता हैं. सुषमा स्वराज के बाद दूसरे महिला चेहरे पर भाजपा ने दिल्ली में भरोसा जताया है.