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दिल्ली: बाराखंबा थाना इलाके में एक चार्टर्ड अकाउंटेंट ने सुसाइड कर ली, सुसाइड से पहले लिखा कि मेरे लिए मौत, जीवन का सबसे खूबसूरत हिस्सा…

नई दिल्ली: दिल्ली के बाराखंबा थाना इलाके में एक चार्टर्ड अकाउंटेंट ने मुंह मे हीलियम गैस भरकर आत्महत्या कर ली है। दिल्ली में हीलियम गैस भरकर आत्महत्या का ये पहला मामला है। मृतक का नाम धीरज कंसल था। वह गुरुग्राम की एक कंपनी में काम करता था।

क्या है पूरा मामला?

मृतक ने आत्महत्या करने से पहले फेसबुक पर एक सुसाइड नोट पोस्ट किया था, जिसमें लिखा था, “मेरे लिए मौत जीवन का सबसे खूबसूरत हिस्सा है। कृपया मेरी मौत पर दुखी न हों। आत्महत्या करना बुरा नहीं है। क्योंकि मुझ पर किसी की जिम्मेदारी नहीं है।” मृतक ने सुसाइड पोस्ट में अपनी मौत का किसी को जिम्मेदार नहीं ठहराया है। सोमवार सुबह मंडी हाउस के नजदीक बाजार लेन स्थित घर के अंदर ही धीरज ने खुदकुशी की थी। मृतक की उम्र 25 साल थी और वह अविवाहित था।

3500 रुपए में मंगवाया था हीलियम गैस का सिलेंडर 

युवक ने 3500 रुपए में ऑनलाइन हीलियम गैस का सिलेंडर गेस्ट हाउस में मंगवाया था और खुद को खत्म करने के लिए हीलियम गैस को चुना था। धीरज ने बंगाली मार्केट के एक गेस्ट हाउस में मुंह में हीलियम गैस भरकर जान दी।

धीरज मूल रूप से हरियाणा के करनाल का निवासी था। बाराखंबा थाना पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। पुलिस ने मृतक धीरज के इलेक्ट्रानिक्स गैजेट्स जांच के लिए अपने कब्जे में ले लिए हैं।

पुलिस को कैसे मिली जानकारी?

दिल्ली पुलिस के मुताबिक, 28 जुलाई को बाराखंभा थाने की पुलिस को सूचना मिली कि एक गेस्ट हाउस में ठहरा गेस्ट चेकआउट नहीं कर रहा और कमरे से दुर्गंध आ रही है। इस पर पुलिस, एफएसएल, दमकल विभाग की टीम मौके पर पहुंचीं और कमरे का दरवाजा तोड़कर अंदर दाखिल हुई।

धीरज का शव बेड पर पीठ के बल पड़ा था। उसके मुंह में हीलियम सिलिंडर से जुड़ी पाइप लगी हुई थी। चेहरे पर मास्क और उस पर प्लास्टिक लिपटी हुई थी, जिसे गर्दन के पास टेप से चिपकाया गया था। पास ही सिलिंडर, मास्क और मीटर लगा हुआ उपकरण बरामद हुआ।

पुलिस के मुताबिक, धीरज ने 20 से 28 जुलाई तक बंगाली मार्केट के 18 स्कूल लेन स्थित होटल में कमरा बुक किया था। कमरे से एक सुसाइड नोट भी मिला, जिसमें उसने लिखा कि अगर उसकी फेसबुक पोस्ट डिलीट हो जाए, तो यह नोट उसके विचार व्यक्त करने के लिए है।

धीरज ने सुसाइड नोट में लिखा है कि मेरे लिए मौत जीवन का सबसे खूबसूरत हिस्सा है। कृपया मेरी मौत पर दुखी न हों। आत्महत्या करना बुरा नहीं है, क्योंकि मुझ पर किसी की जिम्मेदारी नहीं है और न ही कोई मुझसे भावनात्मक रूप से जुड़ा हुआ है।

पिता की हो चुकी है मौत, मां ने कर ली दूसरी शादी

पुलिस जांच में पता चला कि धीरज के पिता की मृत्यु 2003 में हो गई थी और मां ने दूसरी शादी कर ली थी। कोई भाई-बहन नहीं था। पुलिस को पता चला है कि धीरज ने एक ऑनलाइन साइट से हीलियम गैस बुक की थी। वह प्लानिंग के साथ ही गेस्ट हाउस में आकर ठहरा था।

कितनी खतरनाक होती है हीलियम गैस?

हीलियम गैस सामान्य रूप से खतरनाक नहीं होती है, क्योंकि यह एक निष्क्रिय गैस है। यानी ये रासायनिक रूप से प्रतिक्रिया नहीं करती और न ही यह जहरीली होती है। लेकिन कुछ परिस्थितियों में यह खतरनाक हो सकती है।

हीलियम गैस हवा से हल्की होती है और ऑक्सीजन को डिसप्लेस कर सकती है। यानी अगर ये किसी बंद जगह (जैसे कमरा या टैंक) में बहुत अधिक मात्रा में मौजूद हो तो ऑक्सीजन की मात्रा को कम कर सकती है, जिससे दम घुटने से जान का खतरा हो सकता है। गुब्बारों को फुलाने के लिए हीलियम का ही इस्तेमाल ज्यादा कॉमन है।

वहीं अगर कोई व्यक्ति हीलियम टैंक से सीधे गैस को सांस के रूप में अपने अंदर ले ले तो उसके अंदर ऑक्सीजन की कमी हो सकती है, जो बेहोशी या मौत का कारण बन सकती है।

कुल मिलाकर हीलियम गैस अपने आप में जहरीली नहीं है, लेकिन गलत उपयोग या असावधानी से यह खतरनाक हो सकती है, खासकर अगर यह ऑक्सीजन को विस्थापित करती है या उच्च दबाव वाले सिलेंडरों से संबंधित दुर्घटना होती है। सामान्य उपयोग (जैसे गुब्बारे फुलाने में) में यह सुरक्षित है, बशर्ते उचित सावधानी बरती जाए।

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