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चीन की सेना में भी भ्रष्टाचार, सामरिक मिसाइल बल के एक और प्रमुख के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप, चीन की कम्युनिस्ट पार्टी ने जांच कराने का ऐलान कर दिया

बीजिंग: चीन की सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी ने सामरिक मिसाइल बल के एक और प्रमुख के खिलाफ लगे भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच करने की घोषणा की है। मीडिया ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। मीडिया ने बताया कि पहले भी इस बल के शीर्ष अधिकारी भ्रष्टाचार के आरोपों और जांच के घेरे में आए थे। इससे पहले पूर्व रक्षामंत्री जनरल ली शांगफु और 2022 में बल के कमांडर का कार्यभार संभालने वाले उनके उत्तराधिकारी जनरल ली युचाओ को भ्रष्टाचार के आरोपों की वजह से बर्खास्त कर दिया गया था और उनके खिलाफ जांच शुरू की गई थी।

कब की गई थी सामरिक मिसाइल बल की स्थापना

पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के सामरिक मिसाइल बल की स्थापना 9 साल पहले की गई थी। इसी बल के पास परमाणु हथियार और मिसाइलों की कमान है। ली शांगफु रक्षा मंत्री बनने से पहले रॉकेट (मिसाइल) बल के प्रमुख थे और उन पर भ्रष्टचार का मुकदमा चलाया जा रहा है। ली युचाओ सामरिक बल के सदस्य थे और उन्हें भी शांगफु के साथ बर्खास्त कर दिया गया था।

परमाणु शस्त्रागार की देखरेख करती है मिसाइल फोर्स

कम्युनिस्ट पार्टी की पूर्ण बैठक में बृहस्पतिवार को जनरल ली शांगफु और जनरल ली युचाओ को बर्खास्त करने के पोलित ब्यूरो के पूर्व में लिए गए निर्णय की पुष्टि की गई। इसके साथ ही बैठक में, हाल तक रॉकेट बल का नेतृत्व कर रहे जनरल सुन जिनमिंग के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच करने की घोषणा की गई। हांगकांग से प्रकाशित साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट ने शुक्रवार को खबर दी कि सुन पीएलए के रॉकेट बल के प्रमुख हैं। रॉकेट बल देश के परमाणु शस्त्रागार की देखरेख करता है।

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