लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जीएसटी सुधारों पर कहा कि इससे देश की अर्थव्यवस्था को नई गति मिलेगी। यह एक दूरगामी फैसला है। सीएम योगी ने कहा-“प्रधानमंत्री मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में भारत की कर व्यवस्था एक नए युग में प्रवेश कर रही है। स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री ने नेक्स्ट जेनरेशन GST रिफॉर्म का जो संकल्प देशवासियों के सामने रखा था, वह आज साकार हो रहा है… इसके लिए प्रधानमंत्री और वित्त मंत्री को बधाई। अब GST में 5 और 18% के केवल दो प्रमुख स्लैब होंगे… यह नया अध्याय किसानों, महिलाओं, युवाओं, MSME सेक्टर और छोटे कारोबारियों को एक नई ताकत देगा। खाद्यान्न, दवाइयों, शिक्षण सामग्री पर 0-5% GST होने से घरेलू खर्च में बचत होगी… यह छोटे कारोबारियों के लिए एक संबल होगा और व्यापार सुगमता नई ऊंचाइयों पर पहुंचेगी।
इससे पहले योगी आदित्यनाथ ने पूर्ववर्ती अखिलेश यादव सरकार पर निशाना साधते हुए बृहस्पतिवार को आरोप लगाया कि समाजवादी पार्टी (सपा) के शासनकाल में ‘‘उद्यमियों का शोषण’’ किया गया और ‘‘गुंडा टैक्स का बोलबाला’’ था, लेकिन अब स्थिति बदल गई है। आदित्यनाथ ने गोरखपुर औद्योगिक विकास प्राधिकरण (गीडा) क्षेत्र में बृहस्पतिवार को 2251 करोड़ रुपये के निवेश और विकास परियोजनाओं का शिलान्यास एवं लोकार्पण किया। इस संदर्भ में उन्होंने पूर्ववर्ती सरकार पर कटाक्ष करते हुए कहा कि व्यापारियों और उद्यमियों से ‘गुंडा टैक्स’ वसूलना सपा सरकार के संस्कार का हिस्सा था। गोरखपुर के गीडा प्लास्टिक पार्क में आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 2017 से पहले गोरखपुर, पूर्वी उत्तर प्रदेश और पूरे राज्य में निवेश एक सपना मात्र था, लेकिन ‘डबल इंजन’ सरकार द्वारा जनसेवा के लिए प्रतिबद्धता से किये गए कार्यों का परिणाम है कि राज्य में आज विकास, निवेश और रोजगार की संभावनाएं तेजी से बढ़ रही हैं।
निवेश से नौकरी और रोजगार के द्वार खुलते हैं-सीएम योगी
उन्होंने कहा, ‘‘जब सुरक्षा का माहौल बनता है तो निवेश आता है। निवेश से नौकरी और रोजगार के द्वार खुलते हैं। रोजगार से खुशहाली आती है और समृद्धि का मार्ग प्रशस्त होता है। ‘डबल इंजन’ की सरकार सुरक्षा का माहौल प्रदान कर समृद्धि का मार्ग सुगम कर रही है।’’ उन्होंने नाम लिये बगैर सपा को निशाना बनाते हुए कहा कि जाति के नाम पर समाज को बांटने वाले एवं राज्य को दंगों की आग में झोंकने वाले लोगों ने नागरिकों के सामने पहचान का संकट खड़ा किया, वोट बैंक की राजनीति में सुरक्षा से खिलवाड़ किया, बेटी-बहनों की इज्जत की परवाह नहीं की और मातृशक्ति की गरिमा का ख्याल नहीं किया। उन्होंने कहा, ‘‘ऐसे लोगों से विकास की उम्मीद कैसे की जा सकती है। जब ऐसे लोगों को मौका मिला और विकास नहीं करा पाए तो वे आगे भी नहीं करा पाएंगे।’’
आदित्यनाथ ने कहा, ‘‘पूर्ववर्ती सपा सरकार में उद्यमियों, व्यापारियों से वसूली होती थी, ‘गुंडा टैक्स’ लिया जाता था। आज ऐसा करने की हिम्मत कोई नहीं कर सकता। किसी ने ‘गुंडा टैक्स’ वसूला तो अगले चौराहे पर यमराज उसका इंतजार करते मिलेंगे। सपा सरकार में बिजली यदा-कदा आती थी। ये उजाले के दुश्मन थे।’’ मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने (सपाइयों ने) समाज में अराजकता फैलाई, जातीय आधार पर सामाजिक तानाबाना छिन्न-भिन्न किया और तुष्टीकरण को बढ़ावा देकर वैमनस्यता पैदा की। उन्होंने कहा कि जब सत्ता में ऐसे लोग होते हैं तो विकास पीछे छूट जाता है और युवा पलायन को मजबूर होते हैं।