Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ के उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने सोमवार (17 फरवरी) को नगरीय निकाय चुनाव में बीजेपी की जीत पर खुशी जाहिर की. उन्होंने कहा कि निगम की 10 सीटों पर बीजेपी का कमल खिला है. कांग्रेस बुरी तरह हारी है और अब उसे आत्मावलोकन करना चाहिए.
उन्होंने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि अगर राजधानी की बात करें, तो 70 में से 60 सीटें बीजेपी ने जीती हैं. बिलासपुर में 70 में से 49 सीटें बीजेपी को मिली हैं. यही हालात पूरे प्रदेश के हैं. नगरपालिका के 49 स्थानों पर चुनाव संपन्न हुए हैं. 49 में से 35 सीटों पर भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष निर्वाचित हुए हैं. पार्षदों की संख्या भी बढ़ी है. नगर पंचायतों में 114 में से 81 स्थानों पर बीजेपी ने जीत दर्ज की है. 2,303 पार्षदों में से लगभग 1,900 पार्षद बीजेपी के जीते हैं.
‘आपस में लड़ रही कांग्रेस’
उन्होंने कहा, “निश्चित तौर पर इस बात को खारिज नहीं किया जा सकता है कि इस चुनाव में कांग्रेस की बुरी हालत हुई है. लेकिन, कांग्रेस के नेता आपस में लड़ने में मशगूल हैं और छत्तीसगढ़ की जनता इसका मजा ले रही है.”
EVM पर भी दिया जवाब
नगरीय चुनाव में हार के बाद कांग्रेस द्वारा ईवीएम को मुद्दा बनाए जाने पर अरुण साव ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की. उन्होंने कहा, “कांग्रेस के नेता वैसे तो हर मुद्दे पर संविधान की दुहाई देते हैं. कहते हैं कि संविधान सर्वोपरि है. उसी संविधान में न्यायालय का प्रावधान है, लेकिन अफसोस जब सुप्रीम कोर्ट की तरफ से यह स्पष्ट कर दिया जाता है कि ईवीएम में किसी भी प्रकार की गड़बड़ी नहीं है, तो कांग्रेस के नेता उसे मानने को स्वीकार नहीं करते हैं.”
कांग्रेस को दी हिदायत
उन्होंने कांग्रेस नेताओं को हिदायत देते हुए कहा, “ये लोग अपनी हार का ठीकरा ईवीएम पर न फोड़े, बल्कि आत्मचिंतन करें और यह जानने की कोशिश करें कि आखिर किन वजहों से इस पार्टी को हार का मुंह देखना पड़ा है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस के झगड़ों का खामियाजा छत्तीसगढ़ की जनता भुगत चुकी है. पांच साल तक जब ये लोग सत्ता में थे, तब भी ये लोग लड़ते रहे और आज भी लड़ ही रहे हैं.”
डिप्टी सीएम अरुण साव ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि इस पार्टी का जनहित से कोई सरोकार नहीं है. जनता के हितों से कोई लेना-देना नहीं है. यह पार्टी सिर्फ एक परिवार के हित के बारे में सोचती है.