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चंडीगढ़ की जानवी जिंदल (18) ने फ्रीस्टाइल स्केटिंग में छह नए गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड अपने नाम कर एक और बड़ी उपलब्धि हासिल की, सचिन तेंदुलकर के बाद दूसरा स्थान

चंडीगढ़ की जानवी जिंदल (18) ने फ्रीस्टाइल स्केटिंग में छह नए गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड अपने नाम कर एक और बड़ी उपलब्धि हासिल की है. इसके साथ ही वह सबसे अधिक, कुल 11 गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड रखने वाली भारत की पहली महिला बन गई हैं. पहले से दर्ज पांच रिकॉर्ड के अलावा, जानवी को हाल ही में मिले छह नए रिकॉर्डों में 30 सेकंड में इनलाइन स्केट्स पर सबसे अधिक 360-डिग्री स्पिन, एक मिनट में सबसे अधिक 360-डिग्री स्पिन, और 30 सेकंड में इनलाइन स्केट्स पर एक-पहिया 360-डिग्री स्पिन शामिल हैं.

इससे पहले जुलाई 2025 में भी जानवी फ्रीस्टाइल स्केटिंग की कई श्रेणियों में पांच गिनीज खिताब जीत चुकी थीं. इन उपलब्धियों के साथ जानवी भारत की दूसरी सबसे बड़ी गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड धारक बन गई हैं, उनसे आगे केवल महान खिलाड़ी सचिन तेंदुलकर हैं, जिनके नाम 19 रिकॉर्ड दर्ज हैं.

चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के चांसलर से की मुलाकात

जानवी ने अपने पिता मुनीश जिंदल के साथ राज्यसभा सांसद और चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के चांसलर सतनाम सिंह संधू से मुलाकात की, जिन्होंने उनकी उपलब्धियों पर हार्दिक बधाई दी और भविष्य में भी अपनी खेल आकांक्षाओं को जारी रखने के लिए प्रोत्साहित किया. उनकी असाधारण प्रतिभा और अंतरराष्ट्रीय उपलब्धियों को देखते हुए, सांसद सतनाम संधू ने उन्हें 11,000 रुपए का नकद पुरस्कार भी दिया. साथ ही स्पोर्ट्स स्कॉलरशिप के तहत चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी में एडमिशन की पेशकश भी की.

राज्यसभा सांसद सतनाम सिंह संधू ने कहा कि 18 वर्षीय जानवी के नाम 11 गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड दर्ज होना एक असाधारण उपलब्धि है. उन्होंने अपनी लगन, अनुशासन और असाधारण प्रतिभा से देश को गौरवान्वित किया है. चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी ने हमेशा खेलों तथा युवा खिलाड़ियों को प्रोत्साहित किया है.

प्रतिष्ठित माका ट्रॉफी जीतने से लेकर विभिन्न खेलों में कई राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मेडल विजेता तैयार करने तक हमारी उपलब्धियां हमारी प्रतिबद्धता का प्रमाण हैं. हमें जानवी के इस सफ़र में उनका साथ देने में खुशी हो रही है और हमें पूरा विश्वास है कि वह भविष्य में और ऊंचाइयों को छुएंगी.

Satnam Singh Sandhu

पिता और इंटरनेट की मदद से फ्रीस्टाइल स्केटिंग सीखी

चंडीगढ़ के एक सरकारी स्कूल में 12वीं कक्षा की छात्रा जानवी ने अपने पिता और इंटरनेट की मदद से खुद फ्रीस्टाइल स्केटिंग सीखी है. राष्ट्रीय स्केटिंग चैंपियनशिप में 3 गोल्ड, 2 सिल्वर और 3 ब्रॉन्ज़ मेडल जीत चुकी और आगामी नेशनल कम्पटीशन की तैयारी कर रही जानवी से जब उनकी भविष्य की योजनाओं के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने अपनी सीमाओं को आगे बढ़ाने का दृढ़ संकल्प व्यक्त किया.

‘देश के लिए और अधिक मेडल जीत सकती हूं’

जानवी ने कहा, मैं और अधिक विश्व रिकॉर्ड बनाने और युवा खिलाड़ियों को उनके सपनों को साकार करने के लिए प्रेरित करने का प्रयास जारी रखूंगी, चाहे उनके पास संसाधन या समर्थन कुछ भी हो. मैं दूसरों को प्रेरित करने और अनुभव साझा करने के लिए सोशल मीडिया का उपयोग करना चाहती हूं. इंटरनेशनल स्केटिंग कम्पटीशन के लिए, प्रोफेशनल कोचिंग और सहायता आवश्यक है और मुझे विश्वास है कि मैं अपने देश के लिए और अधिक मेडल जीत सकती हूं.

जानवी की उपलब्धि से उत्साहित उसके पिता मुनीष जिंदल,जो मूल रूप से पंजाब के बठिंडा के रामपुरा फूल इलाके के रहने वाले हैं, ने कहा कि यह न केवल मेरे लिए बल्कि पूरे देश के लिए गर्व का क्षण है कि छोटी सी उम्र में जानवी ने 11 गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने वाली पहली लड़की बनकर अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्याति अर्जित की है.

क्या बोले जानवी जिंदल के पिता?

बॉलीवुड फिल्म दंगल से प्रेरित होकर मैंने चाहा कि मेरी बेटी खेलों में अपनी पहचान बनाए. सिर्फ 8 साल की उम्र में जानवी ने 30 फीट की ऊंचाई से नदी में तीन बार छलांग लगाने का साहसिक कार्य किया. जानवी ने निडरता से चुनौतियों को स्वीकार कर अपने आत्मविश्वास और बहादुरी के शानदार उदाहरण प्रस्तुत किए. एक साल बाद, उसने फ्रीस्टाइल स्केटिंग सीखना शुरू किया और फिर कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा. उसने न केवल बिना किसी प्रोफेशनल ट्रेनिंग के खुद से फ्रीस्टाइल स्केटिंग सीखी, बल्कि सभी श्रेणियों में सर्वाधिक 11 गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने वाली भारत की पहली महिला भी बनीं.

उन्होंने कहा, जानवी के नाम 18 वर्ष से कम उम्र के किसी भी भारतीय युवा द्वारा बनाए गए सबसे अधिक रिकॉर्ड दर्ज हैं. उनके कुल 21 रिकॉर्ड में 11 गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड, 8 इंडिया बुक ऑफ़ रिकॉर्ड्स, और एशिया व वर्ल्डवाइड बुक ऑफ़ रिकॉर्ड्स में एक-एक रिकॉर्ड शामिल हैं. इससे पहले यह रिकॉर्ड महाराष्ट्र के 14 वर्षीय गणित के प्रतिभाशाली आर्यन शुक्ला के नाम था, जिनके पास 18 वर्ष से कम उम्र में 6 गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड थे.

आधुनिक भारत की नई पीढ़ी का प्रतीक

उन्होंने बताया कि जानवी की यात्रा इसलिए और प्रेरणादायक है क्योंकि उन्होंने बिना औपचारिक कोचिंग, बिना विशेष सुविधाओं और सीमित संसाधनों के, सिर्फ ऑनलाइन सामग्री को अपनी पर्सनल कोचिंग अकादमी बनाकर खुद को विश्वस्तरीय फ्रीस्टाइल स्केटर तैयार किया. वह आधुनिक भारत की उस नई पीढ़ी का प्रतीक हैं, जिसके लिए ज्ञान सीमाहीन है और जुनून उसकी सबसे बड़ी शक्ति.

इस साल जुलाई में जानवी को पांच गिनीज रिकॉर्ड की पुष्टि मिली थी, जिनमें 30 सेकंड में 27 स्पिन, 8.85 सेकंड में दो-पहिया स्लैलम (20 कोन्स), 30 सेकंड में 42 एक-पहिया स्पिन, एक मिनट में 72 एक-पहिया स्पिन और लगातार 22 एक-पहिया स्पिन शामिल है.

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