CBSE BOARD:भारत में इन दिनों हर तरह परीक्षाओं की टेंशन चल रही है. ज्यादातर राज्यों में स्टेट बोर्ड्स की शुरुआत हो चुकी है. इसके अलावा जल्द ही सीबीएसई की परीक्षाओं की शुरुआत भी हो जाएगी. इसी के साथ राजस्थान के अजमेर से सीबीएसई ने एक बड़ी घोषणा की है.
बताया जा रहा है कि अब यहां दसवीं और बारहवीं की परीक्षा जेईई-मेंस के तर्ज पर आयोजित की जाएगी. यानी अब स्टूडेंट्स को इस एग्जाम में बैठने का मौका दो बार मिलेगा.
बोर्ड एग्जाम्स को हर स्टूडेंट की लाइफ में काफी इम्पोर्टेन्ट माना जाता है. इसी के आधार पर आगे का करियर डिसाइड किया जाता है. अगर किसी कारण से बोर्ड में कम अंक आ जाते हैं, तो विद्यार्थी को अपने भविष्य में काफी परेशानी झेलनी पड़ती है. इस कारण कई स्टूडेंट्स इस दौरान डिप्रेशन में चले जाते हैं. लेकिन अब विद्यार्थियों के ऊपर से बोझ को कम करने के लिए राजस्थान सीबीएसई बोर्ड ने नया फैसला किया है.
अगले साल से होगा लागू
राजस्थान में सीबीएसई के कुल 13 सौ 67 स्कूल हैं. सीबीएसई के रीजनल ऑफिस, अजमेर से ये घोषणा की गई. बताया जा रहा है कि अब 2025-26 से दसवीं और बारहवीं के स्टूडेंट्स दो बार बोर्ड की परीक्षा दे पाएंगे. इसमें से जिस एग्जाम में ज्यादा नंबर आएंगे, उसी के अंक को फाइनल मार्कशीट में अंकित किया जाएगा. ऐसा स्टूडेंट्स के ऊपर से बोर्ड के प्रेशर को कम करने के लिए किया गया है. केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति में इसे लेकर सिफारिश कर दी है.
पहले भी हो चुका है ऐसा
बता दें कि भारत में इससे पहले कोरोना संक्रमण के दौरान भी सीबीएसई ने दो बार परीक्षा का आयोजन करवाया था. इसमें पहले नवंबर-दिसंबर और फिर अप्रैल और मई में परीक्षाएं हुई थी. बाद में दोनों के अंक को कंपेयर कर जुलाई-अगस्त में रिजल्ट की घोषण की गई थी. इस नए ऐलान के बाद अब सीबीएसई तैयारी में जुट गया है. इसे लेकर सारे स्कूलों को दिशा-निर्देश भेजे जायेंगे. साथ ही स्टूडेंट्स के साथ ही साथ परिजनों से भी इसे लेकर चर्चा की जाएगी