Bihar : केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) ने आगामी बिहार विधानसभा चुनावों में सभी 243 सीट पर अपनी निर्णायक उपस्थिति दर्ज कराने का गुरुवार (12 जून, 2025) को संकल्प लिया. इस आशय का एक प्रस्ताव यहां पार्टी की राज्य कार्यकारिणी की बैठक के बाद पारित किया गया, जिसने हाल के दिनों में अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष को ‘अगला मुख्यमंत्री’ घोषित कर एनडीए सहयोगियों की परेशानी बढ़ा दी है.
गूढ़ शब्दों वाले प्रस्ताव के अलावा, छह अन्य प्रस्ताव भी थे, जिनमें से कम से कम तीन में अप्रत्यक्ष रूप से नीतीश कुमार सरकार पर यह आरोप लगाते हुए हमला किया गया कि राज्य में ‘बहुजन’ के साथ अन्याय किया जा रहा है. प्रस्तावों में राज्य में ‘बहुजन समाज के खिलाफ अपराधों की घटनाओं में भयावह वृद्धि’, कल्याणकारी योजनाओं और छात्रवृत्तियों के लाभ से उनके वंचित होने पर प्रकाश डाला गया और पुष्टि की गई कि पार्टी खुद को राजनीतिक बयान जारी करने तक सीमित नहीं रखेगी बल्कि मूक पीड़ितों के लिए आवाज बनेगी.
सभी सीटों पर ‘निर्णायक उपस्थिति’ का निर्णय
संतुलन की यह भावना प्रस्ताव में स्पष्ट रूप से दिखाई दी, जिसमें सभी विधानसभा सीटों पर ‘निर्णायक उपस्थिति’ की बात कही गई. पार्टी ने स्पष्ट किया कि वह एलजेपी (रामविलास) के उम्मीदवारों वाली सीट पर अपनी ‘पूरी ताकत’ का इस्तेमाल करेगी और उन निर्वाचन क्षेत्रों में ‘पूर्ण समर्थन’ देगी, जहां उसके सहयोगी दल लड़ाई में होंगे.
बिहार एनडीए में बीजेपी के अलावा जेडीयू, एलजेपी (रामविलास), केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी की पार्टी ‘हम’ और राज्यसभा सदस्य उपेंद्र कुशवाहा नीत राष्ट्रीय लोक मोर्चा शामिल है. गुरुवार को हुई एलजेपी (रामविलास) की राज्य कार्यकारिणी की बैठक में अन्य लोगों के अलावा जमुई से सांसद एवं बिहार चुनाव के लिए पार्टी प्रभारी अरुण भारती ने हिस्सा लिया.